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के जी सेंगर के हुनर से हारे कलेक्टर व लखनादौन के आईएएस एसडीएम, क्षेत्रिय दो विधायक में जीता कौन ?

के जी सेंगर के हुनर से हारे कलेक्टर व लखनादौन के आईएएस एसडीएम, क्षेत्रिय दो विधायक में जीता कौन ?

कलेक्टर के मूल पदस्थापना में भेजने के आदेश को के जी सेंगर के हुनर ने कराया वापस 

लगभग 141 दिनों के बाद के जी सेंगर फिर छपारा तहसील में पूर्व वर्षों की तरह संभालेंगे कार्य 




सिवनी। गोंडवाना समय।

यदि सिवनी जिले के विकास में सबसे बड़े बाधक के रूप में कुछ बुद्धिजीवियों की बातों को माने तो वे राजनेता से ज्यादा बाबूराज को जिम्मेदार मानते है। अफसरों का स्थानांतरण हो जाता है लेकिन वर्षों से एक ही विभागों में जमे बाबू अर्थात लिपिक को कोई हिला नहीं पा रहा है। यदि इन्हें कोई स्थानांतरित करने या मूल पद में भेजने का प्रयास करता है तो ये आईएएस अफसरों को भी झुकाने या हराने का हुनर जानते है और मजबूर होकर अफसर भी लिपिक वर्ग के हुनर के आगे हार मानने को मजबूर हो जाते है।
            


ऐसा ही हुनर शिक्षा विभाग के लिपिक सम्माननीय श्री के जी सेंगर ने लगभग 141 दिन में करके दिखाया है कि कलेक्टर डॉ राहूल हरिदास जी के साथ साथ लखनादौन के एसडीएम श्री सिद्धार्थ जैन जी जो कि आईएएस है उनको भी हार मानना पड़ा है यानि शिक्षा विभाग में मूल पदस्थापना वाले सम्मानीय श्री के जी सेंगर के हुनर के आगे एक ही नहीं दो-दो आईएएस अफसर हार मानकर उन्हें पुन: छपारा तसहील में पदस्थ करने के लिये मजबूर हो गये है।
            वहीं सम्माननीय श्री के जी सेंगर को शिक्षा विभाग के मूल विभाग से लाकर छपारा तहसील में पुन: पदस्थ कराने के लिये छपारा क्षेत्र के सत्ताधारी विधायकों में आखिर जीता कौन है ये दोनो विधायक ही जानते है क्योंकि सूत्र बताते है कि सत्ताधारी दल के एक विधायक ने लाने के लिये जोर लगाया था तो एक ने रोकने के लिये पूरी पहुंच का इस्तेमाल किया था इसमें एक विधायक को हार मानना पड़ा है। 

कलेक्टर ने 13 अक्टूबर 2020 को दिये थे तत्काल मूल पदस्थापना में भेजने के आदेश


हम आपको बता दे कि सिवनी कलेक्टर डॉ राहूल हरिदास फटिंग द्वारा 13 अक्टूबर 2020 को जारी किये गये आदेश में उन्होंने उल्लेख किया था कि प्रशासनिक कार्य सुविधा की दृष्टि से श्री के जी सेंगर, सहायक ग्रेड-2, संलग्न तहसील कार्यालय छपारा मूल विभाग विकासखण्ड शिक्षा अधिकारी छपारा की सेवायें तत्काल मूल विभाग विकास खण्ड शिक्षा अधिकारी कार्यालय छपारा जिला सिवनी को वापिस की जाती है।

यह आदेश तत्काल प्रभावशील होगा। इतना ही नहीं कलेक्टर डॉ राहूल हरिदास फटिंग ने तत्काल भारमुक्त करने के लिये उक्त आदेश की सूचना एसडीएम लखनादौन, जिला शिक्षा अधिकारी सिवनी, तहसीलदार छपारा की ओर उक्त कर्मचारी को तत्काल मूल विभाग कार्यालय विकासखण्ड अधिकारी छपारा पर उपस्थित होने हेतु भारमुक्त करना सुनिश्चित करें के आदेश जारी किये थे।

