आदिवासियों के ऊपर हो रहे अत्याचारों को रोकने में असफल मुख्यमंत्री को तत्काल इस्तीफा दे देना चाहिए-जयस
सीधी मध्यप्रदेश में सात छात्राओं के साथ हुए शोषण एवं अन्याय के विरुद्ध जयस एवं एसीएस ने सौंपा ज्ञापन
फास्ट ट्रैक कोर्ट बनाकर 30 दिवस के अंदर दोषियों को फांसी की सजा दी जाने हेतु की गई मांग
अलीराजपुर। गोंडवाना समय।
जय आदिवासी युवा शक्ति (जयस) ने सीधी में आदिवासी छात्रों के साथ से दुष्कर्म करने वाले मैजिक वाइस एप गैंग के दोषियों को फास्ट ट्रेक कोर्ट में केस को चलाकर तत्काल कार्यवाही कर दोषियों को फांसी देने की मांग को लेकर महामहिम राज्यपाल के नाम से कलेक्ट्रेड पहुँचकर कलेक्टर के प्रतिनिधि नायब तहसीलदार मंजू डावर को ज्ञापन सौंपा गया। जयस जिलाध्यक्ष अरविंद कनेश ने कहा कि सींधी की घटना की सीबीआई जांच की जाए एवं पीड़ित छात्राओं को 1-1 करोड़ रुपये का मुआवजा तथा पीड़ित परिवार को पुलिस सुरक्षा दी जाए।
सरकार आदिवासियों के प्रति संवेदनशील नहीं है
मध्यप्रदेश में आदिवासी सुरक्षित नही है, सरकार आदिवासियों के ऊपर हो रहे अत्याचारों को रोकने में असफल हैं। मुख्यमंत्री को तत्काल इस्तीफा दे देना चाहिए। जयस के सक्रिय कार्यकर्ता विक्रम सिंह बामनिया ने कहा कि आदिवासियों पर लगातार बढ़ते अत्याचार से मध्यप्रदेश का नाम पूरे देश में बदनाम हुआ है। सरकार आदिवासियों के प्रति संवेदनशील नहीं है। आदिवासी छात्र संगठन (एसीएस) के जिला अध्यक्ष विजय कनेश ने कहा कि मध्यप्रदेश में छात्र-छात्राओं के साथ आये दिन शोषण, अन्याय एवं अत्याचार हो रहा है। इस प्रकार की घटनायें होना इस बात का सबूत है कि आदिवासी इस प्रदेश में सुरक्षित नहीं हैं, सीधी की छात्राओं को न्याय मिलना चाहिए।
ज्ञापन सौपते समय ये रहे उपस्थित
ज्ञापन सोंडवा, जोबट, नानपुर एवं काठीवाड़ा में भी स्थानीय कार्यकर्तओं के द्वारा सौंपा गया है। इस अवसर पर विक्रम सिंह बामनिया, भूपेंद्र रावत, बापू कनेश, संजय कलेश, देवा कनेश, गिलदार भिंडे, कमलेश भिंडे, झेतू भिंडे, दितु कलेश, अर्जुन जमरा, मिलू डुड्वे, प्रफुल कलेश, आशिष भिंडे, सुनिल डुडवे, अंकीत किराड़, भूपेंद्र किराड़, भारत वास्कले, सचिन डावर, राकेश भयडीया, रेवला डावर, विजय डावर, दिलीप डावर, गुड्डीलाल रावत, सुनील डावर, अभिषेक चौहान, प्रदीप जमरा एवं छींगू डावर सहित जयस एवं एसीएस के पदाधिकारी उपस्थित थे।
कॉलेज टीचर बनकर आदिवासी छात्राओं-युवतियों को गुमराह कर किया गया दुष्कर्म
मध्यप्रदेश के सीधी जिले के मझौली थाना क्षेत्र में मैजिक वाइस एप गैंग द्वारा 7 से अधिक आदिवासी छात्राओं-युवतियों को गुमराह कर दुष्कर्म की घटना सामने आई है, जिसमें कॉलेज टीचर बनकर मैजिक वाइस एप के जरिए मुख्य आरोपी बृजेश प्रजापति, राहुल प्रजापति, लव कुश प्रजापति सहित अन्य आरोपियों के द्वारा मैजिक वॉइस एप के माध्यम से कॉलेज की कर्मचारी बनकर स्कॉलरशिप दस्तावेज में गड़बड़ी होने का हवाला देकर 7 आदिवासी छात्राओं के साथ सुनसान जगह बुलाकर दरिंदगी की घटना को अंजाम दिया गया। इस घटना ने शासन- प्रशासन, सत्ता को चुनौती देने के साथ-साथ प्रदेश की बेटियों के आत्म स्वाभिमान और शिक्षा के प्रति समर्पण को कुचलकर समाज को और पूरे प्रदेश को कलंकित किया है। समूचा देश इस घटना से आक्रोशित हैं ये देश के सभ्य वर्ग के लिए भी शर्मनाक घटना है बेटियां तो देश की बेटियां होती है
सरकार की खूफिया एजेंसी और प्रशासन को जानकारी ना होना संवेदनशीलता और विश्वसनीयता पर प्रश्न खड़ा करता है
इस घटना में आदिवासी लड़कियों को ही निशाना बनाया गया है इससे पहले भी सीधी पेशाब कांड में पीड़ित आदिवासी ही था, जो आदिवासियों के खिलाफ म.प्र.में हो रहे अत्याचार का जीवंत प्रमाण है। साथ ही इस घटना में संलिप्त वाइस मैजिक के दरिंदों तक छात्राओं के मोबाइल नंबर और छात्रवृत्ति के लिए योग्यता और उनके छात्रवृत्ति फार्म/डाटा में कमी की जानकारी कैसे पहुंची ये संदेहप्रद है। इस अमानवीय घटना को अंजाम पहले से दिया जा रहा था, टैब भी सरकार की खूफिया एजेंसी और प्रशासन को जानकारी ना होना संवेदनशीलता और विश्वसनीयता पर प्रश्न खड़ा करता है।
पीड़ित छात्राओं को 1-1 करोड़ मुआवजा व पीड़ित परिवार को पुलिस सुरक्षा दी जाए
जय आदिवासी युवा शक्ति जयस व समस्त आदिवासी समाज मांग करता है की पीड़ितों को न्याय दिलाने फास्ट ट्रैक कोर्ट बनाकर 30 दिवस के अंदर दोषियों को 376, 376अ तथा 376ऊ व 376ए के तहत फांसी की सजा दी जाए पीड़ित छात्राओं को 1-1 करोड़ मुआवजा व पीड़ित परिवार को पुलिस सुरक्षा दी जाए। मध्यप्रदेश में आदिवासियों पर लगातार बढ़ते अपराधों पर लगाम लगाएं।