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रतलाम जिले में भूमाफियाआें व खनन माफियाओं के शोषण का शिकार हो रहे आदिवासी

रतलाम जिले में भूमाफियाआें व खनन माफियाओं के शोषण का शिकार हो रहे आदिवासी 

विभागीय अधिकारियों की भ्रष्टतम कार्यप्रणाली के चलते भूमाफिया व खनन माफिया कर रहे प्रताड़ित 

रतलाम। गोंडवाना समय।

रतलाम जिले के अनुसूचित क्षेत्र सैलाना बाजना सहित जिन गांव में आदिवासी निवास करते है। वहां पर आदिवासियों को भू माफियाओं, दबंगों, अवैध-धंधे करने वालों एवं प्रशासनिक अधिकारियों एवं कर्मचारियों के द्वारा प्रताड़ित कर सताया जा रहा है।


उक्त संबंध में जय आदिवासी युवा संगठन मध्य प्रदेश के द्वारा कलेक्टर के नाम न्यायोचित कार्यवाही हेतु 25 सितंबर 2021 को ज्ञापन सौंपा गया है। 

मूल अधिकार एवं सुविधाओं से रखा जा रहा वंचित 


उक्त समस्या के संबंध में पीड़ितों के साथ ज्ञापन सौंपने वाले कमलेश डोडियार, संस्थापक अध्यक्ष जयस ने जानकारी देते हुये बताया कि ग्राम पंचायत राजपुरा के अंतर्गत आने वाले ग्रामों राजपुरा, धबाईपाड़ा, सांवरिया रूण्डी, चिल्लर, धोलवाड़, भवानी पाड़ा में रहने वाले लगभग 40 वर्ष पहले बने धोलवाड़ डेम की वजह से डूब क्षेत्र में जमीन व मकान चले जाने के कारण पहाड़ो में और बंजर भूमि पर कृषि कार्य कर जीवन यापन कर रहे है। जहां सरकार की ओर से जिम्मेदार अधिकारी कर्मचारी की घोर अनुशासनहीनता के कारण लोगों को मूल अधिकार एवं सुविधाओं से वंचित रखा जा रहा है। ऐसे में संविधान की 5 वी अनुसूचित, पेसा कानून और वन अधिकार अधिनियम की धज्जियां उड़ाते हुये आदिवासियों की जमीन हड़पने की कोशिश रात दिन की जा रही है। 

ग्रामीणों पर फर्जी मुकदमे दर्ज कर जेल में डाल रहे 


उक्त समस्या के संबंध में पीड़ितों के साथ ज्ञापन सौंपने वाले कमलेश डोडियार, संस्थापक अध्यक्ष जयस ने आगे जानकारी देते हुये बताया कि ग्राम सभा, पंचायत और प्रशासन से मिलने अनुमति धोखाधड़ी से और मिली भगत से भू-माफियाओं को दी जा रही है। प्रशासनिक अधिकारी एवं कर्मचारी ग्रामवासियों को कानूनी कार्यवाही के नाम पर फर्जी मुकदमे दर्ज कर जेल में डाल रहे है। वहीं भूमाफियाओं के द्वारा ग्राम वासियों को जान से मारने की धमकी दी जा रही है। यहां तक कि अवैध तरीके से बदमाश लोगों ने ग्राम की भूमि पर क्रेशर मशीन लगाकर खनन कर पत्थर निकालने का कार्य कर रहे है। खनन माफियाओं ने आदिवासियों की निजी भूमि पर भी खंबे गड़ा दिया है। 

नियमों का उल्लंघन कर पत्थर गिट्टी खनन हेतु जारी किया पट्टा 

ज्ञापन में यह भी उल्लेख किया है कि रतलाम तहसील के अंतर्गत रामपुरिया ग्राम पंचायत में अवैध एवं अनुचित तरीके से लोगों के साथ विश्वासघात करते हुये पेसा कानून का उल्लंघन करते हुये पत्थर गिट्टी खनन हेतु पट्टा जारी किया गया है। हाल ही में कुछ अज्ञात एवं असामाजिक तत्वों के द्वारा बिना अनुमति से ग्राम के अंदर कुछ गलत हरकत करते हुये दिखे तो गांव के युवाओं ने पूछताछ की ओर पेसा कानून के अंतर्गत ग्राम सभा की जानकारी दी तो प्रशासन ेन फरियादी को आरोपी और आरोपी को फरियादी बनाकर निर्दोष युवाओं के खिलाफ फर्जी मुकदमा दर्ज कर जेल भेज दिया गया था। 

भूमाफियाओं व खनन माफियाओं पर सख्त से सख्त कार्यवाही की जावे

ज्ञापन में यह भी उल्लेख किया है कि रतलाम जिले के अंदर खनन के जितने भी क्रेशर प्लांट व उत्खनन हेतु भूमि दी गई है वह विभागीय अधिकारियों और खनन माफियाओं की मिली भगत करते हुये पेसा एक्ट व ग्राम सभा के नियमों का उल्लंघन कर दी गई है। इस अवैधानिक कृत्य को अंजाम देने वाले भ्रष्ट अधिकारियों व भूमाफियाओं पर सख्त से सख्त कार्यवाही की जावे। 

राज्यपाल के समक्ष जायेंगे 

उक्त समस्या के संबंध में पीड़ितों के साथ ज्ञापन सौंपने वाले कमलेश डोडियार, संस्थापक अध्यक्ष जयस ने आगे जानकारी देते हुये बताया कि हमारे द्वारा ज्ञापन के माध्यम से यह भी अवगत कराया गया है कि रतलाम जिले में आदिवासियों को संबंधित विभागीय अधिकारियों, भूमाफियाओं व खनन माफियाओं के द्वारा शोषण कर प्रताड़ित करने के मामले में कार्यवाही नहीं की गई तो लगभग 5 दिनों के बाद हजारों की संख्या में बच्चे, परिवार सहित शांतिपूर्वक तरीके से अपनी समस्या व शिकायत लेकर आदिवासियों के संवैधानिक संरक्षक राज्यपाल के समक्ष पहुंचेंगे। 

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