रंजीत वासनिक की सिवनी विधानसभा से 30 हजार प्लस से बढ़तेक्रम में गणना होने का अनुमान
गोंगपा की ऐतिहासिक परिवर्तन क्रांति रैली ने कांग्रेस-भाजपा को जमीनी हकीकत दिखाई
सिवनी। गोंडवाना समय।
गोंडवाना गणतंत्र पार्टी व बहुजन समाज पार्टी गठबंधन की सिवनी विधानसभा क्षेत्र के सिवनी मुख्यायल में 14 नवंबर को निकाली गई परिवर्तन क्रांति रैली ने शहर में कांग्रेस और भाजपाईयों की नींद उड़ा दी है।
गोंगपा व बसपा गठबंधन की विशाल रैली ऐतिहासिक रही क्योंकि रैली का दायरा और बिना थकावट के गोंगपा व बसपा के कार्यकर्ताओं व पदाधिकारियों का निरंतर पैदल रैली निकालकर सिवनी मुख्यालय का कोना-कोना घूमना शायद कांग्रेस और भाजपा के बस की बात नहीं है।
आरी आदिवासी अंचल क्षेत्र में कांग्रेस और भाजपा पर भारी पड़ती हुई दिखाई दे रही है
गोंगपा व बसपा के समर्पित कार्यकर्ताओं ने सिवनी शहर में हवा हवाई में उड़ रहे कांग्रेस और भाजपा के नेताओं को सोचने में मजबूर कर दिया है कि ग्रामीण क्षेत्र में सिवनी विधानसभा में कांग्रेस और भाजपा की क्या स्थिति है। आदिवासी अंचल क्षेत्र में गोंगपा का झण्डा और आरी निशान की धार तेज चल रही है। आरी आदिवासी अंचल क्षेत्र में कांग्रेस और भाजपा पर भारी पड़ती हुई दिखाई दे रही है।
जिस तरह से सिवनी मुख्यालय में 14 नवंबर को गोंगपा व बसपा की परिवर्तन रैली निकाली गई है उसमें आये कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों ने यदि मतदान के दिन तक मेहनत किया तो मतगणना के दिन रंजीत वासनिक की गणना 30 हजार से बढ़ते क्रम में अभी से दिखाई दे रही है।
रंजीत वासनिक के समर्थन में 14 नवंबर को निकाली गई रैली में आये कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों के परिवारजन, रिश्तेदार और करीबी कितने गोंगपा के आरी निशान की बटन दबाते है यह 3 दिसंबर को होने वाली मतगणना में स्पष्ट हो जायेगा।
भाजपा व कांग्रेस के भीतरघाती तीसरे विकल्प की तलाश में है
गोंडवाना गणतंत्र पार्टी और बहुजन समाज पार्टी के संयुक्त गठबंधन में सिवनी विधानसभा क्षेत्र के मुख्यालय सिवनी में निकाली गई 14 नवंबर को परिवर्तन क्रांति रैली में लगभग 10 हजार की संख्या में लोगों के मौजूद रहने का अनुमान लगाया जा रहा है।
परिवर्तन क्रांति रैली का अनुमान हालांकि विपक्षी दल कांग्रेस व भाजपा को नहीं था लेकिन जैसे ही सिवनी मुख्यालय में गोंगपा व बसपा की रैली निकाली गई तो उसे देखकर कांग्रेस और भाजपा के होश उड़ गये है। मतदान के 3 दिन पहले इतनी बड़ी संख्या में गोंगपा की रैली ने कांग्रेस भाजपा की नींद उड़ा दी है।
हालांकि कांग्रेस और भाजपाई दोनो जीत के ओवरकांफीडेंस में गुणा गणित लगा रहे है। भाजपाई सोच रहे है कि कांग्रेस के भीतरघाती हमें मदद कर रहे है और कांग्रेसी सोच रहे है भाजपा के भीतरघाती हमें सपोर्ट कर रहे है लेकिन भाजपा व कांग्रेस के भीतरघाती तीसरे विकल्प की तलाश में है।