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अमृत सरोबर तालाब बूंद-बंूद पानी को मोहताज

अमृत सरोबर तालाब बूंद-बंूद पानी को मोहताज 

जनपद पंचायत छपारा की ग्राम पंचायत पहाड़ी में विभागीय अधिकारियों की नाकामी उजागर


सिवनी। गोंडवाना समय। 

आदिवासी विकासखंड छपारा के अंतर्गत जनपद पंचायत छपारा क्षेत्र की ग्राम पंचायत पहाड़ी में अमृत सरोबर तालाब का निर्माण कार्य जिस तरह से विभागीय अधिकारियों ने कराया है वह बिल्कुल मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री  श्री शिवराज सिंह चौहान के मुखवाणी के अनुसार ही बनाया गया है। अमृत सरोबर तालाब का निर्माण कार्य देश के प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के हाथों शुभारंभ कराया गया था।
                


इसके पहले मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा था कि विभागीय अधिकारी अमृत सरोबर तालाब का निर्माण इस तरह कराये कि वह तीर्थस्थल बन जाये ताकि वहां पर क्षेत्रिय ग्रामीणजन सहित शहरी क्षेत्र के नागरिकगण अमृत सरोबर तालाब का दर्शन करने जाकर खुश हो जाये।
                

मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान की मंशाअनुरूप में विधानसभा क्षेत्र सिवनी के अंतर्गत जनपद पंचायत छपारा की ग्राम पंचायत पहाड़ी में अमृत सरोबर तालाब का निर्माण विभागीय अधिकारियों ने कराया है। पहाड़ी ग्राम पंचायत में बने अमृत सरोबर तालाब के दर्शन करने के लिये ग्रामीणजनों, शहरी नागरिकों के साथ साथ मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री को भी अपने पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग के मंत्री को दर्शन करने के लिये जरूर पहुंचाना चाहिये ताकि वे अमृत सरोबर के निर्माण कार्य को देखकर खुश हो जाये। 

शिवराज सरकार कागजी आंकड़ों में देश में नंबर वन बनने की कर रही कोशिश लेकिन धरातल में है शून्य 


जनपद पंचायत छपारा के अंतर्गत अमृत सरोबर तालाब का निर्माण कार्य लगभग 17 लाख 91 हजार रूपये की लागत से कराया गया है। अमृत सरोबर तालाब एक-एक बूंद पानी को तरस रहा है, तकनीकि अधिकारियों व विभागीय अधिकारियों के द्वारा तालाब निर्माण में ऐसी तकनीक अपनाई गई है कि तालाब में पानी का नामोनिशान ही नहीं है।
                ऐसी स्थिति में कैसे जल संरक्षण होगा और जल का स्तर बढ़ेगा। इसके साथ ही क्षेत्रिय ग्रामीणों सहित पशुओं को निस्तार के लिये तालाब के पानी का लाभ मिल पायेगा, इसका जवाब जिम्मेदार अधिकारियों के पास है और न ही जवाबदार जनप्रतिनिधियों के पास भी है परंतु कोई जनता को सच बताना नहीं चाहता है। शिवराज सरकार भी कागजी आंकड़ों को बढ़ाकर देश में नंबर 1 आने की कोशिश कर रही है लेकिन धरातल में शून्य की स्थिति बनी हुुई है।
            

जबकि मध्यप्रदेश की शिवराज सरकार ने अमृत सरोबर तालाब का शुभारंभ देश के प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी से कराया था उसके बाद भी संंबंधित विभागीय अधिकारियों ने अमृत सरोबर को भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ा दिया है। वहीं क्षेत्रिय विधायक श्री दिनेश राय मुनमुन भी अमृत सरोबर जैसी महत्वकांक्षी योजना की भौतिकता जानने या जानकारी लेने में संवेदनशील नहीं है यहीं कारण है कि विभागीय अधिकारियों ने अमृत सरोबर तालाब में अत्याधिक आर्थिक अनियमितता को अंजाम दिया है। 

सरकार की धनराशि बर्बाद करने वाले विभागीय अधिकारियों से की जाये वसूली-सदम सिंह बरकड़े 


हम आपको बता दे कि जनपद पंचायत छपारा के अध्यक्ष श्री सदम सिंह बरकड़े ने बीते दिनों जब ग्राम पंचायत पहाड़ी का दौरा किया तो उन्होंने बताया कि ग्राम पंचायह पहाड़ी में अमृत सरोबर तालाब का निर्माण कार्य कराया गया है। जिसमें अत्याधिक भ्रष्टाचार देखने को मिला है क्योंकि अमृत सरोबर तालाब के निर्माण की लागत लगभग 17 लाख 91 हजार है लेकिन तालाब में एक बूंद पानी भी नहीं है।
                

जनपद पंचायत छपारा अध्यक्ष श्री सदम सिंह बरकड़े ने मुख्यमंत्री, विभागीय मंत्री सहित उच्चाधिकारियों से मांग किया है कि ग्राम पंचायत पहाड़ी में अमृत सरोबर तालाब का गुणवत्ताहीन निर्माण कार्य कराने वाले जिम्मेदार अधिकारियों पर विभागीय कार्यवाही करते हुये शासन की राशि जो बर्बाद किया गया है उसकी वसूली की जावे।
                        ग्राम पंचायत पहाड़ी में अमृत सरोबर तालाब का भौतिक निरीक्षण करने के दौरान जनपद पंचायत अध्यक्ष छपारा श्री सदम सिंह बरकड़े के साथ सरपंच संघ के अध्यक्ष अवध लाल मरकाम, सरपंच मीना राधेश्याम इरपाचे सहित ग्रामीणजन मौजूद रहे। 

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