शुभम मसराम उभरते हुये कलाकार को मंच दिलाने के साथ उनका उत्साह बढ़ाने की है जरूरत
पारी कुपार लिंगों, बिरसा मुण्डा, टंटया मामा, अंबेडकर जी, दादा हीरा सिंह मरकाम जी की शुभम मसराम ने पेंटिंग बनाया
सौंसर/छिंदवाड़ा। गोंडवाना समय।
शुभम मसराम एक आर्टिस्ट हैं, अपनी पेंटिंग की कला से वे मनमोहक व आकर्षक चित्र बनाते है। शुभम मसराम आदिवासी समुदाय से आते हैं।
शुभम मसराम की मां जी का नाम श्रीमती शारदा मसराम और पिता जी का नाम श्री भांगीलाल मसराम जो कि खेतीहर श्रमिक है और उनकी बहन निकिता मसराम है उनके साथ वह जमलापानी गांव सौसर तहसील जिला छिंदवाड़ा में रहते हैं।
शुभम मसराम आदिवासी समाज के उभरते हुये कलाकार है उन्हें कला को बढ़ावा देने के लिये उनका उत्साह बढ़ाने के साथ साथ उन्हें उचित मंच दिलाने में सहयोग करने की जरूरत है।
अपनी कला के माध्यम से अच्छे कलाकार बनने की ओर अग्रसर है शुभम मसराम
शुभम मसराम ने गोंडी धर्म के प्रति आस्था बढ़ाने के लिये पारी कुपार लिंगो,
आजादी के महानायकों क्रांतिकारियों, संविधान निर्माता डॉ बाबा साहेब अंबेडकर के साथ साथ गोंडवाना समग्र क्रांति आंदोलन के संस्थापक दादा हीरा सिंह मरकाम जी सहित अन्य प्रसिद्ध लोगों की पोर्ट्रेट भी बनाई हैं।
शुभम मसराम की प्रतिभा और कड़ी मेहनत का ही नतीजा है कि वे इतनी कम उम्र में ही अच्छे कलाकार बनने की ओर अग्रसर है।
शुभम मसराम ने पारी कुपार लिंगों, बिरसा मुंडा, रानी दुर्गावती, टंट्या मामा, बाबा साहेब अंबेडकर, शिवाजी महाराज, राघोजी भांगरे, दादा हीरा सिंग मरकाम, देवरावन भालावी, रामदेव काकोड़िया शामिल हैं और की भी पेटिंग फोटो बनाई है।
शुभम मसराम के एक वीडियो को 1 लाख से ज्यादा व्यूज भी मिले हैं
शुभम मसराम अपनी कला को सोशल मीडिया पर अपनी प्रतिभा को खूब निखारा है। शुभम मसराम एक आर्टिस्ट हैं और उन्होंने सोशल मीडिया पर उनका यूट्यूब चैनल है जिसके 1.13 के सब्सक्राइबर्स भी हैं और इंस्टाग्राम पर 900 फॉलोअर्स हैं।
उनकी एक वीडियो को 1 लाख से ज्यादा व्यूज भी मिले हैं। शुभम मसराम एक गरीब परिवार से है और उसका एक बार पथरी का आॅपरेशन होने के कारण उसकी पढ़ाई छूट गई थी लेकिन एक बार फिर उन्होंने 10 वी का फॉर्म भरकर छिंदवाड़ा में परीक्षा दिया है। शुभम मसराम ने कई प्रसिद्ध लोगों की पोर्ट्रेट भी बनाई हैं।