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पाकरटोला में स्थापित बड़ा देव ठाना का भव्य निर्माण गोंडियन धर्म सत्ता की लड़ाई में जीत का है ऐतिहासिक प्रमाण

पाकरटोला में स्थापित बड़ा देव ठाना का भव्य निर्माण गोंडियन धर्म सत्ता की लड़ाई में जीत का है ऐतिहासिक प्रमाण 

ग्राम सगाजनों ने एकता के साथ तन, मन, धन लगाकर किया है बड़ा देव ठाना का निर्माण 

गोंडी धर्म संस्कृति कोया पुनेम धर्म दर्शन गोंडी गाथा 2023 का 5 दिवसीय पाकरटोला खापा में हुआ प्रारंभ 

केवलारी ब्लॉक के पाकरटोला खापा में 5 दिवसीय गोंड़ी गाथा एवं उद्बोधन कार्यक्रम में शामिल होंगे गोंगपा राष्ट्रीय अध्यक्ष 

केवलारी। गोंडवाना समय।
गोंडी धर्म संस्कृति कोया पुनेम धर्म दर्शन गोंड गाथा 2023 का 5 दिवसीय आयोजन केवलारी ब्लॉक के पाकरटोला में 8 मार्च 2023 से सगासमाज की मौजूदगी में प्रारंभ हो गया है।
            

उक्त आयोजन के संबंध में कार्यक्रम संरक्षक प्रीतम सिंह उइके ने जानकारी देते हुये बताया कि गोंडवाना के पारम्परिक गोड़ी धर्म, भाषा, रीति रिवाज, परंपरा संस्कृति पीढ़ी दर पीढ़ी को पूर्वजों ने संजोकर रखा। इसी वैभवशाली संस्कृति परंपरा को गोंडवाना रत्न लिंगोवासी दादा हीरा सिंह मरकाम जी ने समाज के सभी क्षेत्र में अपना सर्वोच्च जीवन समर्पित किया है।
                

जिनके त्याग और तपस्या को आदर्श मानकर ग्राम खापा (पाकरटोला में पंच शक्ति आदिशक्ति बड़ादेव ठाना में कोया पुनेम कार्यक्रम का आयोजन 8 मार्च से प्रारंभ हो गया है जिसमें हजारों की संख्या में प्रतिदिन सगाजनों की उपस्थित हो रहे है। 

बड़ा देव ठाना बनाने दादा सिरजू मर्सकोले जी के द्वारा अपने ग्राम वासियों के बीच रखा गया था प्रस्ताव 


कार्यक्रम संरक्षक प्रीतम उईके ने बताया कि सिवनी जिले के अंतर्गत केवलारी ब्लॉक का ग्राम खापा पाकर टोला में बना बड़ा देव ठाना गोंडवाना संस्कृति का महत्त्वपूर्ण केन्द्र बिंदु है। जो कि गोंडियन संस्कृति परंपरा, रीति रिवाज को पीढ़ि दर पीढ़ि अग्रसर करने का कार्य कर रहा है।
                हम आपको बता दे कि केवलारी तहसील के अंतर्गत ग्राम खापा पाकर टोला में सन 2005 में शिवरात्रि के दिन बड़ा देव ठाना जो कि गोंडियन सगा समाज का सांस्कृतिक और धार्मिक स्थल है जहां पर भव्य बड़ा देव ठाना बनाने की आधारशिला रखी गई थी। 2005 से पहले एक खंडहर गड्डे वाले स्थान में ग्राम वासी और क्षेत्रवासियों के द्वारा वहां धार्मिक स्थल बनाने की परिकल्पना की गई थी। जिसकी शुरूआत गांव के वरिष्ठ नागरिक दादा सिरजू मर्सकोले जी के द्वारा अपने ग्राम वासियों के बीच रखा गया।

10 फिट गड्डे को समतल करने में लगा 2 वर्ष का समय, बैलगाड़ी से 2 किलोमीटर दूर से लाये गिट्टी, मिट्टी मुरम, 


