राजेन्द्र चौकसे अधीक्षक छात्रावास में बरत रहे लापरवाही
सिवनी। गोंडवाना समय।
सिवनी जिले की कलेक्टर सुश्री संस्कृति जैन छात्रावासों में शैक्षणिक विकास को लेकर संवेदनशीलता के साथ कार्य कर रही है।
वहीं जिले के प्रशासनिक अधिकारियों व जनजाति कार्य विभाग के विभागीय अधिकारियों व कर्मचारियों को भी छात्रावास, आश्रम, एकलव्य विद्यालय, कन्या शिक्षा परिसर सहित अन्य शासकीय शैक्षणिक संस्थानों में शैक्षणिक सुविधायें विद्यार्थियों को प्रदान करने व संस्थान में सुविधाओं को प्रदान करने के लिये सिवनी कलेक्टर स्वयं समय समय पर निरीक्षण भी करती है।
इसके बाद भी सिवनी जिला मुख्यालय में ही छात्रावास में कुछेक अधिक्षक की मनमानी रूकने व थमने का नाम नहीं ले रही है। ऐसा ही कुछ अधीक्षक राजेन्द्र चौकसे भी लापरवाही बरत रहे है अर्थात कलेक्टर की मंशा पर पानी फेरने का काम अधीक्षक राजेन्द्र चौकसे कर रहे है।
एसडीएम के निरीक्षण के दौरान अनुपस्थित मिले थे अधीक्षक राजेन्द्र चौकसे
बीते दिनों सीनियर अनुसूचित जाति बालक छात्रावास क्रमांक 1 अधीक्षक राजेन्द्र चौकसे की लापरवाही की शिकायत मिलने पर सिवनी एसडीएम के द्वारा औचक निरीक्षण किया गया था। बताया जाता है कि इस दौरान छात्रावास अधीक्षक राजेन्द्र चौकसे और अन्य कुछ कर्मचारी अनुपस्थित पाये गये थे।
बताया जाता है कि अधीक्षक राजेन्द्र चौकसे अपने पिता श्री महेन्द्र चौकसे की कार्यप्रणाली का अनुसरण करते हुये कर्तव्य निभा रहे है। हम आपको बता दे कि श्री महेन्द्र चौकसे विभागीय सेटिंग व सांठगांठ में ही अपना समय बिताते है। स्कूल के अधिकांश बच्चे उन्हें पहचानते भी नहीं है। जनजाति कार्य विकास विभाग में पिता जी की सेटिंग होने के चलते सम्माननीय सुपुत्र राजेन्द्र चौकसे बेखौफ होकर नौकरी कर रहे है।