पति एक साल से लापता, आदिवासी पत्नि व परिवार ने पुलिस अधीक्षक से पतासाजी कराने लगाई गुहार
डूण्डासिवनी पुलिस थाना क्षेत्र के कंजई ग्राम में एक आदिवासी मजदूरी करने गया पर वापस नहीं आया
जिसने मजदूरी कराने ले गया था उस पर हत्या करने की शिकायत पुलिस अधीक्षक से की
सिवनी। गोंडवाना समय।
श्रीमति राजकली उइके पति श्री सतीश उइके उम्र लगभग 25 वर्ष, जाति गोड़ निवासी ग्राम कंजई. तह० व जिला सिवनी म०प्र० की निवासी है।
वहीं 28 अक्टूबर 2024 को अपने परिवारजनों के साथ सिवनी मुख्यालय पहुंची, जहां पर गोंगपा के पदाधिकारी देवी सिंह अरेबा ने उन्हें सिवनी पुलिस अधीक्षक कार्यालय ले जाकर समस्या से संबंधित आवेदन न्यायोचित कार्यवाही हेतु दिये जाने में सहयोग किया।
कंपनी में काम करने की बात कहकर ले गया था
पीड़ित आदिवासी महिला व उसके परिवारजनों ने पुलिस अधीक्षक सिवनी को दिये गये आवेदन में उल्लेख किया है कि शोभाराम उइके पिता सुमेर सिंह उइके उम्र लगभग 27 वर्ष, जाति गोड़ निवासी ग्राम कंजई, तह० व जिला सिवनी म०प्र० का निवासी है उसके द्वारा पीड़ित आदिवासी महिला के पति को गांव से बाहर किसी कंपनी में काम करने की बात कहकर ले जाया गया था।
काम पर लेकर जाने वाला शोभाराम उईके तो वापस आ गया लेकिन सतीश उईके का कोई पता नहीं है। वहीं पीड़ित आदिवासी महिला व उसके परिवारजनों के द्वारा पूछने पर शोभाराम उईके कहता है कि तुम्हारे पति को जान से मार दिया है। इस संबंध में शोभाराम उईके से पूछताछ कराकर सत्यता जानने की मांग पुलिस अधीक्षक सिवनी से किया है।
मेरे साथ काम पर चल और पैसा कमाकर घर आ जाऐगें
पीड़ित आदिवासी महिला का कहना है कि माह अक्टूबर 2023 को शोभाराम उईके के द्वारा मेरे पति सतीश उइके को बहलाफुसलाकर बोला गया कि तू घर में बैठा है, तू मेरे साथ काम पर चल और पैसा कमाकर घर आ जाऐगें। शोभाराम उईके की बात मानकर मेरा पति सतीश उईके तैयार हो गया और माह अक्टूबर 2023 को कहीं काम करने चले गये थे। इसके बाद नवंबर माह 2023 में वापस घर आने के संबंध में मेरे पति से बातचीत भी हुई थी। शोभाराम उईके और मेरे पति साथ में वापस आने के लिये निकले थे।
शोभाराम उईके अकेले गांव वापस आ गया
हम सब परिवारजन मेरे पति की राह घर पर देख रहे थे लेकिन हमें पता चला कि शोभाराम उईके अकेले गांव वापस आ गया है। हमने जाकर शोभाराम उईके से पूछे कि मेरे पति सतीश उईके कहां पर है साथ में क्यों नहीं आये तो वह कहने लगा कि वह अभी वहीं पर कार्य कर रहा है। इसलिये वह साथ में वापस नहीं आया जबकि मेरे पति सतीश उईके ने कहा था कि हम दोनो साथ में आ रहे है।
पुलिस ने कहा तुम खुद ही दूढ़ लो
इस बात से जब पीड़ित आदिवासी महिला व उनके परिवारजनों को शंका हुई तो पुलिस थाना डूंड़ा सिवनी में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराने गए तो थाना डूंड़ा सिवनी पुलिस द्वारा बोला गया कि तुम खुद ही ढूंढ लो वह आ जायेगा। कुछ समय बीत जाने के बाद पीड़ित परिवार के सदस्यों ने शोभाराम उईके से निरंतर पूछा कि सतीश उईके कहां है तो शोभारमा उईके ने बताया कि सतीश उइके ट्रेन से कही गुम हो गया है उसके बाद से आज दिनांक तक घर वापिस नहीं आया है।
शराब के नशे में कहा था मैंने सतीश उईके को मार दिया है
उक्त घटना के लगभग 01 वर्ष हो गया है। नवरात्री के समय शोभाराम उईके जो कि अत्यंत शराब के नशे में था तब उसके द्वारा बोला गया कि मैंने सतीष उईके को मार दिया हूँ। यह बात ग्रामवासियो के सामने बोला था जिसकी गवाही भी दिलाने को पीड़ित परिवार तैयार है।