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झाबुआ जोबट मार्ग से बोरी रोड़ (फुटतालाब फाटक) निर्माण में ही उगल रही उपयंत्री, ठेकेदार, विभाग के भ्रष्टाचार का सच

झाबुआ जोबट मार्ग से बोरी रोड़ (फुटतालाब फाटक) निर्माण में ही उगल रही उपयंत्री, ठेकेदार, विभाग के भ्रष्टाचार का सच

क्षेत्रिय ग्रामीणजनों को सड़क सुविधा के नाम पर कर रहे गुमराह


सवांददाता, विशाल चौहान
जोबट/अलीराजपुर। गोंडवाना समय।

अलिराजपुर जिले में प्रत्येक विकास खण्ड स्तर पर जगह जगह गावं को गांव से जोड़ने व ग्रामीण सड़क को स्टेट सड़क से जोड़ने के लिए केन्द्र शासन व म.प्र, शासन के सहयोग से प्रधान मंत्री ग्राम सड़क योजना के अन्तर्गत टेंडर स्वीकृत कर ठेकेदारों द्वारा करोड़ो अरबो रुपया सड़क निर्माण के नाम पर व्यय करते आ रहा है ताकि ग्रामीण आमजन को गांव से शहर व शहर से गावं की और आसानी से आने जाने में सुविधा हो  सके। वहीं सड़क निर्माण कार्य की धरातल पर पड़ताल करने से स्थिति स्पष्ट नजर आ रही है कि ठेकेदार सड़क निर्माण कार्य में तकनीकि मापदण्ड को दरकिनार करते हुये आर्थिक अनियमितता का डामर पोतकर लीपा पोती करने में लगा हुआ है। 

पेटी कान्टेट व क्युब मीटर पर कार्य देकर घटीया कार्य करवा रहा कार्य 


इसी प्रकार का मामला उदयगढ़ क्षेत्र में झाबुआ जोबट मार्ग से बोरी रोड़ (फुटतालाब फाटक) तक करीब 12,55 किलो मीटर सड़क निर्माण कार्य मे देखा जा सकता है। जैसे स्वंय ठेकेदार ने अपने  स्वीकृत टेडंर अनुसार निर्मित सड़क व कार्य  स्थल पर इन्फोरमेशन बोर्ड में टेडंर स्वीकृत राशि 7 करोड़ 38 लाख 72 हजार मे ंकुल 46 छोटे बडे़ Þ पुलिया निर्माण व सड़क डामरीकरण से पूर्व अर्थवर्क सहित क्या-क्या करना है। सब बोर्ड पर चस्पा किया गया किन्तु ठेकेदार अन्य छोटे ठेकेदारों को पेटी कान्टेट व क्युब मीटर पर कार्य देकर घटीया कार्य करवा रहा है। 

पुराने डामरीकरण सड़क पर ही कर रहे डामरीकरण 


पुलिया निर्माण में पानी की तराई का भी उपयोग नहीं के बराबर किया जा रहा है तथा स्लेप पुलिया मे 10 एम-एम व 12 एम-एम सरीया का उपयोग कर पुलिया काफी कमजोर व घटिया बनाई जा रही है। साथ ही बीच बीच मे वर्षो पुराने जर्जर हो रहे पाईप वाले पुलिया का नव निर्माण नहीं करते हुए। पुराने डामरीकरण सड़क पर ही डामरीकरण किया जा गया है। जबकि प्रतिनिधि की पड़ताल मे पाया कि ठेकेदार इस मार्ग पर 46 पुल पुलिया निर्माण के बजाय 28 पुलिया का ही निर्माण किया है। जिसमे 12 पुलिया का निर्माण अभी प्रगति पर है। 

