मिशन स्कूल छपारा के सत्यम सोनी, प्रिंयका नागेश, दीप्ति नाग एवं नंदनी देशमुख ने नीट परीक्षा की उत्तीर्ण
100 वर्षों से प्रतिभा बिखेर रहा है छपारा का मिशन विद्यालय
सिवनी जिले के नगर छपारा में स्थित मिशन स्कूल की स्थापना वर्ष 1895 में हुई थी। उस समय से शिक्षा का मंदिर मिशन स्कूल लगातार छपारा के लिए वरदान साबित हुआ है। इस स्कूल से अध्ययन कर सैकड़ों छात्रों ने अपने भविष्य को उज्जवल बनाया है और बड़ी-बड़ी संस्थाओं में जैसे इसरो (भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान केन्द्र), आई.ए.ए.एस, डीएसपी रैंक, बैंक मैनेजर, इंजिनियर, रेल्वे आदि सभी क्षेत्रों मे उच्च पदों पर सेवा दे रहे है।
एम.बी.बी.एस. कर बनेंगे डॉक्टर
हम आपको बता दें कि छपारा मिशन स्कूल संस्था द्वारा स्कूल के सभी मापदण्डों को पूरा करते हुए शिक्षण कार्य सफलता पूर्वक संचालित कर रही है। उसके साथ ही समय-समय पर सामाजिक सेवा के कार्यों में हमेशा अग्रणी रहकर कार्य करती है। मिशन स्कूल के चार छात्रों ने नीट परीक्षा को उत्तीर्ण कर सफलता हासिल किया है। अब ये विद्यार्थी प्रतिष्ठित मेडिकल कॉलेजों में एम.बी.बी.एस. कर डाक्टर बनेंगे। मिशन स्कूल छपारा में पढ़ने वाले छात्रों में से चार छात्रों ने वर्ष 2022-23 व 2023-24 में नीट की परिक्षा क्वालिफाईड कर एम.बी.बी.एस की शिक्षा हासिल करने के लिए उच्च मेडिकल कालेज में अपना दाखिला करवा लिया है। क्षेत्रवासियों के लिए अत्यंत गौरव का विषय है कि छपारा क्षेत्र के एक साथ चार विद्यार्थी एम.बी.बी.एस स्तर के डाक्टर की उपाधि प्राप्त कर सकेंगे।
चिकित्सा के क्षेत्र मे सेवा देने का अवसर होगा प्राप्त
मिशन स्कूल परिवार ने सभी चयनित छात्रों के लिए उज्ज्वल भविष्य की शुभकामनाएं दी है। इन चार छात्रों में सत्यम सोनी पिता नारायण सोनी, निवासी छपारा इन्हें गांधी मेडिकल कॉलेज भोपाल, प्रिंयका नागेष पिता द्वारका प्रसाद नागेष चिरायु मेडिकल कॉलेज भोपाल, दीप्ति नाग पिता संतोष नाग चिरायु मेडिकल कॉलेज भोपाल, नंदनी देशमुख पिता डॉ धनेन्द्र कुमार देशमुख ऐम्स अस्पताल मेडिकल कॉलेज देवास। इन चारों छात्रों को एम.बी.बी.एस की शिक्षा के लिए कॉलेज आवांटित हुए है। कुछ वर्षों के बाद चारों छात्रों को चिकित्सा के क्षेत्र मे सेवा देने का अवसर प्राप्त होगा। क्षेत्र वासियों ने सभी चारों छात्रों को शुभकामनाएं प्रेषित की है।