Type Here to Get Search Results !

आदिवासियों के धर्म कोड के विषय पर देश की बड़ी राजनीतिक पार्टियां भी संवेदनशीलता नहीं दिखाती है

आदिवासियों के धर्म कोड के विषय पर देश की बड़ी राजनीतिक पार्टियां भी संवेदनशीलता नहीं दिखाती है

आदिवासी प्राकृतिक पूजक, उनके जैसे धर्म एवं संस्कृति दुनिया में किसी भी समाज के पास नहीं है

भोपाल। गोंडवाना समय।

अखिल भारतीय आदिवासी धर्म परिषद की बैठक 23 अक्टूबर 2021 को गोंडवाना मातृशक्ति ट्राइबल फाउंडेशन भोपाल मध्य प्रदेश में राष्ट्रीय अध्यक्ष विश्वनाथ वाकडे की अध्यक्षता में संपन्न हुई।


इस बैठक में राष्ट्रीय महासचिव प्रेम शाही मुंडा संचालन एवं विषय प्रवेश करते हुए कहा की देश में आदिवासियों की हालात बहुत गंभीर है। चाहे वह आदिवासियों के धर्म का सवाल हो या उनकी संवैधानिक अधिकार का विषय हो, संविधान में बने हुए कानून भी जमीनी स्तर पर लागू नहीं हो रहे है, यह चिंता का विषय है। 

हमें धर्म और संस्कृति के आधार पर कुचलना चाहती है


उक्त संबंध में इंजी. भुवन सिंह कोर्राम, केंद्रीय कार्यकारिणी सदस्य, अखिल भारतीय आदिवासी धर्म परिषद भारत ने भोपाल में हुई बैठक के संबंध में जानकारी देते हुये बताया कि इसलिए आदिवासियों के संगठन को एकता के साथ बढ़ाने के लिए हमें प्रतिबद्धता के साथ संघर्ष करने की आवश्यकता है। आदिवासियों के धर्म कोड के विषय पर देश के बड़ी राजनीतिक पार्टियां भी संवेदनशीलता नहीं दिखाती है। हमें धर्म और संस्कृति के आधार पर कुचलना चाहती है। हमें आज की परिस्थिति में आर्थिक सामाजिक, राजनीतिक और धार्मिक रूप से हमें ताकतवर बनना है। इसके लिए सशक्त संगठन की आवश्यकता है और जनता के बीच निरंतर जागरूकता अभियान चलाते रहे। 

आदिवासी धर्म महासम्मेलन आहूत करने की आवश्यकता है

वहीं राष्ट्रीय स्तर का एक आदिवासी धर्म महासम्मेलन आहूत करने की आवश्यकता है, आदिवासी प्राकृतिक पूजक है आदिवासियों जैसा धर्म एवं संस्कृति दुनिया में किसी भी समाज के पास नहीं है। इसलिए समाज के बुद्धिजीवीगण समाजसेवी धर्म के मुद्दे पर एक साथ आये और कार्य करें। इस बैठक के संबोधित करते हुए राष्ट्रीय अध्यक्ष विश्वनाथ वाकडे ने कहा कि मैंने मेरा जीवन आदिवासियों के प्रति समर्पित कर दिया हूँ और जब तक आदिवासियों का धर्म कोड नहीं मिल जाता है तब तक हम चैन से नहीं रहेंगे। आदिवासियों को अपने संगठन के माध्यम से ताकत बनाना होगा इसलिए हर अनुसांगिक संगठन को सामूहिक चेकअप करने की आवश्यकता है। 

नागपुर में होगा दो दिवसीय राष्ट्रीय आदिवासी धर्म महासम्मेलन एवं चिंतन शिविर का आयोजन    

