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आदिवासियों की मूल पहचान छीन रही है भाजपा और आरएसएस-दिग्विजय सिंह

 आदिवासियों की मूल पहचान छीन रही है भाजपा और आरएसएस-दिग्विजय सिंह 

आदिवासियों, दलितों, जल-जंगल-जमीन की लड़ाई के साथ-साथ संविधान और लोकतंत्र की लड़ाई भी लड़ना पड़ेगा

उस समय अंग्रेज की गोली ने शहीद किया, आज मध्यप्रदेश सरकार की गोली शहीद कर रही है 

एक करोड़ आदिवासी के घर, बर्बाद करने के लिए रचा जा रहा षड्यंत्र 

केंद्र में ऐसी सरकार है कि जिस चीज को हाथ लगाओगे उसमें टैक्स लग जाता है

आदिवासी मिशन स्थापना दिवस के अवसर पर शरदचंद्र पवार, दिग्विजय सिंह सहित अन्य नेताओं ने दिया संदेश 

बिरसा ब्रिगेड कॅडराईज कार्यकर्ताओं की अतिथियों ने की प्रशंसा

सिवनी। गोंडवाना समय। 

आदिवासी मिशन स्थापना दिवस के अवसर पर सिवनी जिला मुख्यालय में 2 अप्रैल 2023 को आयोजित कार्यक्रम में एसटी, एससी, ओबीसी, अल्पसंख्यक समुदाय का समागम हुआ। इस दौरान राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष शरदचंद्र पवार सहित राष्ट्रीय व प्रांतीय पदाधिकारी एवं कांगे्रस पार्टी के राज्यसभा सांसद व पूर्व मुख्यमंत्री श्री दिग्विजय सिंह सहित कांग्रेस पार्टी के बरघाट श्री अर्जुन सिंह काकोड़िया, निवास विधायक डॉ अशोक मर्सकोले, डिंडौरी विधायक श्री ओमकार मरकाम, लखनादौन के विधायक श्री योगेन्द्र सिंह बाबा सहित अन्य पदाधिकारी मौजूद रहे।
                


बिरसा बिग्रेड के प्रमुख इंजिनियर सतीश पेंदाम व सिवनी सहित मध्यप्रदेश, महाराष्ट्र सहित अन्य राज्यों के आदिवासी समाज के सगाजन व बिरसा बिग्रेड के पदाधिकारी हजारों की संख्या में मौजूद रहे। आदिवासी मिशन स्थापना दिवस के अवसर पर आदिवासी समाज के द्वारा कार्यक्रम के दौरान सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुति दी गई।
                

वहीं आदिवासी समाज के गौरव देश की आजादी के लिये बलिदान देने वाले क्रांतिकारियों को नमन कर आदरांजलि दी गई।

वहीं आदिवासी मिशन एवं बिरसा बिग्रेड मिशन के तहत कार्य करने वाले जो अब इस दुनिया में नहीं है उन्हें भी आदरांजलि दी गई।

इसके साथ ही बिरसा बिग्रेड मिशन में सराहनीय कार्य करने वाले एवं अन्य सामाजिक मुवमेंट में कार्य करने वालों का भी सम्मान किया गया। जिसमें प्रमुख रूप से डॉ आनंद राय इंदौर व रामदेव काकोड़िया का भी सम्मान किया गया। 

जल, जंगल, जमीन पर पहला हक आदिवासियों का है-शरद पवार 


2 अप्रेल 2023 को आदिवासी मिशन स्थापना दिवस पर सिवनी मुख्यालय में आयोजित सम्मेलन में कार्यक्रम के प्रमुख वक्ता राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री शरदचंद्र पवार ने अपना संदेश देते हुये कहा कि जल, जंगल, जमीन इसका पहला हक आदिवासी लोगों को है।
                आज इस देश का जल, जंगल, जमीन बचाने के लिए सब से ज्यादा मेहनत जिन्होंने किए है उनमें आदिवासी का नाम लेना होगा। आज देश में कई विकास के प्रकल्प शुरू है जो देश के लिए फायदेमंद है। मगर यह विकास और फायदे की बात जिस जमीन के मालिक आदिवासी के लिए हैं उसे ही सब से ज्यादा चुनौती देनी पड़ती है।
                देश की भलाई के लिए कीमत देने वाला इस देश का कौन सा हिस्सा है, कौन सा वर्ग है यह सवाल पुछा गया तो पहला नाम आदिवासी का होता है। इसलिए हम सभी की जिम्मेदारी है की आदिवासी जनों की समस्या हल करने के लिए उनके पीछे मजबूती सें आज खड़े रहने की आवश्यकता है। 

