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मंडला में धोखाधड़ी कर आदिवासियों की जमीन के खरीद-फरोक्त करने वाले भू-माफियाओं का गिरोह सक्रिय

मंडला में धोखाधड़ी कर आदिवासियों की जमीन के खरीद-फरोक्त करने वाले भू-माफियाओं का गिरोह सक्रिय

प्रशासन के संरक्षण में आदिवासियों की जमीनो की खरीद-फरोक्त में आदिवासियों को ही भू-माफिया बना रहे मोहरा 

बिना रूपये दिये ही पीड़ित आदिवासी परिवार की जमीन की हो गई रजिस्ट्री व नामांतरण भी हो गया

गोंगपा जिला अध्यक्ष कमलेश तेकाम ने भूमाफिया बढ़ावा देने वाली गतिविधियों को लेकर प्रशासनिक कार्यप्रणाली पर उठाये सवाल 


मंडला। गोंडवाना समय। 

आदिवासी बाहुल्य एवं आदिवासी आरक्षित जनप्रतिनिधियों का जिला मण्डला में सुदूर क्षेत्र की बात तो दूर की है मण्डला मुख्यालय के किनारे ही आदिवासियों की जमीनों को धोखाधड़ी कर खरीद-फरोक्त कर व्यापार करने का खेल धड़ल्ले से चल रहा है। पुलिस प्रशासन व जिला प्रशासन तक यदि शिकायतें आदिवासियों की जमीनों की खरीद-फरोक्त धोखाधड़ी के संबंध में पहुंचती भी है तो उनमें से अधिकांशतय: दबा दी जाती है या कार्यवाही भी कागजी खानापूूर्ति में ही सिमट कर रह जाती है।
                 इस संबंध में जनप्रतिनिधि भी अधिकांश आदिवासी वर्ग के है लेकिन वे भी आदिवासियों की जमीनों की धोखाधड़ी के मामले में सवाल नहीं उठा पा रहे है वहीं गोंडवाना गणतंत्र पार्टी के जिला अध्यक्ष इंजिनियर कमलेश तेकाम ने इस मामले में पुलिस प्रशासन के साथ जिला प्रशासन पर सवाल उठाते हुये भूमाफियाओं पर कार्यवाही न करने एवं उनके संरक्षण देने के आरोप लगाये है।
                मण्डला मुख्यालय से ही लगा हुआ आदिवासी पीड़ित परिवार का मामला सामने आया है जिसमें उनके साथ धोखाधड़ी करते हुये बिना रूपये दिये ही जमीन को खरीदकर नामांतरण तक करवा लिया गया है। हालांकि इस मामले में आदिवासी राजेश मरावी नामक व्यक्ति ने धोखाधड़ी कर खरीद फरोक्त करने का कार्य किया है वहीं सूत्र बताते है कि मण्डला मुख्यालय में आदिवासी की जमीनों की खरीद फरोक्त करने वाले भूमाफिया सक्रिया है जो कि आदिवासी को मोहरा बनाकर उपयोग कर रहे है यदि इस तरह के मामले की उच्च स्तरीय निष्पक्ष जांच की जाये तो भूमाफियाओं के बड़े गिरोह का खुलासा हो सकता है।  

तुम्हारे बही खाता में नाम सुधरवाना पड़ेगा तभी तुम्हारी भूमि विक्रय हो पायेगी


श्यामलाल उईके पिता टिर्रू उईके उम्र 45 वर्ष निवासी आमानाला पुलिस थाना कोतवाली मंडला निवासी ने जानकारी देते हुये बताया कि वह मजदूरी का कार्य करते है एवं उनके परिवार में भाई श्यामलाल, शंकरलाल, स्व् दर्शन बड़ी भाभी रमली बाई सभी परिवार के सहखातेदार है। सभी परिवार एवं खातेदार की सहमति से रूपये की जरूरत पड़ने पर आमानाला खेत की जमीन जो कि लगभग 1.5 एकड़ को बेचने हेतु राजेश मरावी पिता छबिलाल मरावी उम्र 41 वर्ष ग्राम कुड़ादेवरी थाना महाराजपुर से बेचने के लिये निकाले थे। राजेश मरावी ने हमारी जमीन की बही एवं आधार कार्ड देखा तो बही में श्यामलाल का नाम गुलाब पिता टिर्रू पाया गया आधार कार्ड में श्यामलाल लिखा गया था। इसी आधार पर राजेश मरावी ने पीड़ित पक्ष से यह कहा कि तुम्हारी बही और आधार कार्ड के नाम में अंतर है, बही में गुलाब तथा आधार कार्ड में श्यामलाल लिखा हुआ है इसलिये पहले तुम्हारे बही खाता में नाम सुधरवाना पड़ेगा तभी तुम्हारी भूमि विक्रय हो पायेगी। 

