उत्तरप्रदेश में भी पनिका समाज आदिवासी जनजाति वर्ग में हैं किंतु छत्तीसगढ़ में हम अन्य पिछड़ा वर्ग में शामिल हैं, यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है
छत्तीसगढ़ के सरगुजा संभाग में गोंड-पनिका सम्मेलन सम्पन्न
अजय सिंह पोर्ते, संवाददाता
सरगुजा व बिलासपुर संभाग
देवनगर-सूरजपुर/छत्तीसगढ़। गोंडवाना समय।
छत्तीसगढ़ प्रदेश के सरगुजा संभाग के सूरजपुर जिले के देवनगर में सभा सम्बोधित करते हुए सर्वप्रथम पनिका समाज उत्थान समिति के संरक्षक रामजीत पनिका ने सामाजिक समिति एवं पनिका समाज की संवैधानिक विसंगतियों पर उपस्थित लोगों को विस्तार से जानकारी दिया और सामाजिक संगठन को मजबूत बनाने का अपील किया।
विशिष्ट अतिथि के रूप में सूरजपुर जिले के जिला पंचायत सदस्य बिहारी लाल कुलदीप पनिका ने कहा कि हमें राजनीतिक बातें नहीं करना और सभी सामाजिक संगठनों का सम्मान करते हुए सामाजिक काम करने हैं और सामाजिक रूप से एकजुट होकर काम करते हुए हमें अन्य िपछड़ा वर्ग से पुन: अनुसूचित जनजाति वर्ग में शामिल होने के लिए काम करने हैं।
विशिष्ट अतिथि के रूप में सूरजपुर जिले के जिला पंचायत सदस्य बिहारी लाल कुलदीप पनिका ने कहा कि हमें राजनीतिक बातें नहीं करना और सभी सामाजिक संगठनों का सम्मान करते हुए सामाजिक काम करने हैं और सामाजिक रूप से एकजुट होकर काम करते हुए हमें अन्य िपछड़ा वर्ग से पुन: अनुसूचित जनजाति वर्ग में शामिल होने के लिए काम करने हैं।
पनिका समाज की पूजा पद्धति भी आदिवासी जनजातियों के समान है
छत्तीसगढ़ राज्य के राजधानी रायपुर से चलकर आए पनिका समाज के सुमित दास ने कहा कि हमें सरगुजा एवं बस्तर संभाग में आदिवासियों संस्कृति से सीखना है, चूंकि सरगुजा व बस्तर संभाग के पनिका समाज आदिवासी संस्कृति को मानते हैं और पनिका समाज की पूजा पद्धति भी आदिवासी जनजातियों के समान है। हम छत्तीसगढ़ के विभिन्न गांवों में बैगा, अलवा, मांझी, मुखिया, पटेल, कोटवार के अभिन्न अंग के रूप में कार्य करते हैं और हम कोटवार के रूप में लगभग हर गांव में कार्य करते हैं और स्वाभिमान के साथ आदिवासियों के हर दु:ख-सुख में शामिल रहते हैं।
छत्तीसगढ़ प्रदेश में भी पनिका समाज संगठित हो रहा है, यह हमारे लिए गौरव का विषय है
छत्तीसगढ़ पनिका समाज शक्ति उत्थान समिति छत्तीसगढ़ के नवनियुक्त प्रदेश अध्यक्ष छत्तरलाल सांवरे ने कहा कि इस कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए गोंड समाज का बहुत महत्व पूर्ण योगदान है। जिसके लिए हम उन्हें धन्यवाद देते हैं। इस कार्यक्रम को आगे सम्बोधित करते हुए कहा कि मध्यप्रदेश के आठ जिलों में हमारे पनिका समाज के लोग आदिवासी जनजाति वर्ग में हैं और उत्तरप्रदेश में भी पनिका समाज आदिवासी जनजाति वर्ग में हैं किंतु छत्तीसगढ़ में हम अन्य पिछड़ा वर्ग में शामिल हैं, यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है। अब छत्तीसगढ़ प्रदेश में भी पनिका समाज संगठित हो रहा है, यह हमारे लिए गौरव का विषय है इस कार्यक्रम में विभिन्न जिलों के पनिका समाज के पदाधिकारी/कार्यकतार्ओं भारी संख्या में उपस्थित रहीं।
प्रमुख रूप से ये रहे मौजूद
जिसमें प्रमुख रूप से श्रीमती पार्वती गोयन, श्रीमती रूपलता गोयन, रमेश कुमार पनिका सहित गोंड समाज के अखिल भारतीय गोंडवाना गोंड महासभा जिला अध्यक्ष विजय मरपच्ची , छत्तीसगढ़ सर्व आदिवासी समाज सूरजपुर जिलाध्यक्ष मोतीलाल पैकरा,बियार समाज के मंत्री लाल बियार,साहू समाज के मनीष कुमार साहू, नेशनल आदिवासी पीपुल्स फेडरेशन के प्रदेश उपाध्यक्ष रघुनाथ सिंह मरकाम, आदिवासी समाज के जिला महासचिव बृजमोहन सिंह गोंड सहित विभिन्न संगठनों के पदाधिकारी गण उपस्थित थे। कार्यक्रम का अध्यक्षता एवं सभी अतिथियों का आभार व्यक्त शिवशंकर गोयन जिला अध्यक्ष पनिका समाज शक्ति उत्थान समिति सूरजपुर ने किया। इस कार्यक्रम का सफल संचालन राजू आर.डी.गोयन जिला एम.सी.बी.ने किया।
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