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पोर्टल में त्रुटिवश ग्राम का नाम छूटने से बनी समस्या, कन्हरगांव के किसानों को नहीं आये मैसेज

पोर्टल में त्रुटिवश ग्राम का नाम छूटने से बनी समस्या, कन्हरगांव के किसानों को नहीं आये मैसेज

गेंहू उपार्जन की त्रुटियों पर तत्काल  सुधार करने कलेक्टर को लिखा पत्र 


सिवनी। गोंडवाना समय।

कोरोना से जहां एक ओर लोग अपने घरों में कोविड नियमों के पालन कर रहे है। वही जिले से महज 25 कि.मी. स्थित ग्राम कन्हरगॉव के किसान गेंहू उपार्जन को लेकर चिंतित है जो कि वाजिब भी है। देश के प्रधानमंत्री लोकसभा में बैठकर बयानबाजी मात्र करते है लेकिन जमीनी हकीकत हमारे विधायक, सांसद उन तक पहुँचाते ही नही है। मंडिया टूटने की कगार में है लेकिन सांसद, विधायक चुने हुए अन्य जनप्रितनिधियों को कोई चिंता फिकर ही नही है उक्त आरोप आम आदमी पार्टी के मीडिया प्रभारी राजेश पटेल ने जारी प्रेस विज्ञप्ति में लगाया।

 कन्हरगाव के एक भी किसान को उपार्जन हेतु मैसेज नहीं पहुँचा

 
वहीं गेंहू उपार्जन केंद्रों में किसानों को हो रही समस्याओं का समाधान कराये जाने को लेकर सिवनी कलेक्टर को लिखे एक पत्र जिसकी प्रतिलिपि अनुविभागीय अधिकारी, खाद्य अधिकारी को भेजी है। जिसमें उन्होंने उल्लेख किया है कि आधा उपार्जन होने को है लेकिन ग्राम कन्हरगाव के एक भी किसान को उपार्जन हेतु मैसेज नहीं पहुँचा है। ऐसी स्थिति में ग्राम के किसानों को सस्ते दामों में अपनी उपज बेचने मजबूर है। ग्राम कन्हरगाव, जाम उपार्जन केंद्र जिसका कोड 52137121 है । सम्बंधित अधिकारियो द्वारा एक  एक दिन का समय बताते हुए बढ़ा दिया जा रहा है। हल नही निकाल पा रहे है उक्त ग्राम पोर्टल में ही त्रुटिवश छूट गया है। 

सरगापुर सायलों में बढ़ रही किसानों की भीड़ 

वही सरगापुर सायलो में क्षेत्र के किसानों को  मैसेज तो मिल रहे है मिलते ही किसान उपज लेकर तुलाई हेतु पहुँच भी रहे है किन्तु अधिक मात्रा में मैसेज छोड़े जाने व भीड़ की लाइन के आते आते तुलाई होते तक तो किसान के मैसेज एक्सपायर हो जाने की संभावना ज्यादा प्रबल हो रही है। जो कि एक सप्ताह से गेंहू रखी है ऐसी स्थिति में किसान तो अपनी बची अन्य उपज बेचने से वंचित रह जायेगा। किसानों द्वारा लगातार अनियमितताओं को लेकर पूर्व शिकायत के बाबजूद संतोषजनक समाधान नहीं निकाला गया है।

ऐसे में बारिश शुरू होते तक पूर्ण नही हो पायेगा उपार्जन  

एक्सपायरी का जो प्रतिबंध है विगत बर्ष की तरह किये जाने की माँग के साथ ही उपार्जन की धीमी गति बढ़ाई जाने की बात कही है। श्री राजेश पटेल ने कहा कि जिस गति से उपार्जन कार्य चल रहा है नियत उपार्जन अवधि तो छोड़िए बारिश शुरू होते तक पूर्ण नही हो पायेगा। बदलते मौसम को देखते हुए उपार्जन केंद्रों में उपज सुरक्षा की पूर्णत: व्यवस्था की जाए ताकि विगत बर्षो की तरह उपज खराब होने की घटनाओं की पुनरावृत्ति ना हो व जनता के टैक्स का पैसा का बन्दरवाट होने से बच सके।

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