मिस्बाह पब्लिक स्कूल प्रबंधन की प्रताड़ना से तंग आकर विद्यार्थी ने आत्महत्या का किया प्रयास
जहरीला पदार्थ का सेवन करने से कक्षा 8 वी विद्यार्थी अस्पताल में करा रहा उपचार
परिजनों ने मिस्बाह पब्लिक स्कूल प्रबंधन पर लगाया प्रताड़ना का आरोप, कार्यवाही की मांग किया
सिवनी। गोंडवाना समय।
मिस्बाह पब्लिक स्कूल प्रबंधन की प्रताड़ना से तंग आकर व परेशान होकर स्कूल के 8 कक्षा के विद्यार्थी ने आत्महत्या करने के उद्देश्य से जहर अथवा अन्य सामग्री का सेवन करने से सिवनी जिला चिकित्सालय में उपचार हेतु परिजनों को भर्ती करवाना पड़ा।
वहीं विद्यार्थी के परिजनों ने मिस्वाह पब्लिक स्कूल के प्रबंधन पर आरोप लगाते हुये बेटे के द्वारा आत्महत्या जैसे कदम उठाने के लिये जिम्मेदार ठहराया है। मिस्बाह पब्लिक स्कूल प्रबंधन के द्वारा किस तरह से कक्षा 8 वी में अध्ययनरत विद्यार्थी को प्रताड़ित किया जाता था और उसे टी सी देकर स्कूल से निकाल दिया गया है।
इस संबंध में परिजनों ने मिस्बाह पब्ल्कि स्कूल पर बेटे को अध्ययन के दौरान प्रताड़ित करने का आरोप लगाया है। वहीं इस संबंध में स्कूल के प्राचार्य से फोन से संपर्क किया गया तो उन्होंने फोन नहीं उठाया।
नोटिस के साथ जुर्माना लगाया, टी सी देकर स्कूल से निकाला
हम आपको बता दे कि सिवनी शहर मुख्यालय के शहीद वार्ड में स्थित मिस्बाह पब्लिक स्कूल प्रबंधन पर आरोप लगाते हुये अब्दुल वाशित ने बताया कि उनके बेटे के साथ मिस्बाह स्कूल प्रबंधन व अन्य कर्मचारियों के द्वारा प्रताड़ित किया जाता था।
वहीं मेरे बेटे को टी सी देकर स्कूल से निकाल दिया है। स्कूल प्रबंधन की प्रताड़ना के कारण ही मेरे बेटे ने आत्महत्या करने जैसा कदम उठाया है। स्कूल में बच्चे के साथ मारपीट की जाती है। वहीं बच्चे को आपसी विवाद के कारण नोटिस दिया जाकर 600 रूपये का जुर्माना भी लगाया गया था।
वहीं 9 नवंबर की आखिरी तारिख कार्यवाही के लिये चेतावनी भी दी गई थी अन्यथा 11 नवंबर को तुम्हारे बेटे का नाम काट दिया जायेगा और टी सी दे दी जायेगी। इसके बाद मिस्बाह पब्लिक स्कूल के द्वारा 11 नवंबर को टी सी भी दे दी गई है। इसके बाद ही मेरे बेटे ने यह कदम उठाया है।
आरटीई के तहत फ्री में पढ़ने के कारण स्कूल प्रबंधन को बहुत दिक्कत है
वहीं कक्षा आठवी के विद्यार्थी के परिजन मोहम्मद आसिफ ने बताया कि ने घटना के संबंध में बताया कि मिस्बाह पब्लिक स्कूल में प्रबंधन का पूरा परिवार स्कूल में पढ़ाता है। वहीं मेरा भतीजा आरटीई में पढ़ने के कारण उसे प्रताड़ित किया जाता है।
स्कूल प्रबंधन के द्वारा कहा जाता है कि आरटीई में पढ़ने के कारण आपका बच्चा हमारे यहां पढ़ने लायक नहीं है उसे नेता जी स्कूल में पढ़ाओं। फ्री पढ़ने के कारण स्कूल प्रबंधन को दिक्कत है। स्कूल प्रबंधन पर कार्यवाही होनी चाहिये, स्कूल में अध्ययन कराने वाले कर्मचारियों की डिग्री की जांच भी होना चाहिये।