कार्यक्रम संरक्षक प्रीतम उईके ने बताया कि फिर ग्राम वासियों ने अपनी एकता और श्रद्धा दिखाते हुए परिश्रम एवं तन, मन, धन लगाते हुये 10 से 12 फीट गहरे पत्थर और खंडहर जमीन को सर्वप्रथम लेबल किया था। यह काम कोई आसान नहीं था लेकिन गोंडियन समाज की आस्था, एकता ने इस कार्य में करीब 2 वर्ष का समय में जमीन को समतल करने में मिलजुलकर लगाया और गोंडियन समाज की एकता रंग लाई।
            

इतना ही नहीं गोंडियन समाज के सगाजनों ने एकता के साथ मिलजुलकर ग्रामवासियों के द्वारा लगभग 2 किलोमीटर की दूरी से बेलगाड़ी के मध्यम से पत्थर, मिट्टी और मुरम लाया गया। गांव वासियों के द्वारा गिट्टी, मुरम, सीमेंट लोहा के लिए पूंजी एकत्र की गई। यह भी स्थानीय जनों के लिए इतना आसान नहीं था।

दादा मोतीरावण कंगाली जी, दादा सुन्हेर सिंह ताराम व दादा हीरा सिंह मरकाम जी के प्रयास से समाज में आई धार्मिक क्रांति 


गोंडियन कार्यक्रम संरक्षक प्रीतम उईके ने बताया कि गोंडी धर्म, संस्कृति, रीति-रिवाज, परंपरा का ऐतिहासिक साहित्य संजोने एवं खोज करने में दादा मोतीरावण कंगाली जी, दादा सुन्हेर सिंह ताराम जी सहित दादा हीरा सिंह मरकाम जी का महत्वपूर्ण ऐतिहासिक योगदान है।
            

इसके साथ ही गोंडवाना गणतंत्र पार्टी जिसकी स्थापना पेनवासी दादा हीरा सिंह मरकाम जी के द्वारा वर्ष 1991 में को गई थी जो समाज के लिए आर्थक सत्ता, राजनीतिक सत्ता के साथ धर्म सत्ता के लिए भी आंदोलन शुरू किया था।
            

हालाकि मध्यप्रदेश में गोंडवाना को 2003 में 3 विधायक जीतकर पहले राजनीतिक सत्ता मिली लेकिन इस गोंडवाना मूवमेंट को एक बड़ी सफलता धर्म सत्ता की लड़ाई में मिली, जो आज जगह-जगह बड़े देव और पेन ठाना, अपनी संस्कृति की किया पुनेम कराकर गोंड समाज में क्रांति लाई जा रही है। आज से 18 साल पहले खापा पाकर टोला के ग्राम वासियों के द्वारा किया गया एक बड़ा भव्य देव ठाना का निर्माण गोंडियन धर्म सत्ता की लड़ाई में जीत जीता जागता प्रमाण है। 

सुंदर तलाब, एक सामुदायिक भवन और एक बड़ा मैदान है 


प्रकृतिशक्ति पर आस्था विश्वास करने वाला गोंडियन सगासमाज ने पाकरटोला में बड़ा देव ठाना का भव्य निर्माण तो किया ही है। इसके साथ में यहां पर सुंदर तलाब, एक सामुदायिक भवन और एक बड़ा मैदान है।
            प्रत्येक वर्ष 8 मार्च को यहां वार्षिक महोत्सव भव्यता के साथ जोर शोर से मनाया जाता है एवं प्रत्येक 3 साल में पांच दिवसीय कोया पुनेम का कार्यक्रम किया जाता है। इसी कड़ी में वर्ष 2023  में भी 8 मार्च से 13 मार्च तक 5 दिवसीय कोया पुनेम का कार्यक्रम किया जा रहा है।

गौड़ी गायकों द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम की प्रतिदिन प्रस्तुति दी जावेगी 

 

