Type Here to Get Search Results !

अनिल साहू रोगी कल्याण समिति का बाबू विकलांगों से कर रहा लूट खसोट

अनिल साहू रोगी कल्याण समिति का बाबू विकलांगों से कर रहा लूट खसोट

सिवनी चिकित्सालय सिवनी में आदेगांव से आए विकलांग से लिए 200 रुपए

चालान के नाम पर वसूले, रसीद मांगी तो कागज छुड़ाकर कहा मैने नहीं लिए पैसे

वीडियो बनाने पर मोबाइल छीना, धमकाते हुये आदिवासी युवक से छुड़ा लिया दस्तावेज


सिवनी। गोंडवाना समय। 

वर्षों से भोजन, नाश्ता, प्रशिक्षण कार्यक्रमों सहित अन्य खरीदी में सेटिंगबाज, मास्टमार्इंड, घोटाला करने वाला स्वास्थ्य विभाग में पदस्थ बाबू अनिल साहू के हौंसले इतने बुलंद हो गये है कि वह सिवनी चिकित्सालय में आने वाले हितग्राहियों से अभ्रदतापूर्वक अमर्यादित तरीके से वार्तालाप भी कर रहे है।
                


आदिवासी बाहुल्य जिला सिवनी के विकलांग बंधुगण जब भी सिवनी चिकित्सालय में विकलांग प्रमाण पत्र से संबंधित कार्यों के लिये आते है तो उक्त शाखा में पदस्थ अनिल साहू के द्वारा अभ्रदतापूर्वक, अमर्यादित तरीके से वार्तालाप किया जाता है।
                यहां तक कि यहां पर बैठकर विकलांगों से लूटखसोट भी कर रहे है। सबसे अहम बात तो यह है कि जब स्वास्थ्य विभाग सहित मेडिकल कालेज की टीम जिला अस्पताल के निरीक्षण करने पहुंची थी उसी दरमियान अनिल साहू गरीबों को लूट रहा था।

अनिल साहू ने अभ्रदतापूर्वक आदिवासी को चिकित्सालय से भगाने कहा अबे तू जाता क्यों नहीं है 


सिवनी जिला अस्पताल में रोगी कल्याण शाखा में लंबे समय से पदस्थ बाबू अनिल साहू मानवता को शर्मसार कर रहे हैं। प्रमाणपत्रों के लिए कार्यालय में दूर दराज से पहुंच रहे विकलांगों से 200 से 500 रुपए तक उनसे राशि वसूल रहे हैं।
                ऐसा ही एक मामला 3 जून 2024 की दोपहर में देखने को मिला, जहां रोगी कल्याण समिति का बाबू आदेंगाव से आदिवासी विकलांग युवक से किसी दस्तावेज के एवज में 200 रुपए  लेकर अपनी जेब में भर लिए.. पहले तो अनिल साहू चालान के नाम पर राशि लेने का हवाला देते रहे लेकिन जैसे ही चालान की रसीद पूछी गई तो फिर क्या था वर्षो से जिला अस्पताल में मलाई खाकर दीमक की तरह जिला अस्पताल को खोखला कर रहे अनिल साहू भड़क उठे और फिर आदेगांव से आए आदिवासी युवक से दस्तावेज छुड़ा लिए और राशि लेने से भी इंकार कर दिया।
                इसके साथ ही आदिवासी युवक को अभद्रतापूर्वक व अमर्यादित भाषा का उपयोग करते हुये चिकित्सालय के कार्यालय से भगाने के लिये कहा कि अबे तू जाता क्यों नहीं है ? 

बोलने पर धमकाते रहा 


आदिवासी युवक से पैसे लेने को लेकर जब पूछा जा रहा था तो चोरी पकड़े जाने के भय से अनिल साहू विकलांग युवक और उसकी मदद के लिए साथ में आए युवक को बोलने से मना करते रहा। पीड़ित युवक को एक बार तो उंगली दिखाकर धमकाया भी गया जल्दी से उसे खाकी धारी कर्मचारी के हाथों से कागज दिलवाकर राज खुलने से पहले भिजवा दिया गया।
                 हालांकि कहावत है कि चोर कितना भी शातिर हो एक न एक दिन कोई न कोई छाप छोड़ जाता है। ऐसा ही मोबाइल में बनाए गए अनकट वीडियो ने अनिल साहू के भ्रष्टाचार और उनकी भ्रष्ट कार्यप्रणाली की पोल खोल दी है।
                पहले तो वे खुद साफ आवाज में यह कहते नजर आ रहे हैं कि चालान का पैसा लिया गया है लेकिन चालान की रसीद का मामला फंसने के बाद राशि लेने से साफ इंकार कर दिया। आखिरकार अनिल साहू दोनो बाते किस मुंह से बोल रहे थे और उनकी कौन से बात सच्ची है वे ही बता पाएंगे।

मीडियाकर्मी से मोबाईल छीनने का प्रयास 


रोगी कल्याण में पदस्थ बाबू अनिल साहू सेटिंगबाज होने के कारण स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के गुड लिस्ट में हमेशा रहते है। इसलिए लंबे समय से पदस्थ भी है और शिकायतों के बावजूद उसके खिलाफ कोई कार्यवाही नहीं होती है।
            इसलिए अनिल साहू के हौसले इतने बुलंद है कि खुलेआम भ्रष्टाचार करने में भी कोई खोफ और डर नहीं है। यही वजह है उनकी करतूत को उजागर कर रहे मीडियाकर्मी का मोबाइल छीनने की जुर्रत भी की गई और वीडियो डिलीट करने का प्रयास भी किया गया।

पर्दे के पीछे कैमरा क्यों है

जिला अस्पताल में वैसे तो कई कमरों में सी सी टीवी कैमरे लगाए गए हैं लेकिन रोगी कल्याण में लगा हुआ सीसी टीवी कैमरा आखिर हरे पर्दे के पीछे क्यों लगाया गया है। शायद यह आप अच्छी तरह से समझ सकते हैं।

Post a Comment

0 Comments
* Please Don't Spam Here. All the Comments are Reviewed by Admin.