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गोंडियन समुदाय की आस्था के साथ कमल नाथ की मौजूदगी में किया गया खिलवाड़

गोंडियन समुदाय की आस्था के साथ कमल नाथ की मौजूदगी में किया गया खिलवाड़ 

संस्कृति हमारी पहचान है, इसके संरक्षण, संवर्धन एवं सम्मान हमारी जिम्मेदारी है-आर एस काकोड़िया 


भोपाल। गोंडवाना समय।
 

तिरूमाल आर. एस. ककोड़िया प्रदेश अध्यक्ष कोयतोड़ गोंडवाना महासभा म.प्र. ने छिंदवाड़ा जिला मुख्यालय में आयोजित बादलभोई बलिदान दिवस कार्यक्रम के आयोजन के द्वारा गोंडियन समुदाय के कुल देवता, दुल्हादेव स्वरूप कंकन मोर का दुरूपयोग कर पूर्व मुख्यमंत्री कमल नाथ व सांसद नकुल नाथ के स्वागत करवाने पर कार्यक्रम आयोजन मंडल की निंदा करते हुये कहा है कि देश में लगभग डेढ़ करोड़ गोंड जनजाति निवासरत है। जिसमें सबसे ज्यादा संख्या में गोंड लोग मध्यप्रदेश में निवास करते है।
                


जिंनकी बोली-भाषा, संस्कति, रीति रिवाज  एवं धार्मिक व्यवस्थाओं की एक अलग पहचान है। इनकी संस्कृति पर अनवरत अन्य समुदाय के द्वारा कुठाराघात होते चला आया है। जिसमें गोंड समुदाय के ही कुछ मंदबुद्धि, लोभी-लालची  एवं स्वार्थी लोंगो का हाथ होता है।
                ऐसा ही एक वाकया छिन्दवाड़ा जिले में देखने आया है। अवसर है श्री बादल भोई का बलिदान दिवस आयोजन, छिन्दवाड़ा शहर के बीच पोला ग्राउंड में दिनांक 21 फरवरी 2023 दिन मंगलवार को मनाया गया। जिसके आयोजक श्री किशोर उइके जिला-अध्यक्ष, आदिवासी कांग्रेस छिंदवाड़ा एवं संयोजक श्री विक्रम आहके महापौर-छिन्दवाड़ा थे।

गोंडियन समुदाय के कुल देवता, दूल्हा देव स्वरूप बाना कंकन मोर का दुरूपयोग किया 


चूँकि ये दोनों पदाधिकारी जनजातीय गोंड समुदाय से हैं किन्तु इन्हें शायद अपनी धर्म संस्कृति या तो कोई लगाव नहीं है या अनजान है। इनके क्रिया कलापों से पता चलता है कि अपनी स्वार्थपूर्ति के लिए राजनेताओं के सामने सामाजिक, सांस्कृतिक एवं धार्मिक महत्त्व को तिलांजली देने में इन्हें जरा भी संकोच नहीं है तभी इन्होने खुले मंच पर गोंडियन समुदाय के कुल देवता, दूल्हा देव स्वरूप बाना कंकन मोर का दुरूपयोग कर मुख्य अतिथि श्री कमलनाथ पूर्व मुख्यमंत्री एवं श्री नकुलनाथ सांसद के स्वागत में पेश करवा दिया है।
                जबकि गोंड समुदाय का बच्चा-बच्चा कंकन मोर का महत्त्व एवं उसकी उपयोगिता के बारे में जनता है। वह यह भी जनता है की यह कंकन मोर सामाजिक भूम्काओं के नेतृत्व में विशेष विधि से केवल दूल्हा ही धारण कर सकता है। जिसे कार्य सम्पन्न होने के पश्चात  ससम्मान विदाई कर विसर्जित किया जाता है। 

आयोजक सदस्यों पर सक्त कार्यवाही की जाये 

उक्त घटना में गोंड समुदाय की आस्था के साथ खिलवाड़ किया गया है। गोंड समाज के सामाजिक शुभचिंतक अचम्भित है, इतने बड़े आयोजन में अपने अराध्य  का अपमान बर्दास्त से बहार है। कोयतोड़ गोंडवाना महासभा मध्यप्रदेश दूल्हा देव का अपमान होंने पर आयोजक मंडल की कड़ी निंदा करती है।
                इसके साथ ही मध्यप्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष श्री कमल नाथ को आगाह करती है कि आयोजक सदस्यों पर सक्त कार्यवाही की जाये ताकि भविष्य में किसी भी समुदाय की आस्था पर चोट न पहुँचाया जाये। किसी भी तरह की कार्यवाही न होने पर संगठन सड़क पर उतरने के लिए मजबूर हो जायेगा। 

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