गोंड़ी धर्म भाषा रीति रिवाज अनुसार गोंडवाना के गोंड़ी धमाचार्य के द्वारा गोंड़ी गाथा एवं उद्बोधन कार्यक्रम पाँच दिवसीय जो कि दिनांक 08 मार्च 2023 प्रारंभ हो चुका है जो कि दिनांक 13 मार्च 2023 तक आयोजित किया गया है।
            

जिसमें रात्रि कालीन कार्यक्रम में समस्त गौड़ी गायकों द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम की प्रतिदिन प्रस्तुति दी जावेगी। आयोजन समीति द्वारा समस्त सगाजनों से निवेदन है इस धार्मिक कार्यक्रम के आयोजन में अधिक से अधिक संख्या में उपस्थित होकर कार्यक्रम को सफल बनावें एवं धर्म संस्कृति का लाभ लेंवे। 

ये है मुख्य अतिथि, विशिष्ट अतिथि एवं आमंत्रित अतिथि


कार्यक्रम की रूपरेखा के तहत पाकरटोला में दिनांक 08 मार्च 2023, दिन बुधवार को कलश स्थापना प्रात: 8 बजे से 11 बजे तक निकाली गई। वहीं आयोजन के दौरान प्रतिदिन गौड़ी गाथा समय दोप. 01 से 4 बजे तक हवन पूजन प्रात: 8 बजे से 12 बजे सांस्कृतिक कार्यक्रम गौड़ी गाथा के साथ संगीतमय भजन व लोकगीत के साथ कार्यक्रम के अंतिम दिन दिनांक 13 मार्च 2023, सोमवार भण्डारा 12 बजे से 4 बजे तक रात्रिकालीन सांस्कृतिक कार्यक्रम रात्रि 9 बजे से (गोंडवाना शंभू शेख डांसग्रुप केवलारी द्वारा) पुनेमाचार्य-रमनशाह उड़के- गोंडवाना देवरी वि.ख. धनौरा द्वारा दिया जायेगा।
                मुख्य अतिथि तिरु तुलेश्वर सिंह मरकाम राष्ट्रीय अध्यक्ष गोंडवाना गणतंत्र पार्टी, तिरु श्याम सिंह मरकाम राष्ट्रीय महासचिव गोंडवाना गणतंत्र पार्टी, तिरु. कुंवर बलवीर सिंह तोमर राष्ट्रीय महासचिव गणतंत्र पार्टी, तिरु. इजराइल खान राष्ट्रीय कानूनी सलाहकार गोंडवाना गणतंत्र पार्टी, तिरु हरेन्द्र सिंह मार्को प्रदेश संगठन मंत्री गोंडवाना गणतंत्र पार्टी, विशिष्ट अतिथि तिरू. अमान सिंह पोर्ते मध्यप्रदेश अध्यक्ष, तिरू मान सिंह इनवाती 750 धनवंतरी दादा साजवा दरबार, तिरू. रामगुलाम उइके प्रदेश उपाध्यक्ष, तिरू उमेद सिंह जाट प्रदेश अध्यक्ष किसान मोर्चा, तिरू अखिलेश मर्सकोले प्रदेश अध्यक्ष युवा मोर्चा रहेंगे।
                वहीं आमंत्रित अतिथियों में डॉ. वेदसिंह ठाकुर जिला अध्यक्ष किसान मोर्चा, तिरु घूर सिंह सल्लाम जि.पंचा. स. धनौरा, तिरू गोवर्धन सिंगराम जि. पंचा. स. घंसौर, तिरु पितई कांटा मसराम, जि.पंचा. स. लखनादौन, तिरू प्रकाश धुर्वे जि. प्र. सिवनी, तिरु ललिता रावेनशाह उड़के जि.पंचा. स. छपारा, तिरू शिवांगी रामस्वरूप उइके जि. पंचा. स. घंसौर, तिरु सदम सिंह वरकड़े ज.अ. छपारा, तिरु सरिता परसरारम उइके ज.अ. घसोर, तिरु गुलाब सिंह भलावी ज.अ. धनौरा मौजूद रहेंगे। 