बिरसा मुंडा एक ऐसे व्यक्ति थे जिन्होंने देश की आजादी के लिये अंग्रेजों के खिलाफ संघर्ष किया 


सिवनी मुख्यालय के पॉलिटेक्निक कॉलेज ग्राउण्ड में आदिवासी मिशन स्थापना दिवस के अवसर पर श्री शरदचंद्र पवार ने आगे कहा कि आज आदिवासी मिशन का स्थापना दिन है। यह महत्त्व का दिन है, दूसरा काम हम ने मुंबई में किया है। आदिवासीयों के हित की रक्षा करने के लिये संघर्ष करने की जरुरत हो, तो संघर्ष करने का माहौल तैयार करने के लिए वहां हम ने एक संघटन तैयार किया है।
                यह संघटन बिरसा बिग्रेड को साथ देने वाला, मदद करने वाला है। कुछ लोगों ने आदिवासी समाज के लिये अपना बलिदान दिया है, जिसे हम कभी भुला नहीं सकते। जिस महान व्यक्ति के नाम से हम यह बिग्रेड चलाते है वह बिरसा मुंडा एक ऐसे व्यक्ति थे जिन्होंने देश की आजादी के लिये अंग्रेजों के खिलाफ संघर्ष किया। देश की भलाई के लिए, आदिवासियों के हित की रक्षा के लिये चाहे जितनी कीमत देनी पड़े वह देने की उन्होंने तैयारी रखी थी।

आदिवासियों के हित के लिए मैं वादा करता हूं कि जल, जंगल, जमीन की लड़ाई हम लोग लड़ेंगे -दिग्विजय सिंह


2 अप्रेल 2023 को आदिवासी मिशन स्थापना दिवस पर सिवनी मुख्यालय में आयोजित सम्मेलन में पूर्व मुख्यमंत्री श्री दिग्विजय सिंह ने कहा कि हम वो लोग हैं, जो कहते हैं, वो करके दिखाते हैं। आदिवासियों के हित के लिए मैं वादा करता हूं कि जल, जंगल, जमीन की लड़ाई हम लोग लड़ेंगे।
                

वर्ष 1927 में इंडियन फॉरेस्ट एक्ट आया और उसकी वजह से हमारे आदिवासियों के अधिकार, छिन गए। इस देश में भीम नायक, बिरसा मुंडा, टंट्या भील और जंगल सत्याग्रह के हीरो कोरकू को हम कैसे भूल सकते हैं।
                महात्मा गांधी के नेतृत्व में बैतूल से जंगल सत्याग्रह शुरू हुआ था जहां 4 आदिवासी शहीद हुए और चारों आदिवासियों के नाम से, जिला कांग्रेस कमेटी में हमारा हाल बना हुआ। हमारी लड़ाई अधिकारों की है, आदिवासियों की आइडेंटिटी है। आज आदिवासियों की पहचान खोती चली जा रही है।

इस देश में सबसे पुराने आवासीय लोग कोई है, तो वो आदिवासी हैं, हम लोग तो सब बाहर से आए हुये है


2 अप्रेल 2023 को आदिवासी मिशन स्थापना दिवस पर सिवनी मुख्यालय में आयोजित सम्मेलन में पूर्व मुख्यमंत्री श्री दिग्विजय सिंह ने आगे कहा कि मैं अगाह कर देना चाहता हूं भारतीय जनता पार्टी और आरएसएस को कि आदिवासियों की पहचान मत छीनिए।
                इनकी पहचान बनाए रखना, ये इनका मौलिक संवैधानिक अधिकार है। इस देश में सबसे पुराने आवासीय लोग कोई है, तो वो आदिवासी हैं। हम लोग तो सब बाहर से आए हुए हैं। हम लड़ाई ना केवल आदिवासियों की लड़ेंगे बल्कि इस देश में जो ईवीएम की मशीन की चोरी हो रही है उसकी लड़ाई भी हम शरद पवार जी के नेतृत्व में लड़ेंगे।
                    हम बटन दबाते हैं, पता नहीं चलता वोट कहां चला गया। आदिवासियों, दलितों, जल-जंगल-जमीन की लड़ाई के साथ-साथ संविधान और लोकतंत्र की लड़ाई भी लड़ना पड़ेगा। आज लोकतंत्र और संविधान खतरे में है।

