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शिक्षक अपने कर्तव्यों का पालन करें एवं बच्चों के गुणवत्ता बढ़ाने में कोई कसर न छोड़े-कलेक्टर

शिक्षक अपने कर्तव्यों का पालन करें एवं बच्चों के गुणवत्ता बढ़ाने में कोई कसर न छोड़े-कलेक्टर 

राष्ट्रीय शिक्षा नीति के तहत आये बदलाव अनुसार ही शिक्षको को बेहतर ढंग से प्रशिक्षण दिया जा रहा है

शिक्षकों के प्रशिक्षण कार्यक्रम का कलेक्टर डॉ राहूल हरिदास फटिंग ने किया अवलोकन


सिवनी। गोंडवाना समय। 

बुनियादी साक्षरता एवं संख्या ज्ञान सभी बच्चों के सीखने के लिए सर्वोच्च प्राथमिकता है। बड़ी खुशी की बात है कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के तहत म.प्र. शिक्षा विभाग द्वारा एम.एल.बी. विद्यालय सिवनी में आयोजित इस प्रशिक्षण में शिक्षक लगन एवं रूचि के साथ प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे है उक्ताशय के उदगार कलेक्टर डॉ. राहुल हरिदास फटिंग द्वारा वि.ख. सिवनी में आयोजित एफएलएन अंतर्गत कक्षा 1 व 2 पढ़ाने वाले शिक्षकों के प्रशिक्षण स्थल में दिये गये। 

प्रत्येक बच्चे का आवधिक एवं सर्वधन आंकलन करते हुए आगे बढ़ाये


बैच एक में शिक्षकों द्वारा बैठी थी डाल पर एक चिड़िया कविता पर गतिविधि के माध्यम से गिनती/अंकों की अवधारणा स्पष्ट की जा रही थी। इसी क्रम में बैच दो में मास्टर्स ट्रेनर्स एवं शिक्षको द्वारा अ की आकृति में रंग भरकर अ वर्ण की समझ विकसित करायी गई, जिसे देखकर कलेक्टर द्वारा प्रसन्नता जाहिर करते हुए कहा गया कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति के तहत आये बदलाव अनुसार ही शिक्षको को बेहतर ढंग से प्रशिक्षण दिया जा रहा है। अत: शिक्षक अपने कर्तव्यों का पालन करें एवं बच्चों के गुणवत्ता बढ़ाने में कोई कसर न छोड़े। साथ में उपस्थित श्री जी.एस. बघेल डी.पी. सी. एवं प्रभारी डी.ई.ओं द्वारा एफएलएन की अवधारणा पर बात करते हुए कहा कि अंकुर अभ्यास पुस्तिका एवं साप्ताहिक पाठ्योजना अनुसार अपनी शालाओं में शिक्षण कार्य करावें एवं प्रत्येक बच्चे का आवधिक एवं सर्वधन आंकलन करते हुए आगे बढ़ाये।

राज्य शिक्षा केन्द्र द्वारा पाठ्यपुस्तक, अभ्यास पुस्तिका, अंकुर जैसी सामग्री तैयार की गई है


ज्ञात होवे कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 की सर्वोच्च प्राथमिकता अनुसार कक्षा 3 के अंत तक आगामी 5 वर्षों में बुनियादी साक्षरता एवं संख्या ज्ञान के स्तर को प्राप्त करने के लिए निपुण भारत मिशन द्वारा सर्वोच्च प्राथमिकता से बच्चों के विकास के लिए प्रभारी पहल की जा रही है। बच्चे प्रभावी संवाद स्थापित करने में निपुण बने और अपने वातावरण से जोड़ते हुए सीखने की प्रक्रिया में शामिल हो सके इसके साथ ही कक्षा 1 व 2 के बच्चों के लिए साक्षरता के बेहतर अवसर उपलब्ध कराने के लिए राज्य शिक्षा केन्द्र द्वारा पाठ्यपुस्तक, अभ्यास पुस्तिका, अंकुर जैसी सामग्री तैयार की गई है।

प्रत्येक शिक्षक को पांच दिवसीय प्रशिक्षण प्रदान कर रहे है

प्रशिक्षण के लिए राज्य शिक्षा केन्द्र से प्रशिक्षण प्राप्त मास्टर ट्रेनर्स श्री संतोष सुर्यवंशी, श्री ब्रजकिशोर शर्मा, श्री गुमान सिंह बघेल, श्री मनीष तिवारी प्रात: 10:00 बजे से 5:30 बजे तक मिशन अंकुर के तहत शिक्षक मार्गदर्शिका के माध्यम से प्रत्येक शिक्षक को पांच दिवसीय प्रशिक्षण प्रदान कर रहे है। जिसमें बच्चों को भाषा तथा साक्षरता के घटकों की समझ पढ़ना लिखना, अंक गणित संख्या ज्ञान के लिए सी.सी.पी.ए.. साप्ताहिक पाठय योजना आवधिक एवं संर्वधन आंकलन पुनार्वृत्ति आदि शिक्षा शास्त्र के माध्यम से शिक्षको को प्रशिक्षित किया जा रहा है। कलेक्टर एवं जिला शिक्षा अधिकारी के भ्रमण के दौरान श्री एस. एस. कुमरे सहायक संचालक, श्री महेश बघेल ए.पी.सी., श्री सुनील राय बीआरसी, श्री अरूण राय, श्री कपिल बघेल, श्री गोपाल गहलोद एवं जनशिक्षक उपस्थित रहें।


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