अखिल भारतीय आदिवासी धर्म परिषद की बैठक 23 अक्टूबर 2021 को गोंडवाना मातृशक्ति ट्राइबल फाउंडेशन भोपाल मध्य प्रदेश में राष्ट्रीय अध्यक्ष विश्वनाथ वाकडे की अध्यक्षता में संपन्न हुई जहां पर उक्त बैठक में सर्व समिति से महत्वपूर्ण प्रस्ताव पारित किये गये। जिसमें अखिल भारतीय आदिवासी धर्म परिषद के तत्वाधान में दिनांक 19/20 दिसंबर 2021 को नागपुर में दो दिवसीय राष्ट्रीय आदिवासी धर्म महासम्मेलन एवं चिंतन शिविर का आयोजन किये जाने का निर्णय लिया गया वहीं इस सम्मेलन में देश ही नहीं विदेशों के भी प्रतिनिधि शामिल होंगे। इसके साथ ही 19 दिसंबर 2021 को आयोजित राष्ट्रीय आदिवासी धर्म महासम्मेलन सफलता के लिए तैयारी समिति के अध्यक्ष विश्वनाथ वाकडे को बनाया गया। 

कार्यकारिणी का गठन कर इन्हें मध्य प्रदेश में दी गई जिम्मेदारी 


वहीं इस बैठक मे इंजी. भुवन सिंह कोराम, भरत लाल मड़ावी, धन सिंह भलावी केंद्रीय सदस्यता सह प्रभारी मध्य प्रदेश, द्रोप किशोर भलावी, शयाम किशोर धुर्वे, जी एल मरावी, हेमलाल धुर्वे मध्य प्रदेश का संगठन प्रभारी नियुक्त किया गया। वहीं आदिवासी धर्म कोड लागू कराने हेतु राज्य के मुख्यमंत्रियों को अपने विधानसभा से आदिवासी धर्म कोड/कॉलम लागू करने हेतु विधानसभा में राजकीय संकल्प पारित कर केंद्र को प्रस्ताव देने हेतु स्मारिका पत्र सौंपेगी। 

आदिवासियों को धार्मिक रक्षा के लिए राष्ट्रीय आदिवासी धार्मिक न्यास बोर्ड का गठन अभिलंब किया जाए 

इसके साथ ही यह प्रस्ताव पारित किया गया कि 3 अक्टूबर 2021 को अखिल भारतीय आदिवासी धर्म परिषद की राष्ट्रीय बैठक गांधी पीस फाउंडेशन नई दिल्ली में लिये गए निर्णय के आलोक में जैसे आदिवासी समाज के पाहन पुरोहित, भूमक, नाइके, बेलगाम बैगा बापूठाकुर चाबी अपने समाज के पुजारी से ही कराये। वहीं अपने-अपने परदेस में आदिवासियों के धर्म स्थलों की रक्षा करने के लिए आदिवासी धार्मिक न्यास बोर्ड का गठन करने हेतु स्मारण पत्र राज्यपाल और मुख्यमंत्री को सौपी जायेंगे। इसी तरह प्रस्ताव में अखिल भारतीय आदिवासी धर्म परिषद भारत सरकार से मांग करती है कि राष्ट्रीय स्तर पर आदिवासियों को धार्मिक रक्षा के लिए राष्ट्रीय आदिवासी धार्मिक न्यास बोर्ड का गठन अभिलंब किया जाए 

विशेष रूप से ये रहे मौजूद    

उक्त संबंध में इंजी. भुवन सिंह कोर्राम, केंद्रीय कार्यकारिणी सदस्य, अखिल भारतीय आदिवासी धर्म परिषद भारत ने भोपाल में हुई बैठक के संबंध में जानकारी देते हुये बताया कि बैठक में विशेष रूप से राष्ट्रीय महासचिव प्रेम शाही मुंडा, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष अभयभुट, कुंवर तिरु देल सिंह मरकाम, ऋषिकेश घोरमारे, नारायण गुजबे, अशोक मर्सकोले, मोहन ओझा,अजीत मरावी, कौशल मरावी, आशा धुर्वे यदि उपस्थित हुए। 

Post a Comment

0 Comments
* Please Don't Spam Here. All the Comments are Reviewed by Admin.