Type Here to Get Search Results !

गोंडी भाषा को संविधान की आठवीं अनुसूची में शामिल करने की मांग को लेकर गोंडवाना गोंड महासभा शीघ्र प्रधानमंत्री से मिलेंगे

गोंडी भाषा को संविधान की आठवीं अनुसूची में शामिल करने की मांग को लेकर गोंडवाना गोंड महासभा शीघ्र प्रधानमंत्री से मिलेंगे

राष्ट्रीय, अंतरराष्ट्रीय महाधिवेशन झारसुगुड़ा उड़ीसा में लाखों गोंडियन समुदाय की उपस्थिति में संपन्न हुआ

अखिल भारतीय गोंडवाना गोंड महासभा द्वारा किया गया तीन दिवसीय महाधिवेशन 

उड़ीसा। गोंडवाना समय। 

अखिल भारतीय गोंडवाना गोंड महासभा का तीन दिवसीय राष्ट्रीय, अंतरराष्ट्रीय महाधिवेशन झारसुगुड़ा उड़ीसा में लाखों गोंडियन समुदाय की उपस्थिति में संपन्न हुआ।
            


झारसुगुड़ा के कांटा पाली स्टेडियम में अलग-अलग राज्यों के लिए अलग-अलग स्टाल बनाकर प्रतिदिन डेढ़ लाख लोगों के दिन-रात ठहरने की व्यवस्था की गई थी। चार लाख से अधिक सप्तरंगी झंडे झारसुगुड़ा महानगर की सड़कों, विभिन्न गलियों में शोभायमान हो रहा था। 

पूरा उड़ीसा, पूरा झारसुगुड़ा गोंडवानामय हो गया था 


पूरा उड़ीसा, पूरा झारसुगुड़ा गोंडवानामय हो गया था। शहर में कलश यात्रा निकाला गया। गोंडवाना ध्वज सतरंगी झंडा को फहराया गया। प्रथम दिवस राष्ट्रीय महाधिवेशन का शुभारंभ केंद्र सरकार के वरिष्ठ केंद्रीय मंत्री श्री धर्मेंद्र प्रधान के मुख्य आतिथ्य में संपन्न हुआ। कार्यक्रम की अध्यक्षता राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री शिशुपाल शोरी द्वारा किया गया। विशेष वक्ता के रूप में बरगढ़ के लोकसभा सांसद सुरेश पुजारी, श्री नित्यानंद गोंड विधायक उमरकोट, श्री गुरुचरण नायक पूर्व विधायक झारखंड, श्री बलभद्र मांझी पूर्व सांसद नवरंगपुर, राजा जितेंद्र प्रताप सिंह, रविंद्र नायक पूर्व विधायक कुचिंडा, राजीव पात्रा पूर्व विधायक बालीगुडा उपस्थित थे। द्वितीय सत्र के मुख्य अतिथि डॉ. प्रेमसाय सिंह टेकाम मंत्री शिक्षा, सहकारिता एवं आदिम जाति कल्याण विभाग थे। अध्यक्षता राष्ट्रीय उपाध्यक्ष श्री खामसिंह मांझी द्वारा किया गया। श्री नीलकंठ टेकाम, श्री लोकेंद्र सिंह, श्री आर.एन. ध्रुव, श्री हेमेंद्र महापात्रा पूर्व विधायक, श्री गोविंदा भोई, श्री भवानी कालू, श्री बुंदे धुर्वा, श्री फकीरा नायक विशेष रूप से उपस्थित थे। 