एक करोड़ आदिवासी हमेशा-हमेशा के लिए अपनी जमीन से बेदखल हो जाएंगे-इंजिनियर सतीश पेंदाम 


2 अप्रेल 2023 को आदिवासी मिशन स्थापना दिवस पर सिवनी मुख्यालय में आयोजित सम्मेलन में बिरसा बिग्रेड के प्रमुख प्रखर वक्ता इंजिनियर सतीश पेंदाम ने कहा यह पहली बार होगा भारत में जब एक करोड़ आदिवासी अपनी जमीन से हमेशा हमेशा के लिए बेदखल हो जाएंगे।
                केवल 28 सौ शेरो के लिए एक करोड़ आदिवासी के घर, बर्बाद करने के लिए षड्यंत्र रचा जा रहा है। हमारी 32% जनसंख्या है और बोला जा रहा है 22 % हैं। वहीं 67% जमीन थी, बोला जा रहा है 26% है। अरे आदमी धर्मांतरण हो गया होगा, इस प्रदेश से दूसरे प्रदेश चला गया होगा लेकिन जमीन कहां गई ? आदमी भाग सकता है, जमीन भाग सकती है क्या ? वो गायब कैसे हो गई।

उनको कहो कि भाई बनवासी तुम हो, हम आदिवासी हैं-छगन भुजबल 


राष्ट्रवादी पार्टी के नेता व पूर्व उप मुख्यमंत्री श्री छगन भुजबल ने 2 अप्रेल 2023 को आदिवासी मिशन स्थापना दिवस पर सिवनी मुख्यालय में आयोजित सम्मेलन में कहा कि आजकल हमको बनवासी कहते है, उनको कहो कि भाई बनवासी तुम हो, हम आदिवासी हैं, हम बनवासी नहीं हैं।
                आज देश में महंगाई कितनी बढ़ती जा रही हैं। जिस चीज को हाथ लगाओगे उसमें टैक्स लग जाता है। आपने कपड़ा, जूते चप्पल पहना है सब पर टैक्स है। दाल-चावल के ऊपर  टैक्स है। टैक्स तो उनको लेना चाहिए क्योंकि देश का इतना बड़ा नुकसान बड़े-बड़े उद्योगपतियों ने किया है।
                 वहीं 11 लाख करोड़ रूपए पिछले कई सालों में माफ कर दिया गया। देश में सब कुछ बेचा जा रहा है। इतनी सारी कंपनियां, फैक्ट्री जवाहरलाल नेहरू कांग्रेस गवर्नमेंट में शुरू करी थी। हमारे प्यारे प्रधानमंत्री ने एक भी कंपनी उद्योग शुरू नहीं किया, जो बना बनाया था, 23 कंपनियां बेच दी। एयरपोर्ट, खदाने एवं बंदरगाह बेच दिए।

साहब आजकल चोर-चोर कहते हैं तो 2 साल की सजा होती है 


राष्ट्रवादी पार्टी के नेता व पूर्व उप मुख्यमंत्री श्री छगन भुजबल ने आगे कहा कि मुझे एक चुटकुला याद आ रहा है एक घर में चोरी हो गई 5 लोग सोए हुए थे। चोर आया उसने सारे कमरे खोले सोना, चांदी लेकर चला गया। पुलिस कंप्लेंट हुई पुलिस ने पूछा किसी ने देखा नहीं क्या ? तो घर के एक जवान ने कहां, हां मैंने देखा क्योंकि मैं सोया नहीं था। पुलिस ने कहा, अरे तू सोया नहीं था तो चिल्लाया क्यों नहीं ? वो बोला साहब आजकल चोर-चोर कहते हैं तो 2 साल की सजा होती है, इसलिए हम चुप रहे।

बिरसा मुण्डा ने अंग्रेजी हुकुमत द्वारा लिये जाने वाले टैक्स का किया था विरोध-ओमकार मरकाम 


2 अप्रेल 2023 को आदिवासी मिशन स्थापना दिवस पर सिवनी मुख्यालय में आयोजित सम्मेलन में विधायक व पूर्व मंत्री श्री ओमकार मरकाम ने कार्यक्रम में संदेश देते हुये कहा कि भगवान बिरसा मुंडा जी ने दो आंदोलन किए। पहला आंदोलन किया था, अंग्रेज हमसे टैक्स नहीं ले सकते।
                

