कोटवार संघ की मांग नहीं की गई पूरी तो 1 दिसंबर से भोपाल में करेंगे हड़ताल
तहसील के बाद जिला मुख्यालय में कोटवार संघ ने अपनी मांग पूरी करने ज्ञापन सौंपा
सिवनी। गोंडवाना समय।
राजस्व सहित शासन प्रशासन की ग्रामीण क्षेत्र की महत्वपूर्ण ईकाई के रूप में अपनी जिम्मेदारी निभाने वाले कोटवार बीते कई वर्षों से अपनी मांगों को लेकर सरकार, शासन, प्रशासन को ज्ञापन के माध्यम से अवगत करा रहे जिसमें नियमितीकरण, कलेक्ट्रेट दर पर वेतन दिया जाए, माल गुजारों के समय में जो भूमि प्रदान की गई थी कोटवारों को ड्यूटी करते समय उस भूमि को मालिकाना हक दिया जाए। इसके साथ ही अन्य मांग भी सरकार के समक्ष रखी जाती रही है।
ब्रिटिश शासन के जमाने से सन 1852 से मध्यप्रदेश में पदस्थ है
कोटवार संघ के प्रदेश कार्यकारिणी के आवाहन पर 16 नवंबर 2022 को सिवनी जिला के सभी आठों तहसीलों में तहसीलदार को ज्ञापन सौंपा गया था, उसके बाद प्रदेश कार्यकारिणी के आवाहन पर 25 नवंबर 2022 को जिले की आठों तहसीलों एवं जिला कार्यकारिणी की उपस्थिति में कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा गया।
वहीं इसके बाद भी मांग पूरी नहीं की गई तो मध्यप्रदेश के 52 जिला के कोटवार साथियों के साथ 1 दिसंबर 2022्रको नीलम पार्क में भोपाल में लगभग 38000 कोटवार हड़ताल पर बैठ जाएंगे। अपनी मांगों को लेकर कोटवार पद ब्रिटिश शासन के जमाने से सन 1852 से मध्यप्रदेश में पदस्थ है और शासन-प्रशासन ने आज दिन तक इन गरीब कोटवारों की एक छोटी सी मांग पूरी नहीं कर पाई इसलिए मजबूर होकर कोटवार हड़ताल कर रहे हैं।
कोटवारों की हालत मजदूर को मिलने वाले पारिश्रमिक से भी कम है
कोटवारों की आंखों के सामने डयूटी पर आये कर्मचारी होमगार्ड, ग्राम पंचायत सचिव, सहायक सचिव, आंगनवाड़ी कार्यकर्ता, सहायिका, आशा कार्यकर्ता इनकी सबकी सैलरी से कोटवारों की सैलरी आज की बढ़ती महंगाई को देखते हुए शासन प्रशासन द्वारा नहीं बढ़ाई गई है। वहीं कोटवारों को तो मानदेय दिया जा रहा है। ऐसी स्थिति में कोटवारों की हालत मजदूर को मिलने वाले पारिश्रमिक से भी कम है। जबकि कोटवार से कई बार 24 घंटे गांव से लेकर शहर, शहर से लेकर गांव तक को ऐसा कोई भी विभाग नहीं होगा जिसका काम कोटवार से नहीं कराया जाता। इसके बाद भी सरकार कोटवारों की समस्या का समाधान नहीं कर रही है ऐसी स्थिति में मजबूर होकर कोटवार 1 दिसंबर से हड़ताल पर रहेंगे।
ज्ञापन सौंपते समय ये रहे मौजूद
ज्ञापन सौंपते समय सिवनी जिला की आठों तहसीलों के पदाधिकारियों की उपस्थिति में ज्ञापन सौंपा गया। जिसमें जिला अध्यक्ष मनोज मेश्राम, जिला महासचिव मनोज कुमार गजभिए, सिवनी तहसील अध्यक्ष नंदकिशोर डहेरिया, बरघाट तहसील उपाध्यक्ष सुरेंद्र मेश्राम, कुरई तहसील अध्यक्ष कन्हैयालाल, छपारा तहसील से जिला मीडिया प्रभारी राजकुमार डेहरिया, जिला महामंत्री सहेश कुमार डेहरिया, करुणा डोंगरे शहीदा बानो, शशि बोरकर, आरती डेहरिया, कविता डेहरिया, छाया डेहरिया, रामप्रसाद मेश्राम, दीनू लाल सेन्डे, केशव गेडाम, राधेश्याम डेहरिया, धर्मेंद्र डेहरिया, दादूराम डेहरिया, महेश उर्फ गया प्रसाद डेहरिया, अरविंद डेहरिया, मनोज कुमार धुर्वे, महेंद्र बंशकार, मलखान सिंह डेहरिया, जसवंत डेहरिया, विद्या बाई चौहान, पुष्पा पाटिल जिला कार्यकारिणी के पदाधिकारी में सुखराम मेश्राम, धनोरा तहसील से कांतलाल डेहरिया, जगदीश डेहरिया, तहसील अध्यक्ष कृष्ण कुमार डेहरिया, उपाध्यक्ष कोषाध्यक्ष एवं समस्त कोटवारों की उपस्थिति रही।