अलग-अलग सत्रों में अतिथि के रूप में मौजूद रहे




इसके साथ ही अलग-अलग सत्रों में अतिथि के रूप में राजा देवेंद्र प्रताप सिंह, रानी भवानी देवी सिंह, श्री होम सिंह मांझी, श्रीमती दमयंती महापात्रा, श्री कमल मर्सकोले पूर्व विधायक, श्री सोनऊ राम नेताम राष्ट्रीय उपाध्यक्ष, एडवोकेट पेंडोर प्रभाकर तेलंगाना, श्री माधव चंद्र गणनायक, श्री पुरुषोत्तम ध्रुवा, श्रीमती सुकांति बाला नायक प्रदेश अध्यक्ष उड़ीसा, युवा सत्र में श्री सूरज शाह पश्चिम बंगाल, के एम मैत्री कर्नाटक, हेमंत कुमार कोर्चे राष्ट्रीय अध्यक्ष जी एस यू, नारायण मरकाम कोया भूमकाल क्रांति सेना, डॉ. सुरेश झंकार पूर्व अध्यक्ष जी एस यू उड़ीसा, श्री जगन्नाथ नायक विधायक केउंझर, श्री प्रेमानंद नायक विधायक पूर्व मंत्री तेलकोई, राजेश गोंड उत्तर प्रदेश, नेहरू मंडावी आंध्र प्रदेश, महेंद्र नायक उड़ीसा प्रदेश अध्यक्ष, श्री फग्गन सिंह कुलस्ते केंद्रीय राज्य मंत्री इस्पात एवं रूरल डेवलपमेंट भारत सरकार, श्री नबकुमार शरण्या सांसद कोकराझार असम, श्री रमेश चंद्र मांझी सांसद उड़ीसा, श्री विकास मरकाम, श्रीमती डाली मांझी अध्यक्ष जिला पंचायत नवापारा, श्री आर एल धुरिया पश्चिम बंगाल, श्री रविंद्र नायक, श्री रमेश चंद्र साय विधायक उड़ीसा, महिला सत्र में श्रीमती हीरासन उईके राष्ट्रीय अध्यक्ष मध्यप्रदेश, बिनापानी नायक, श्रीमती सुजाता नायक, श्रीमती अलका मोहंती विधायक ब्रजराजनगर, कुमारी कुंती प्रधान अध्यक्ष जिला पंचायत उड़ीसा, श्री जगन्नाथ सरका मंत्री आदिम जाति कल्याण, विधि विभाग उड़ीसा सरकार, श्री प्रकाश चंद्र मांझी विधायक नवरंगपुर ,श्री दिवाकर पेंदाम राष्ट्रीय सचिव महाराष्ट्र ,श्री सुभाष गोंड पूर्व विधायक, श्री प्यारीमोहन नायक महासचिव उड़ीसा, श्री हिम्मत सिंह अरमो राष्ट्रीय सचिव, श्री फूल सिंह नेताम प्रदेश कोषाध्यक्ष छत्तीसगढ़, श्री चंदन मर्सकोले प्रदेश अध्यक्ष मध्यप्रदेश, श्री मुरलीधर टेकाम प्रदेश अध्यक्ष महाराष्ट्र, श्री सच्चिदानंद गोंड प्रदेश महासचिव हावड़ा, श्रीमती दुर्गावती उईके, कमलेश्वर मांझी झारखंड, श्री हेमंत ध्रुवा, डॉ नारवेन कासव टेकाम, श्री चूड़ामणि ध्रुवा, श्री वनमाली प्रसाद नेटि, श्री भुनेश्वर सिदार , श्री बुधवार सिदार,श्री सरवन सिदार, श्री आर.सी. ध्रुव, श्री मोहित ध्रुव, कोटनाके भीमराव तेलंगाना, मंगम विश्राम तेलंगाना उपस्थित थे। 

केंद्र सरकार स्तर के महासभा में जो भी प्रस्ताव पारित होंगे उनके क्रियान्वयन हेतु केंद्र सरकार पहल करेगी-धमेन्द्र प्रधान

इस अवसर पर श्री धर्मेंद्र प्रधान ने कहा कि तीनों दिन तक समाज हित में केंद्र सरकार स्तर के महासभा में जो भी प्रस्ताव पारित होंगे उनके क्रियान्वयन हेतु केंद्र सरकार पहल करेगी। उन्होंने कहा कि गोंडी भाषा को संविधान के आठवीं अनुसूची में शामिल करने हेतु शीघ्र पहल करने, गोंडवाना समाज के शहीद वीरों को पाठ्यक्रम में सम्मिलित करने हेतु प्रधानमंत्री से पहल की मांग करेंगे। उन्होंने यह भी कहा कि देश में आदिवासियों की विभिन्न मुद्दों को लेकर अतिशीघ्र राजधानी दिल्ली में महासभा का कार्यशाला आयोजित हो और जो भी मुद्दे महासभा तय करेंगे उन पर चर्चा हेतु प्रधानमंत्री एवं महामहिम राष्ट्रपति के साथ बैठक कर समाधान निकाला जावे। 

आदिवासी मुद्दों व समस्याओं को लेकर प्रधानमंत्री से चर्चा करेंगे 

असम के सांसद श्री नव कुमार शरणय्या ने कहा कि गोंडवाना गोंड महासभा देश में पूरे आदिवासियों को जोड़ने की क्षमता रखता है। उन्होंने कहा कि आदिवासी मुद्दों को लेकर राजधानी दिल्ली में होने वाले बैठक में जरूर उपस्थित होंगे और पूरी समस्याओं को लेकर प्रधानमंत्री से चर्चा करेंगे। डॉ. प्रेमसाय सिंह टेकाम ने कहा कि छत्तीसगढ़ में श्री भूपेश बघेल मुख्यमंत्री छत्तीसगढ़ शासन के द्वारा गाय के गोबर एवं गोमूत्र खरीद कर गौ पालको, किसानों को करोड़ों का लाभ दिलाया है। उन्होंने बताया कि छत्तीसगढ़ में कोदो, कुटकी, बाजरा आदि का समर्थन मूल्य तय कर देश में इन उत्पादों का महत्ता को स्थापित किए हैं। इस अवसर पर विभिन्न प्रदेशों से आए हुए समाज प्रमुखों द्वारा राष्ट्रीय महासभा में पूर्व में पारित प्रस्ताव के अलावा प्राप्त सुझाव पश्चात सर्वसम्मति से महासभा द्वारा प्रस्ताव पारित किए गए। इस अवसर पर छत्तीसगढ़, उड़ीसा, झारखंड, पश्चिम बंगाल, मध्यप्रदेश, दिल्ली, तेलंगाना ,आंध्रप्रदेश, कर्नाटक, उत्तर प्रदेश, बिहार ,असम सहित अन्य राज्यों के समाजिक मुखिया गण लगभग तीन लाख की संख्या में उपस्थित थे।

Post a Comment

0 Comments
* Please Don't Spam Here. All the Comments are Reviewed by Admin.