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धोखाधड़ी कर भूमियों के पंजीकृत विक्रय पत्र निष्पादित कर कब्जा करने का प्रयास करने वालों पर कार्यवाही की मांग

धोखाधड़ी कर भूमियों के पंजीकृत विक्रय पत्र निष्पादित कर कब्जा करने का प्रयास करने वालों पर कार्यवाही की मांग 

पुष्कर राव घुमारे एवं अजय करीर पर आवदेकों ने कार्यवाही के लिये कलेक्टर व एसपी से किया शिकायत 


सिवनी। गोंडवाना समय।
 

आवेदक की भूमि पर पुष्कर राव घुमारे एवं अजय करीर द्वारा जबरन कब्जा करने के साथ विवाद करने पर कार्यवाही करने के लिये कलेक्टर व पुलिस अधीक्षक को शिकायत कर कार्यवाही की मांग किया है। ग्राम सापापार, थाना व तहसील कुरई जिला सिवनी के आवेदकगणों की पैतृक भूमि ग्राम आमटपानी, रा०नि०मं० सुकतरा, तह0 कुरई, जिला सिवनी में स्थित है।
                


आवेदकगणों ने बताया कि उनका जन्म से अधिकार है। उक्त भूमियां पंजीकृत विक्रय पत्र के माध्यम से कैलाश नाथ सिंह वगैरा एवं तेजसिंह वगैरा से प्रेमसिंह एवं मुकरलाल द्वारा क्रय की गई थी तथा जीवन पर्यन्त आवेदकगण के पिता प्रेमसिंह एवं मुकरलाल का कब्जा उक्त भूमियों पर रहा है।
         प्रेमसिंह एवं मुकरलाल की मृत्यु हो चुकी है। प्रेमसिंह एवं मुकरलाल के जीवन काल से ही आवेदकगण उक्त भूमियों पर उनके वारसान होने के कारण काबिज हैं तथा वर्तमान समय में भी काबिज हैं। 

हॉटल निर्माण के लिये 5 आरे भूमि के नाम पर शेष भूमि का करा लिये विक्रय पत्र निष्पादित 

आवेदकगण तथा स्व० मुकरलाल से धोखाधड़ी कर अनावेदकगण द्वारा उक्त भूमियों के पंजीकृत विक्रय पत्र निष्पादित करा लिये गये है। वास्तव में आवेदकगण अनपढ़ है तथा कुछ आवेदक मात्र हस्ताक्षर करना जानते हैं।             अनावेदकगण को होटल निर्माण हेतु मात्र 0.05 आरे भूमि की आवश्यकता थी, जिसके संबंध स्व० मुकरलाल से 0.05 आरे भूमि खरीदने को बातचीत अनावेदक अजय करीर के प्रतिनिधियों ने की। उक्त 0.05 आरे भूमि विक्रय किये जाने के संबंध में मुकरलाल एवं शेष आवेदकगण से संपूर्ण भूमियों का धोखाधड़ी कर विकय पत्र निष्पादित करा लिया गया तथा इसकी जानकारी आवेदकगण को नहीं दी गई। 

पुष्कर गौली और अजय करीर आवेदक को बेकब्जा करने का कर रहे प्रयास 

आवेदकगण पूवार्नुसार अपनी भूमियों पर खेती करते रहे। आवेदकगण ने न्यायालय में प्रकरण प्रस्तुत किया है। उक्त प्रकरण में अनावेदक पुष्कर गौली द्वारा विक्रय पत्र एवं अन्य दस्तावेज प्रस्तुत किये गये तब आवेदकगण को यह जानकारी प्राप्त हुई कि उनकी संपूर्ण भूमि के संबंध में उक्त विक्रय पत्र धोखाधड़ी कर निष्पादित करा लिया गया है तथा अवैधानिक रूप से अनावेदक पुष्कर गौली एवं अनावेदक अजय करीर के प्रतिनिधि बिना किसी अधिकार के आवेदकगण को बेकब्जा करने हेतु प्रयासरत है।
        इस संबंध में आवेदकगण ने इसके बाबजूद धोखाधडी से कराई गई रजिस्ट्री के आधार पर पुष्कर गौली एवं उनके सहयोगी आवेदकगण की भूमि पर जबरन कब्जा करने का प्रयास कर रहे हैं। 

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