बिना कोई अर्थवर्क या डामर उखाडेÞ ही बना रहे सड़क 

शेष 8 किलो मीटर मार्ग छोड़कर केवल 4 किलो मीटर का मार्ग पर अर्थ वर्क कार्य जारी है। जिसमे भी टेंडर प्रकिया की शर्तो पर कार्य नहीं करते हुए घटिया कार्य किया जा रहा है। इसके साथ ही 8 किलो मीटर जो सड़क मार्ग पूर्व से बना हुआ था। वह सड़क मार्ग जर्जर हो चुका था। उस जर्जर सड़क पर बिना कोई अर्थवर्क या डामर उखाडेÞ ही उप यंत्री अमीचंद की देख रेख में पूर्व डामर पर ही डामरीकरण किया जा कर ठेकेदार ने अपने कार्य की इति श्री कर ली है। प्रधानमंत्री सड़क योजना कार्य मे सबंधित विभाग व ठेकेदार मिलकर शासन को खुले आम चुना लगा रहे है।

46 के बजाय 28 पुलिया का ही किया जा रहा निर्माण 


जबकि इस मार्ग पर स्वयं ठेकेदार  द्वारा इन्फोर्मेशन बोर्ड चस्पा कर यह दशार्या है कि 46 पुलिया निर्माण सहित करीब 12.55 किलो मीटर का सड़क निर्माण कार्य निर्धारित 12 माह में पूरा किया जाना तय है पर अभी कार्य प्रारम्भ किये करीब आठ माह बीत चुके है, अब केवल चार माह मे ठेकेदार को यह कार्य पूरा करना है जो असम्भव सा प्रतीत होता है। अब सवाल यह उठ रहा है कि मार्ग पर सुचना बोर्ड से यह स्पष्ट है कि ठेकेदार को इस मार्ग पर 46 पुलिया निर्माण व 12.55 किलोमीटर का सड़क निर्माण लागत राशि 7 करोड़ 38 लाख 72 हजार मे तयशुदा टेंडर प्रकिया में पूरा करना है तो फिर ठेकेदार द्वारा 8 किलोमीटर पुराने कार्य को नवीनीकरण व शेष 4 किलोमीटर नवीन कार्य क्यू किया जा रहा है तथा 46 के बजाय 28 पुलिया का ही निर्माण किया जा रहा है। जबकि इस मार्ग पर ऐसे कई पुलिया जो काफी वर्षो पुराने होकर जर्जर हो चुके है। उसके उपर ही ठेकेदार ने डामरीकरण कर दिया। इस प्रकार चल रहे सड़क निर्माण से क्षेत्र के आदिवासी ग्रामीण जनता यह समझ ही नहीं पा रही है कि हमारे गाव मे बनने वाली सड़क नव निर्मित है या पुरानी ही सड़क को नवीनीकरण किया जा रहा है। इस बात को लेकर आम जनता असमंजस की स्थति मे है वहीं क्या संबंधित विभाग या जिला प्रशासन यह स्पष्ट कर पायेगा कि आखिर माजरा क्या है।

उपयंत्री और ठेकेदार कर रहे गुमराह 


इस सबंध मे जब प्रतिनिधि ने अमीचंद निगवाल, म.प्र ग्रामीण सड़क विकास, प्राधिकरण (अलिराजपुर)   उपयंत्री से चर्चा की गई तो उन्होने गोल माल जवाब देते हुए बताया कि गाव की छोटी सड़को को बड़ी सड़को से जोडा़ जा रहा है। इसलिए इस मार्ग  8 किलो मीटर पर डामर पर डामर डाला जा कर मार्ग का नवीनीकरण किया है। शेष 4.55 किलो मीटर सड़क का अर्थ वर्क व 28 पुलिया का निर्माण कार्य नियमानुसार टेडंर प्रक्रिया की शर्तो अनुसार कार्य करने की बात कही गई। इस सबंध में जब गणेश कान्ट्रेक्शन हिम्मत नगर (गुजरात)ठेकेदार भवानी सिह बाघेला से बात की तो उन्होने 3.800 किलो मीटर नवीन कार्य व शेष सड़क कार्य पुराना (रिनिवल) कार्य होना बताया। 

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