अंग्रेजी हुकुमत द्वारा लगाये गये टैक्स का विरोध सबसे पहले किया था और आज देश का प्रधानमंत्री सबसे ज्यादा टैक्स ले रहा है, और कहता है कि मैं बिरसा मुंडा का सम्मान कर रहा हूं। दूसरी लड़ाई जल, जंगल और जमीन, आज मोदी जी अपने प्रिय दोस्तों को जंगल देने का भी, प्लान कर रहे हैं।
                राहुल गांधी का भाषण आज भी याद है, दिग्विजय सिंह गवाह है उन्होंने कहा था इस देश का पहला मालिक आदिवासी है और उसको पहला हक मिलना चाहिए, ये राहुल गांधी का वचन है।

लटेरी पर ही नहीं, हमारे भावनाओं पर प्रदेश सरकार की गोली चली 

ओमकार मरकाम ने आगे कहा शरद पवार जी हम आपको एक दर्द बताना चाहते हैं। आदिवासी दिवस की छुट्टी के लिए हम लोगों ने 9 अगस्त 2021 को बात किया पर दुर्भाग्य साथ यह घटना बताना पड़ रहा है कि 9 अगस्त 2022 को आदिवासी दिवस के दिन ही जंगल विभाग की गोलियों से आदिवासी परिवार की मौत हो गई।
                 स्वर्गीय चैनसिंह भील, वो जवान शहीद हुआ जो टाटिया मामा के परिवार का है। मध्यप्रदेश सरकार की बंदूक ने सिर्फ लटेरी पर ही नहीं, हमारे भावनाओं पर प्रदेश सरकार की गोली चली। उस समय अंग्रेज की गोली ने शहीद किया, आज मध्यप्रदेश सरकार की गोली शहीद कर रही है, ये चिंता का विषय है।
                हमने प्रदेश के मुख्यमंत्री से पूछा आदिवासियों पर गोली क्यों चली तो बोले वो जंगल में लकड़ी चोरी करने के लिए गए थे। अरे शिवराज जी आपको नारा पता नहीं है, आदिवासियों का नारा है, भारत देश हमारा है।

संविधान को तोड़ने वाली ताकत को एकजुटता के साथ उखाड़ फेकना होगा-अर्जुन सिंह काकोड़िया


2 अप्रेल 2023 को आदिवासी मिशन स्थापना दिवस पर सिवनी मुख्यालय में आयोजित सम्मेलन में बरघाट विधायक श्री अर्जुनसिंह काकोड़िया द्वारा कार्यक्रम के दौरान अपने उद्बोधन में आदिवासी समुदाय की चर्चा करते हुये कहा कि इस देश का नहीं पूरे विश्व का जो निर्माता है तो वह आदिवासी समाज है।
                उन्होंने बताया कि यह हमने नहीं सर्वोच्चय न्यायालय ने कहा है कि इस देश के मूल मालिक आदिवासी हैं। इसके साथ ही विधायक अर्जुनसिंह काकोड़िया द्वारा कार्यक्रम में उपस्थित सभी लोगों से आग्रह किया और कहा कि बड़ी ताकत के साथ में एकता के साथ हम सभी लोगों को जल, जंगल, जमीन की लड़ाई एक बार फिर लड़ना होगा इसके साथ ही संविधान को तोड़ने वाली ताकत को एकजुटता के साथ उखाड़ फेकना होगा तभी आदिवासी और आदिवासियत जीवित रह पायेगी। 

ओबीसी महासभा बिरसा बिग्रेड का साथ कंधे से कंधा मिलाकर देगी-आनंद राय


2 अप्रेल 2023 को आदिवासी मिशन स्थापना दिवस पर सिवनी मुख्यालय में आयोजित सम्मेलन में आदिवासी समाज के साथ मिलकर ओबीसी समाज मिलकर कार्य करें। आदिवासियों की जमीने छीनी जा रही है, ओबीसी महासभा के प्रतिनिधि के होने के नाते बिरसा बिग्रेड का साथ कंधे से कंधा मिलाकर देंगे। आरएसएस और सांप्रदायिक विचारधारा को हम चुनौती देंगे क्योंकि मिशन और कैडर का जवाब कैडर से दिया जाता है और बिरसा ब्रिगेड ने जो मिशन व कैडर खड़ा किया है उसकी तुलना नहीं की जा सकती है। हम लोग बिरसा ब्रिगेड के सामने नतमस्तक है। 


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