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भारत के संविधान की उद्देशिका का वाचन कर वरमाला डाला

भारत के संविधान की उद्देशिका का वाचन कर वरमाला डाला

1 रु लिया दहेज, सात फेरे की जगह सात प्रतिज्ञाओं की ली शपथ


सिवनी। गोंडवाना समय।

सिवनी जिले के ग्राम धनौरा में एक अनूठा विवाह कार्यक्रम 19 अप्रैल 2021 को सम्पन्न हुआ। ग्राम धनौरा निवासी श्री राजेश बकोडे (ग्राम पंचायत सचिव) एवं वधु लक्ष्मी अहिरवार की विवाह चचार्ओं में है।


19 अपै्रल 2021 को डॉ. अम्बेडकर कॉलोनी धनौरा में सम्पन्न हुये विवाह शादी में वर एवं वधु ने भारतीय संविधान की उद्देशिका का वाचन किया एवं एक दूजे को वर माला डालकरअपने वैवाहिक जीवन की शुरूआत किया।

कोविड-गाइडलॉइन का किया पालन 




विवाह कार्यक्रम कोविड19 गाईड लाईन का पालन कर सादगीपूर्ण तरीके से सम्पन्न हुआ। मास्क, सेनीटाइजर, थर्मल स्कैनर से स्क्रीनिंग के उपरांतही निर्धारित संख्या पचास से कम लोग विवाह कार्यक्रम के साक्षी रहे। 

दुल्हन ही दहेज की कहावत को किया चतीतार्थ 


वर राजेश बकोड़े ने अंधविश्वास, गैरजरुरी रीति रिवाज एवं दहेज जैसे सामाजिक कलंक को समाज से खत्म करने के प्रतीकात्मक तौर पर केवल 1 रु दहेज में लेकर दुल्हन ही दहेज है कि कहावत को चरितार्थ करते हुए विवाह समपन्न हुआ। सात प्रतिज्ञा निम्नानुसार वाचन कर एक दूजे के साथ जीने की कसमें खाई।

 सुखमय दाम्पत्य जीवन निर्वाह के लिये 7 लिया प्रतिज्ञा 



हम (राजेश बकोडे, लक्ष्मी अहिरवार) प्रकृति, बहुजन महापुरुषों एवं उपस्थित समाज को साक्षी मानकर शपथ लेते है कि हम एक दूसरे से अटूट प्यार, विश्वास एवं श्रृद्धा रखेंगे तथा सभी प्रकार की परिस्थितियों में पूर्ण श्रृद्धा, सम्मान एवं सहयोग करते हुए सुखमय दाम्पत्य जीवन निर्वाह करेगें।

व्यसन व बुराईयों से रहेंगे दूर


1. हम सदगुणी जीवन यापन करते हुए सभी प्रकार के व्यसन एवं बुराईयों से दूर रहेंगे तथा सीमित परिवार को उत्तम शिक्षा देकर स्वच्छ परिवार के साथ प्रगति के पथ परअग्रसर होते हुए चहुमंखी विकास के लिए हर संभव प्रयास करेंगे।

राष्ट्रनिर्माण प्रक्रिया में देंगे सहयोग 

2. हम स्वावलम्बी जीवन के लिए आर्थिंक स्थिति सुदृढ करने हेतु उच्चस्तरीय शिक्षा प्राप्त कर रचनात्मक रोजगार, व्यवसाय एवं व्यापार करेंगे तथा राष्ट्रहित के संवर्धन, राष्ट्रनिमार्ण की प्रक्रिया तथा उत्पादन की प्रक्रिया में सक्रिय योगदान देंगे।

भेदभाव, उत्पीड़न नहीं करेंगे

3. हम समानता, समरसता, प्रेम एवं सद्भाव के साथ पूर्ण रुपेण मानवीय व्यवहार करते हुए किसी प्रकार का भेदभाव, उत्पीडन नहीं करेंगे एवं सत्य की रक्षार्थ हर संभव प्रयास करते रहेंगे।

मानवता धर्म का करेंगे पालन 

4. हम मानवता धर्म का पालन करते हुए सभी के कल्याणार्थ सामाजिक न्याय दिलाने में कोई कसर नही छोडेगें तथा पुरातन पंथी विचारों,अंधविश्वासों तथा भ्रमित करने वाले अतार्किक, धार्मिक दृष्टांतों एवं जाति व्यवस्था में विश्वास नही करेंगें।

महिला सशक्तिकरण पर देेंगे बल 

5. हम यह भी शपथ लेते है कि अतार्किक कपोलकल्पनाओं पर आधारित कथाओं अविवेकपूर्ण दृष्टांतों के चुंगल में नहीं फसेंगे। मानवतावाद में विश्वास रखेंगे, शिक्षित बनो, संगठित रहो, संघर्ष करो के साथ साथ महिला सशक्तिकरण पर बल देंगें।

मानवता की सच्ची सेवा करने हेतु प्रेरित करते रहेंगे

6. हम श्रृद्धेय बाबा साहब अम्बेडकर जी के दर्शन का अक्षरत: पालन करते हुए तन, मन, धन एवं मनसा वाचा कर्मणा से कार्य करते रहेंगें। तार्किकआधार पर चर्चा-परिचर्चा अध्ययन एवं विश्लेषण कर व्यवहारिक दृष्टिकोण पर बल देते हुए पाखण्डवाद का विरोध करते हुए, प्रगति पथ परआगे बढ़ने के लिए, भावी पीढियों को सम्पूर्ण मानवता की सच्ची सेवा करने हेतु प्रेरित करते रहेंगे।

प्रकृति का संरक्षण हेतु पौधारोपण करेंगे 

7. हम दोनों भारतीय संविधान को किसी भी ग्रंथ के ऊपर मानेंगे, संविधान के अनुसार अपना आचरण करेंगे, मानवाधिकारों, मौलिक अधिकारों की रक्षा एवं मौलिक कर्तव्यों का निर्वहन करेगें,अंधविश्वास न बढायेंगें न बढ़ने देंगे। हमेशा वैज्ञानिक, तार्किक, तथ्यपूर्ण विचारों को आगे बढ़ायेगें। प्रकूति का संरक्षण हेतु पौधारोपण करेंगे, पानी बचाने के प्रयास, ईको ग्रीन पद्धति अपनाना एवं यथा संभव प्लास्टिक का उपयोग से परहेज करेंगें।

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