Type Here to Get Search Results !

जनजातिय वर्ग पर देश में बढ़ रहे अन्याय, अत्याचार

जनजातिय वर्ग पर देश में बढ़ रहे अन्याय, अत्याचार

मध्यप्रदेश में जनजातियों पर बढ़ते अत्याचारों का मामला राज्यसभा में गूंजा

बहुजन समाज पार्टी के राज्यसभा सांसद रामजी गौतम ने उठाया मुद्दा 


नई दिल्ली/सिवनी। गोंडवाना समय। 

भारत देश में जनजातियों पर बढ़ रहे अन्याय, अत्याचार को लेकर राज्यसभा में बहुजन समाज पार्टी के राज्यसभा सांसद रामजी गौतम ने मुद्दा उठाते हुये सरकार को घेरा।
            


उक्त जानकारी देते हुये बहुजन समाज पार्टी के विधानसभा प्रभारी रवि मेश्राम ने बताया कि जनजातिय वर्ग को लेकर अन्य मुद्दों को गंभीरता के साथ उठाकर सरकार का ध्यानाकर्षण कराया गया। मध्यप्रदेश में जनजातियों के साथ हुये अन्याय, अत्याचार को लेकर विशेष रूप से मुद्दा उठाया गया।
        बहुजन समाज पार्टी के राजयसभा सांसद रामजी गौतम ने राज्यसभा सदन में बात रखते हुये कहा कि राजस्थान के अंदर कार्तिक भील की हत्या कर दी गई है जैसे कि जितेन्द्र मेघवाल की हत्या कर दी गई थी। पूरे देश के अंदर ट्राईबल के ऊपर अत्याचार, अन्याय, बढ़ गया है कार्तिक भील जो कि सामाजिक व संवैधानिक अधिकारों के लिये संघर्ष कर रहा था उसकी हत्या कर दी गई।

उत्तरप्रदेश, छत्तीसगढ़ में अनुसूचित जाति को प्रमाण पत्र जारी करने की उठाई आवाज 

उत्तरप्रदेश में गोंड, धारिया, नायक, राजगोड की लंबे अरसे से मांग आ रही थी उन्हें जनजाति वर्ग का प्रमाण पत्र दिय जाये। छत्तीसगढ़ में भी महरा और मेहरा जाति के लोग जनजाति से मिलते जुलते पूजन पद्धित, संस्कृति मिलती है।

धोबी समाज को अनुसूचित जाति में शामिल करने की रखी मांग

बहुजन समाज पार्टी के राज्यसभा सांसद रामजी गौतम ने राज्यसभा के सदन में अपनी बात रखते हुये कहा कि मध्यप्रदेश में धोबी समाज है जो कि भोपाल, सीहोर, व रायसेन में अनुसूचित जाति में आता है। इनके कार्यकलापों के कारण धोबी समाज के साथ जातिगत भेदभाव होता है इसलिये धोबी समाज का कहना है कि हमें मध्यप्रदेश में अनुसूचित जाति में शािमल  किया जाये। वहीं धोबी समाज को अनुसूचित जाति में शामिल करने पर मध्यप्रदेश में अनुसूचित जाति का आरक्षण बढ़ाया जाये। 

स्त्री रोग विशेषज्ञ की परीक्षा में एससी, एसटी, ओबीसी के जातिगत आधार पर भेदभाव कर नंबर प्रदान किये गये

बहुजन समाज पार्टी के राज्यसभा सांसद रामजी गौतम ने राज्यसभा सदन के पटल पर अपनी बात रखते हुये जनजाति मंत्री का ध्यानाकर्षण कराते हुये कहा कि मध्यप्रदेश में जनजाति वर्ग में स्कूल शिक्षा विभाग और जनजाति विभाग के द्वारा लगभग 1082 पद के लिये भर्ती निकाली गई थी जहां पर 9315 जनजाति के क्लाफाईल कर दिया लेकिन बाकी के पद खाली रह गया है।
        वहीं ईडब्ल्यू 767 पोस्ट को बढ़वाया जाये। इसके साथ ही स्त्री रोग विशेषज्ञ को दिये गये एससी, एसटी, ओबीसी के जातिगत आधार पर भेदभाव कर नंबर प्रदान किये गये। इस मामले में जनजातिय मंत्रालय के साथ साथ समाजिक अधिकारिता मंत्रालय। 

सिवनी, नेमावर, नीमच का मुद्दा राज्यसभा में गूंजा

पूरे देश के अंदर ट्राईबल के ऊपर अत्याचार, अन्याय, बढ़ गया है। कार्तिक भील जो कि सामाजिक व संवैधानिक अधिकारों के लिये संघर्ष कर रहा था उसकी हत्या कर दी गई। वहीं मध्यप्रदेश के सिवनी जिले में कुरई पुलिस थाना अंतर्गत 2 आदिवासियों की हत्या की गई और एक आदिवासी को गंभीर रूप से घायल कर दिया गया जो कि जनजातियों पर अन्याय, अत्याचार है।
        इसी तरह मध्यप्रदेश में नीमच में ट्रक से घसीटकर एक आदिवासी की हत्या कर दी गई। इसके साथ ही मध्यप्रदेश में नेमावर में पूरे आदिवासी परिवार को हत्या करके जमीन पर गाड़ दिया गया। केरल में मधु नाम का ट्राईबल जो कि जंगल से निकलकर अपने काम के लिये शहर आया लेकिन उसे मारपीट कर हत्या कर दी गई। देश में जनजातियों पर अन्याय, अत्याचार की पुनरावृत्ति नहीं होना चाहिये इसके लिये सरकार का ध्यानाकर्षण कराया। 

Post a Comment

0 Comments
* Please Don't Spam Here. All the Comments are Reviewed by Admin.