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सात दिवसीय कोया पुनेम धर्म दर्शन संगीतमय गाथा कार्यक्रम लक्ष्मीपुर में पन्द्रह हजार सगाजनों बीच सम्पन्न हुआ

सात दिवसीय कोया पुनेम धर्म दर्शन संगीतमय गाथा कार्यक्रम लक्ष्मीपुर में पन्द्रह हजार सगाजनों बीच सम्पन्न हुआ 

समापन दिवस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि गोंगपा राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं विधायक तुलेश्वर सिंह मरकाम उपस्थित नहीं होने पर समाज के लोगों में भारी नाराजगी


अजय सिंह पोर्ते, संवाददाता सरगुजा संभाग,
लक्ष्मीपुर/प्रेमनगर/सूरजपुर। गोंडवाना समय। 

छत्तीसगढ़ के सूरजपुर जिले में सात दिवसीय कोया पुनेम धर्म दर्शन संगीतमय गाथा कार्यक्रम लक्ष्मीपुर में पन्द्रह हजार लोगों के बीच सम्पन्न हुआ।
            


यह सात दिवसीय कोया पुनेम धर्म दर्शन संगीतमय गाथा कार्यक्रम मध्यप्रदेश सिवनी से पधारे गोंडी पुनेम प्रचारक एवं गोंडवाना गाथा प्रवाचक मंगल सिंह पन्द्रे के मुख्य नेतृत्व में, जड़ी-बूटी वाले भभूत वैद्य तिरुमाल धर्मशाह उईके सिवनी, संगीतज्ञ बेंजो मास्टर दिनेश शाह मर्सकोले, जूनापानी, ग्राम रैयत बंजर, ब्लाक छपारा, जिला सिवनी, पैड मास्टर मनोरथ गज्जाम एवं ढोलक मास्टर अनिल भलावी, विकास खंड छपारा, जिला सिवनी (मध्यप्रदेश) के सहयोग से सात दिवसीय कोया पुनेम धर्म दर्शन संगीतमय गाथा कार्यक्रम ग्राम लक्ष्मीपुर, विकास खंड प्रेमनगर जिला सूरजपुर छत्तीसगढ़ में हजारों सगा जनों की उपस्थिति में सम्पन्न हुई। 

गोंडवाना गाथा के माध्यम से प्रचार प्रसार किया गया 


विगत दिनांक 04 फरवरी 2024 से दिनांक 10 फरवरी 2024 तक सात दिवसीय कोया पुनेम धर्म दर्शन संगीतमय गाथा कार्यक्रम में आदिवासियों, अनुसूचित जातियों और अन्य पिछड़े वर्गों द्वारा लगभग पंद्रह से पच्चीस हजार लोगों ने गोंडवाना लैंड के सभी प्रकृति शक्ति फड़ापेन, पूरखा पेन शक्तियों, नार-गांव के सभी स्थापित शक्तियों, शंभू-मूला, महामाई रायतार जंगो, तैंतीस बच्चों के संरक्षिका माता कली कंकाली दाई के जीवन इतिहास तथा गोंडवाना समग्र विकास क्रांति आंदोलन के महानायक दादा हीरा सिंह मरकाम जी, गोंडी भाषा वैज्ञानिक एवं गोंडी भाषा साहित्य रत्न डॉ.मोतीरावण कंगाली जी तथा भारतीय संविधान रचियता बाबा साहब डॉ.भीमराव अम्बेडकर जी का इतिहास इत्यादि का सम्पूर्ण गोंडवाना गाथा के माध्यम से प्रचार प्रसार किया गया।

 गौरव का विषय है कोयापुनेम गाथा कार्यक्रम 


सात दिवसीय कोया पुनेम धर्म दर्शन संगीतमय गाथा कार्यक्रम के अतिथियों ने कहा कि ऐसा लग रहा है कि यह सात दिवसीय कोया पुनेम धर्म दर्शन संगीतमय गाथा कार्यक्रम नहीं, बल्कि यह गोंडवाना का मेला है। कार्यक्रम आयोजन समिति के प्रमुख सदस्य राममनोहर सिंह टेकाम एवं ज्योतिष सिंह टेकाम ने कहा यह हमारे प्रेमनगर विकास खंड सहित सम्पूर्ण सूरजपुर जिले के लिए गौरव का विषय है। 

पेनवासी दादा हीरा सिंह मरकाम जी की कमी होने पर गहरा दु:ख व्यक्त करते हुए उनके नेतृत्व को याद किया 


इन दोनों प्रमुख सामाजिक कार्यकतार्ओं ने कहा कि लगभग सैकड़ों गांवों के लोगों का उपस्थिति हुआ है और सभी राजनीतिक दलों एवं सामाजिक संगठनों व पदाधिकारियों का गरिमामयी उपस्थित रहा है।

किंतु समापन दिवस के मुख्य अतिथि गोंडवाना गणतंत्र पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं विधायक तुलेश्वर सिंह मरकाम के कार्यक्रम में उपस्थित नहीं होने पर समाज के प्रमुख लोगों, जिले सामाजिक संगठनों व अधिकारी कर्मचारी संगठनों में भारी नाराजगी जताई गई है।
            

सभी प्रमुख लोगों एवं सामाजिक पदाधिकारियों व अधिकारी कर्मचारी संगठनों ने समग्र विकास क्रांति आंदोलन के महानायक व गोंडवाना रत्न पेनवासी दादा हीरा सिंह मरकाम जी की कमी होने पर गहरा दु:ख व्यक्त करते हुए उनके नेतृत्व को याद किया।

भले ही गोंडवाना गणतंत्र पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं विधायक तुलेश्वर सिंह मरकाम ने अपने प्रतिनिधि के तौर पर गोंडवाना गणतंत्र पार्टी के राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य तिरुमाल गणेश मरपच्ची को भेजकर अपरिहार्य कारणों का हवाला देकर कार्यक्रम में नहीं आने पर क्षमा व्यक्त किया है। सात दिवसीय कोया पुनेम धर्म दर्शन संगीतमय गाथा कार्यक्रम में लोगों की भारी भीड़ की उपस्थित ने आयोजन समिति के लोगों का हौसला बढ़ाया है।

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