सिवनी के पास दो-दो सांसद, जिसमे से एक केंद्रीय मंत्री, 4 विधायक भी फिर भी ऐसा लगता है, हमारे दोनों हाथ खाली है
एक बड़े काम की उम्मीद जागी थी कि हमारे यहां मेडिकल कॉलेज बनेगा
स्वर्गीय सुश्री विमला वर्मा के जो प्रयास थे आज मूर्त रूप में हमारे सामने है
सिवनी। गोंडवाना समय।
सिवनी जिले में पूर्व सांसद रहीं स्वर्गीय सुश्री विमला वर्मा जिन्हें हम सब प्यार से बुआ जी बुलाते थे, उनसे अपनापन ओर प्रेम मात्र स्थानीय के कारण नहीं, अपितु जनता के प्रति उनके प्रेम भाव एवं अपने दायित्व के प्रति जागरूकता यह बड़ा कारण था, उनके जो प्रयास थे आज मूर्त रूप में हमारे सामने है। आज बुआ जी की चर्चा इसलिए पहले हुई कि हम उस दौर से तुलना करें कि उस समय हमारे लिए बोलने वाला क्षेत्र के लिए लड़ने वाले कैसे लोग थे और आज जब सिवनी के पास दो-दो सांसद जिसमे से एक केंद्रीय मंत्री भी है, 4 विधायक भी फिर भी ऐसा लगता है, हमारे दोनों हांथ खाली है ।
सिवनी जिले के चाहे सांसद हों अथवा विधायक सभी रूटीन कार्यो में ही उलझे है
यह बात सिवनी हित के मुद्दे जागरूकता ओर निर्भीकता के साथ सोसल मीडिया में उठाने वाले समाज सेवी रविंद मन्द्रेला द्वारा कही गई। रविन्द्र मन्द्रेला द्वारा विज्ञप्ति में आगे कहा गया कि मेरे द्वारा पार्टीगत या व्यक्तिगत कभी भी आरोप नहीं लगाए जाते, मैंने हमेशा जिले के हित की, मुद्दों की बात की है, यह बात आज सार्वजनिक रूप से रखने की आवश्यकता इसलिए पड़ी क्योंकि कुछ जनप्रतिनिधियों को व्यक्तिगत और जन प्रतिनिधियों से पूछे जाने वाले प्रश्नों में अंतर नहीं समझ आता। सिवनी जिले के चाहे सांसद हों अथवा विधायक सभी रूटीन कार्यो में ही उलझे है उन्ही के लिए प्रयास भी करते है। हां पत्राचार में कोई भी पीछे नहीं है किंतु उन पत्राचार का फायदा कुछ होता नहीं है।
मेडिकल की स्वीकृति एवं आनन-फानन में भूमिपूजन हो गया
आज वर्षों बाद एक बड़े काम की उम्मीद जागी थी कि हमारे यहां मेडिकल कॉलेज बनेगा, अब यहां के मरीजो को नागपुर या अन्य बड़े शहरों में नही जाना पड़ेगा। लाखो के खर्चे बचेंगे, जब घोषणा हुई थी तब लगा था कि भागीरथी तपस्या पूरी हुई परंतु आज वह उम्मीद भी धीरे-धीरे टूटते जा रही है। इस विषय में किसी एक पर दोषारोपण नहीं क्योंकि इन सब बातों का अब इन माननीयों पर कोई फर्क नहीं पड़ता। इस बात से इंकार नहीं की, पूर्व में निर्दलीय विधायक दिनेश राय द्वारा यह विषय उठाया गया ओर इसी मांग की स्वीकृति पर वे भाजपा में शामिल हुए, मुख्यमंत्री द्वारा हमेशा सिवनी के साथ किये छल को वे समझ नही पाए या सभी जानकारी होने के बावजूद चुप रहे, यह कोई नहीं कह सकता ओर मेडिकल की स्वीकृति एवं आनन-फानन में भूमिपूजन हो गया।
क्या कोरोना की समस्या सिवनी जिले के लिए ही है ?
बधाइयो का सिलसिला चला राशि तक घोषित हो गई, जिसे जनता को विभिन्न माध्यम से बताया गया। इसका भरपूर फायदा चुनाव में मिला किन्तु मामला फिर अटक गया। जब इस विषय में फिर विरोध प्रारम्भ हुआ तब विधायक भी ताव में अपनी सरकार के खिलाफ आंदोलन तक की तैयारी की बात कह कर काफी वाह-वाही लूटी। खबर आई टेंडर लग गया, अब कुछ पक्का सा लगने लगा, मगर कहानी वही सौ दिन चले अढ़ाई कोस, मेडिकल का मामला भी वही, जहां से प्रारम्भ हुआ था, अब जनता के समक्ष कोरोना का बहाना, तो जनता जानना चाहती है क्या कोरोना की समस्या सिवनी जिले के लिए ही है ? या मुख्यमंत्री एवं विधायक कोई खेल खेल रहे हैं ? कूटनीति के तहत इस मुद्दे को जिंदा रखा जाय क्योंकि इसके अलावा कोई ओर योजना है नहीं, चुनाव तक जनता को ऐसे ही मूर्ख बनाया जाएं, फिर चुनाव के वक्त काम चालू हो जाये और विधायक की तीसरी पारी की शुरूआत हो जाय।
पड़ोसी जिले में मेट्रो की तैयारी हमारे यहां क्या थिगड़े वाली सड़क में टोल ?
यह आरोप नही संभावना है क्योंकि जिले में ऐसे ही राजनीति होते आई है। इसी संदर्भ में समाजसेवी रविंद मन्द्रेला द्वारा प्रधान मंत्री के पोर्टल में उनसे इस विषय की शिकायत भी की गई है, जिसमें सम्पूर्ण जानकारी से प्रधानमंत्री को अवगत कराया गया है। रविन्द्र मन्द्रेला ने आगे बताया कि गौर करने वाली बात है और चिन्तन का विषय भी है कि पड़ोसी जिले में यूनिवर्सिटी, मेडिकल कॉलेज, अब कृषि महाविद्यालय भी सब कुछ है अब मेट्रो की तैयारी भी, हमारे यहां क्या ? थिगड़े वाली सड़क में टोल ? मात्र पड़ोसी सांसद को बुरा भला कहकर रोना बस ?
अब आप कैसा प्रयास करते है यह आपके ऊपर निर्भर है
कमलनाथ ने सब लूट लिया, हमारी योजनाओं को छिंदवाड़ा ले गये, यह कहकर जनता को धोखा देने के अलावा जिले के जन प्रतिनिधियों ने किया क्या है आज तक ? जो योजना जिले को मिली उसे तक तो आज तक शुरू नहीं करवा सके, ये इतनी योजना पास करवा पाते यह सोचकर भी हंसी आती है इन पर। रविन्द्र मंदे्रला ने जनहित में जारी विज्ञप्ति के माध्यम से आप सभी विधायकों एवं सांसद द्वय को बताना चाहूंगा कि अब जनता सब समझ रही है, बहुत मूर्ख बना लिया आप सब ने, अब सिवनी को वास्तविक मान सम्मान नहीं मिला तो आप का भविष्य भी यह जनता निश्चित ही तय कर देगी, मेडिकल कॉलेज हो या इंजीनियरिंग कॉलेज रोजगार के साधन ओर सम्भाग यह जिले को चाहिए अब आप कैसा प्रयास करते है यह आपके ऊपर निर्भर है ।