इसके साथ ही विकासखण्ड शिक्षा अधिकारी छपारा व संबंधित के जी सेंगर सहायक ग्रेड-2 को पालनार्थ हेतु अग्रेषित किया था। अब कलेक्टर साहब के 13 अक्टूबर 2020 के आदेश से ही अंदाजा लगाया जा सकता है कि तत्काल मूल पदस्थापना में भेजे जाने के लिये निर्देश दिये थे लेकिन कलेक्टर साहब का आदेश शिक्षा विभाग के लिपिक सम्माननीय श्री के जी सेंगर के हुनर के सामने लगभग 141 दिन ही टिक पाया और उन्होंने आदेश को पलट कर चित्त करते हुये बाजी जीत लिया है। प्रशासनिक गलियारों में यही चर्चा हो रही है कि अफसर हो या सरकार बाबूराज के बिना पत्ता नहीं हिल सकता है। 

छपारा तहसील के कार्यों को निपटाने में के जी सेंगर का कोई विकल्प नहीं   

श्क्षिा विभाग के लिपिक सम्माननीय श्री के जी सेंगर की दिलचस्पी शिक्षा विभाग से ज्यादा राजस्व विभाग में यानि की तहसील कार्यालय छपारा में होने के साथ ही तहसील कार्यालय छपारा के सबसे बड़े हुनरमंद के रूप में अपनी पहचान बना लेने के कारण अर्थात छपारा तहसील कार्यालय की ये स्थिति है सम्माननीय श्री के जी सेंगर के बिना पत्ता भी नहीं हिलता है। इसलिये प्रशासन के अफसर व क्षेत्रिय जनप्रतिनिधि भी उनके मुरीद हो गये है। वहीं दूसरी ओर शिक्षा विभाग के अधिकारी लिपिकों की कमी रोना भी बंद नहीं कर रहे है लेकिन अपने ही विभाग के लिपिक को तहसील कार्यालय में सेवा देने का मौका भी देने में पीछे नहीं हट रहे है।
            वेतन भले ही मूल पदस्थापना कार्यालय से निकालने के आदेश जारी कर रहे हो लेकिन कार्य तहसील कार्यालय में करने की छूट दी गई है। तहसील कार्यालय छपारा को सम्मानीय के जी सेंगर ने इतना मजबूर लाचार कर दिया है कि उनके बिना तहसील कार्यालय छपारा का कार्य संपादित नहीं हो सकता है, जनचर्चा में यही कहा जा रहा है कि सेवा निवृत्ति के बाद आजीवन  छपारा तहसील में सम्मानीय के जी सेंगर की सेवाएं ली जाती रहेंगी क्योंकि उनके बिना तहसील कार्यालय का कार्य अपूर्ण ही रहेगा। 

लखनादौन के एसडीएम आईएएस सिद्धार्थ जैन ने किया आदेश 


हम आपको बता दे कि शिक्षा विभाग के लिपिक सम्माननीय श्री के जी सेंगर के हुनर व राजस्व विभाग तहसील कार्यालय के कार्यों से प्रभावित होकर उन्हें

अनुविभागीय अधिकारी राजस्व, लखनादोन जिला-सिवनी श्री सिद्धार्थ जैन द्वारा जारी किये गये आदेश क्रमांक/731/रीडर-01/2021, लखनादौन दिनांक-04 मार्च 2021 को प्रशासनिक दृष्टि से तहसील कार्यालय छपारा के कार्यालयीन कार्य के सुचारू संपादन हेतु श्री के.जी. सेंगर, सहा. ग्रेड-2 (पदस्थापना विकासखंड स्त्रोत समन्वयक कार्यालय छपारा) को आगामी आदेश तक तहसील कार्यालय छपारा में संलग्न किया जाता है।

गोंडवाना समय में उठाया था मुद्दा


हम आपको बता दे कि शिक्षा विभाग के मूल पदस्थापना वाले सम्माननीय श्री के जी सेंगर के द्वारा वर्षों से छपारा तहसील में कार्य किये जाने के मुद्दे को गोंडवाना समय ने 28 सितंबर 2020 के अंक में उठाया था।

इसके बाद सिवनी के कलेक्टर डॉ राहूल हरिदास फटिंग ने 13 अक्टृबर 2020 को श्री के जी सेंगर को मूल पदस्थापना शिक्षा विभाग में वापस भेजने के आदेश दिये थे। जिसे गोंडवाना समय द्वारा 15 अक्टूबर 2020 के अंक में प्रकाशित किया था। 


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