मां नर्मदा की कठिन त्याग, तपस्या, अद्भुत परिक्रमा कर रहे हैं दादा गुरु भैया जी सरकार
घंसौर। गोंडवाना समय।
कार्तिक पूर्णिमा ओंकारेश्वर से द्वितीय विश्व की मां नर्मदा परिक्रमा निराहार कर रहे है। केवल मां नर्मदा का जल मात्र से प्रतिदिन मां नर्मदा पथ पर परिक्रमा कर रहे है।
मंडला जिला खुर्सिपार में रात्रि विश्राम कर मानेगांव दिन में भोजन की व्यवस्था की गई। वहीं रात्रि विश्राम अनामिका कॉन्वेंट स्कूल घंसौर में किया गया। राजेश दुबे संचालक ने सारी व्यवस्था स्कूल में प्रदान की और सत्संग प्रवचन, महाआरती और भंडारा आयोजित किया गया।
मां नर्मदा भक्तो द्वारा जगह जगह मां नर्मदा सेवा परिक्रमा का भव्य स्वागत किया जाता है
प्रतिदिन प्रवचन के माध्यम से माटी की महिमा, गौ माता की पूजा, मां नर्मदा नदी को नदी ना समझकर उसे भगवती का स्वरूप समझकर पूजन, अर्चन करना घर में बच्चो को संस्कार प्रदान करने हेतु आग्रह किया गया। इसके साथ में 300 से 400 परिक्रमावासी की जमात साथ चल रही है।
प्रतिदिन सुबह 7 बजे तक अपने स्थान से परिक्रमा पथ पर अग्रसर होते हैं और शाम 6 बजे तक विश्राम का स्थान पहुंच जाते हैं। इसके साथ ही आपके साथ पूरी भोजन सामग्री और भंडारी साथ में चलते हैं और प्रतिदिन भोजन व्यवस्था नर्मदा मिशन परिवार द्वारा संचालित किया जाता हैं।
मां नर्मदा भक्तो द्वारा जगह जगह मां नर्मदा सेवा परिक्रमा का भव्य स्वागत किया जाता है। दादा गुरु द्वारा परिक्रमा पथ पर अग्रसर होते हुए मां नर्मदा की महिमा अपरम्पार है और विंध्याचल, सतपुड़ा पर्वत श्रृंखला का बखान किया जाता है।