ये है कार्यक्रम अध्यक्ष, मंच संचालक, आयोजक एवं निवेदक

कार्यक्रम अध्यक्ष गया प्रसाद कुमरे जिला अध्यक्ष गोंगपा सिवनी, जोगी सरयाम ब्लाक अध्यक्ष केवलारी, मंच संचालक मंतलाल पूषाम जिला सचिव किसान मोर्चा सिवनी, मेर सिंह परते जिला सचिव गोंगपा, आनंद कुमरे, विनोद कुमरे, मान सिंह तेकाम, कोपाराम कुमरे, हरी सिंह कुमरे, कंचन तेकाम, डीलन उइके, मदन तेकाम एवं समस्त खापा ग्रामवासी है।
                इसके साथ कार्यक्रम के निवेदकगणों में नारायण मर्सकोले सरपंच, अर्जुन राय सरपंच, रामलाल उइके, ज.प.स., सम्पत नेगीलाल उड़के ज.प.स.. रमेश सैयाम ज. प. स. पीतम मसराम ज.प.स., मिथलेश नीरू सिंह तेकाम पार्षद, राममिलन कुवेर्ती पार्षद, कलीम खान सरपंच, भजन मर्सकोले, अमान सिंह उइके, धनराज मर्सकोले, गनेश उइके, अशोक मर्सकोले, कमलेश धुर्वे, रामप्रसाद उइके, मनकलाल पन्द्रे, सुखलाल परते, मोहन सरयाम, वासुदेव मरकाम, रामप्रसाद धुर्वे, देवसिंह धुर्वे, नीतेश कुवेर्ती, किशन परते, रामनाथ मर्सकोले, गोपाल धुर्वे, सोहन कुमरे, गुड्डु परते, भैया लाल पूपाम, इन्द्र कुमार मर्सकोले, दिनेश मर्सकोले, कमल मलावी, मरोस उइके, ग्राम सिंह मलावी, महेन्द्र कुमरे, खेरसिंह उइके, सूरज कुमरे, अर्जुन उइके, धनसिंह उइके, राम सिंह धुर्वे, मंगल उइके, गणेश सैयाम, राजेन्द्र सल्लाम, बुधे सिंह भलावी, श्याम लाल ककोड़िया, सोहन कुमरे, विष्णु मरकाम, सुग्रीव मरावी, अर्जुन तिलगाम, सुरे सिंह उइके, कुंवर धुर्वे, लामू उइके, नरेश परते, दिनेश सरयाम, अनिल वट्टी, अशोक वट्टी, लोटन तिलगाम, हेमराज आर्मो, हेमंत तिलगाम, नंदू वरकड़े, प्यारे लाल उइके, संतलाल कुमरे, पंकज उइके, संजू उइके, आशीष उइके, राजकुमार उइके, प्रकाश उइके, गणेश उइके, सतीष मर्सकोले, दिलीप मरकाम, श्रीराम धुर्वे, सौरभ ककोड़िया, तेजसिंह मरावी, मेमसिंह वरकडे, महेश उइके, गोविन्द उइके, सेवकलाल उइके, जयपाल तेकाम, बलीराम तेकाम, रतिराम उइके, मेहताब भलावी, फूलचंद उइके, चंद्रप्रकाश इड़पाचे, बन्द्रलाल परते, पूनाराम मसराम, रविशंकर उइके, मनोज उइके, रमेश सैयाम, उदयसिंह उइके, रामचरण परते, चमरूलाल उइके, हीरासिंह मसराम, सुमत परते, घनश्याम परते, रामलाल परते, सतेन्द्र भलावी, मुन्नी लाल धुर्वे सरपंच, आनंद उइके, राजेश परते, जीवन लाल भलावी, महेन्द्र वरकड़े । 

ये है कार्यक्रम संरक्षक


कार्यक्रम संरक्षक प्रीतम सिंह उइके, दादा चेतराम उइके, सिरजू मर्सकोले, बसंत सल्लाम, मेहरू सिंह मर्सकोले - मो.6260134016, 9165117635, 9399389605, 6260031313, 8435557519 पर संपर्क कर सकते हैं।

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