Type Here to Get Search Results !

अनिल नरबरे की उपासना रह गई अधूरी, अब दिलीप अवधिया भ्रष्टाचार को बढ़ावा देकर करेंगे पूरी

अनिल नरबरे की उपासना रह गई अधूरी, अब दिलीप अवधिया भ्रष्टाचार को बढ़ावा देकर करेंगे पूरी 

जिला विपरण अधिकारी अनिल नरबरे और दिलीप अवधिया के गठबंधन से लुट रहे थे किसान 

स्थानांतरण के बाद अब अनिल नरबरे की कमी को पूरा करेंगे दिलीप अवधिया 


सिवनी। गोंडवाना समय। 

किसानों से जुड़े हुये विभाग में भ्रष्टाचार के खेल में कार्यवाही के बाद फिर अनिल नरबरे के साथ सांठगांठ करके पुन: विपरण संघ कार्यालय सिवनी में अपनी जड़ मजबूत करने वाले दिलीप अवधिया भ्रष्टाचार को बढ़ावा देने में मुख्य भूमिका निभाते है।
             


स्थानांतरित होकर गये अनिल नरबरे जिला विपरण अधिकारी का 80 प्रतिशत का कार्य तो दिलीप अवधिया ही करते थे जो आगे भी करते रहेंगे। किसानो से जुड़े हुये विभाग में दिलीप अवधिया जैसे कर्मचारी जो कि पूर्व में भ्रष्टाचार की गतिविधियों में लिप्त पाये जाकर कार्यवाही के शिकार हुये है उन्हें फिर कैसे विपरण संघ कार्यालय सिवनी में जगह मिल गई। यह खेल तो सिर्फ अनिल नरबरे ही जानते है क्योंकि विभाग के तहत होने वाली अवैध वसूली की उगाही दिलीप अवधिया ही करते है। 

मास्टर मार्इंड के रूप में अपनी भूमिका निभाते रहे है दिलीप अवधिया 


जिला विपरण अधिकारी की सिवनी जिले में रहकर किसानों को लूटकर धन कमाने की उपासना फिलहाल अधूरी रह गई है। हालांकि जिला विपरण संघ कार्यालय सिवनी में पदस्थ रहने के दौरान अनिल नरबरे की सबसे अच्छी सांठगांठ दिलीप अवधिया के साथ रही है जो कि विभाग के तहत वसूली का आईडिया से लेकर मास्टर मार्इंड के रूप में अपनी भूमिका निभाते रहे है।
                 सूत्र बताते है कि दिलीप अवधिया अनिल नरबरे की अधूरी रही उपासना को पूरा करने की योजना बना रहे है। नवागत अधिकारी के साथ साथ सांठगांठ और कमाई का आईडिया बताने का खेल खेलना प्रारंभ करने के लिये बिसात विछाना प्रारंभ कर दिया है। 

अनिल नरबरे ने दिलीप अवधिया को किसानों को लूटने के लिये दिया था पूरी छूट 


हम आपको बता दे कि जब तक अनिल नरबरे जिला विपरण अधिकारी के पद पर सिवनी में पदस्थ रहे उनकी उपासना यही रही कि जितना किसानों को लूट सको उतना लूटो यहां तक उन्होंने इसके लिये भ्रष्टाचार को भी बढ़ावा दिया इसमें सबसे अधिक साथ देने में भूमिका दिलीप अवधिया के द्वारा निभाया गया। विभाग के अधिकांश कर्मचारी तो अनिल नरबरे से प्रताड़ित ही रहे है।
                महिला कर्मचारियों को भी अनावश्यक परेशान करते रहते थे। अब अनिल नरबरे का स्थानांतरण जबलपुर हो गया है लेकिन अभी भी वे सिवनी जिले में किसानों को लूटने के लिये सिवनी जिले में ही अपना स्थानांतरण रूकवाने के लिये पूरा प्रयास कर रहे है। सूत्र बताते है कि दिलीप अवधिया को अनिल नरबरे ने जो छूट किसानों को लूटने के लिये दिया था उसे आगे भी जारी रखने के लिये दिलीप अवधिया पूरी सेंटिंग जमाने में अभी से लगे हुये हैे। 

Post a Comment

0 Comments
* Please Don't Spam Here. All the Comments are Reviewed by Admin.