राजेश मरावी ने मण्डला कलेक्ट्रेट के बाजू में और तहसील कार्यालय में बुलवाकर लगवाया था अंगूठा

इस तरह कहकर पीड़ित पक्ष श्यामलाल व उसके भाई शंकर को मंडला कलेक्ट्रेट के बाजू के आफिस में ले गया था वहां पर अंगूठा का निशान लगवाया तब इस दौरान पीड़ित पक्ष श्यामलाल और शंकर ने राजेश मरावी से पूछे थे कि अंगूठा क्यों लगवा रहे हो तब राजेश मरावी ने कहा कि मैं तुम्हारी बही व पट्टा सुधरवा रहा हूं। उसके कुछ दिनों बाद फिर पीड़ित पक्ष श्याम लाल व उसके भाई शंकर दोनों को राजेश मरावी ने तहसील कार्यालय मंडला बुलवाकर वहां पर भी दोनो भाई से एक कागज में अंगूठा का निशान लगवाया था। 

अशिक्षित होने का फायदा उठाकर धोखाधड़ी कर खरीद लिया पीड़ित की आदिवासी की जमीन

इसके कुछ दिनों के बाद पीड़ित पक्ष श्यामलाल व उसके परिजनों को मालूम हुआ कि हमारी हाईवे के पास वाली हमारे निजी भू स्वामित्व की भूमि व आमानाला हार की भूमि की बिक्री, रजिस्ट्री व नामांतरण हो गया है। इसके बाद पीड़ित पक्ष व उसके परिवारजनों ने रजिस्ट्री कार्यालय से रजिस्ट्री की एवं नामांकन की नकल निकलवाये जिसमें यह पाया गया कि पीड़ित पक्ष श्याम लाल व उसके परिवार के सदस्यों के सह खातेदारों के नाम की भू स्वामित्व की भूमि खसरा नंबर 23 रकबा 1.16 हैक्टेयर भूमि व आमानाला की भूमि राजेश मरावी पिता छबिलाल मरावी निवासी कुड़ादेवरी के नाम से क्रय कर नामांतरित हो गया है। वहीं पीड़ित पक्ष श्यामलाल व उनके परिवारजनों का कहना है कि वह सभी सह खातेदारों की आमानाला हार की भूमि विक्रय करना चाहते थे परंतु हाईवे से लगी हुई और आमानाला दोनों भूमि राजेश मरावी द्वारा पीड़ित पक्ष के अशिक्षित होने का फायदा उठाकर धोखाधड़ी करते हुये जमीन को रजिस्ट्री कराकर बिना रूपये पैसे दिये ही पीड़ित पक्ष की भूमि की रजिस्ट्री एवं नामांतरण करवा लिया। 

भूमाफियाओं का बेनकाब करने का अभियान चलायेगी गोंगपा-कमलेश तेकाम 


वहीं इस मामले में गोंडवाना गणतंत्र पार्टी मण्डला के जिला अध्यक्ष इंजिनियर कमलेश का कहना है कि मण्डला जिले में आदिवासियों की जमीन की धोखाधड़ी कर खरीद-फरोक्त का धंधा व्यापार बेखौफ होकर भूमाफियाओं के द्वारा किया जा रहा है। इस मामले में आमानाला निवासी पीड़ित परिवार ने पुलिस प्रशासन से शिकायत भी किया गया था लेकिन पुलिस प्रशासन द्वारा कार्यवाही नहीं किये जाने से भूमाफियाओं के हौंसले बुलंद है। गोंडवाना गणतंत्र पार्टी मण्डला जिले में आदिवासियों की जमीनों के खरीद फरोक्त की जांच कराये जाने के लिये अभियान चलायेगी एवं भूमाफियाओं को बेनकाब करने का कार्य शीघ्र ही करने के लिये योजना बनाकर संगठन के पदाधिकारियों से चर्चा कर निर्णय लेकर करेगी। 

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