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गोंडी भाषा को संविधान के 8 वी अनुसुची में शामिल कराने राज्य/केंद्र सरकार समक्ष मांग प्रस्तुत करेंगे

गोंडी भाषा को संविधान के 8 वी अनुसुची में शामिल कराने राज्य/केंद्र सरकार समक्ष मांग प्रस्तुत करेंगे

गोटूल विद्यालय बनाने जमीन आबंटन कराने के साथ 25 लाख की राशि दिलाने की घोषणा किया 

अमरावती महाराष्ट्र में गोंडवाना गोंड महासभा का तीन दिवसीय राष्ट्रीय अधिवेशन कार्यक्रम संपन्न

अमरावती/महाराष्ट्र। गोंडवाना समय। 

गोंडवाना गोंड महासभा का तीन दिवसीय राष्ट्रीय अधिवेशन दिनांक 17 जनवरी 2025 से 19 जनवरी 25 तक गोविंदपुर जिला अमरावती महाराष्ट्र में आयोजित किया गया।
            


अधिवेशन का उद्घाटन भुमका के पदाधिकारियों एवं महासभा के पदाधिकारियो द्वारा कुंवारा भीमालपेन एवं देवी देवताओ का गोगों कर सतरंगी  झंडा फहराया गया। 

प्रथम व द्वितीय सत्र में इन्होंने भाषा धर्म संस्कृति पर रखे अपने विचार 


तत्पश्चात प्रथम सत्र के मुख्य अतिथि गेंदा शाह उईके राष्ट्रीय कार्यवाहक अध्यक्ष अखिल भारतीय कोयापुनेम सेवा संस्था तथा कार्यक्रम के मुख्य वक्ता राजकुमार अरमो  अध्यक्ष भुमक संगठन नई दिल्ली कार्यक्रम का संचालन श्री राजकुमार कुजांम महासचिव झारखंड भुमका संगठन के द्वारा  किया गया।
            वहीं द्वितीय सत्र के मुख्य अतिथी ितरूमाल रामचंद्र नेताम, राष्ट्रीय अध्यक्ष गोंडवाना गोंड महासभा तथा मुख्यत: तिरूमाल भुवन सिंह कोराम, तिरूमाल नन्दकिशोर मरावी प्रदेश अध्यक्ष पश्चिम बंगाल, राजकिशोर गोंड प्रदेश अध्यक्ष गुजरात, तिरूमाल झुरूचंद नेताम प्रदेश अध्यक्ष असम, तिरूमाल कमलेश सोरी राष्ट्रीय सदस्य, छत्तीसगढ़, तिरूमाल शुक्लु सिंह आहके संरक्षक गोंडवाना गोंड महासभा मध्यप्रदेश तथा तिरुमाल शोभाराम नेताम सलाहकार, प्रहलाद सिडाम प्रदेश अध्यक्ष महाराष्ट्र, सभी के द्वारा संगठन भाषा धर्म एवं संस्कृति पर प्रकाश डाला गया। वहीं कार्यक्रम की अध्यक्षता मुरलीधर टेकाम द्वारा किया गया। 

तृतीय सत्र का संचालन गोंडी भाषा एवं साहित्य पर रहा 

कार्यक्रम का संचालन तिरुमाल तरुण नेताम राष्ट्रीय महासचिव द्वारा किया गया। उक्त कार्यक्रम में सभी ने संगठन को मजबूत करने तथा गोंडी भाषा को संविधान के 8 वी अनुसुची में सम्मिलित करने हेतु राज्य/केंद्र सरकार समक्ष मांग प्रस्तुत करेंगे।
                तृतीय सत्र का संचालन गोंडी भाषा एवं साहित्य पर रहा, जिसमें मुख्य वक्ता के रूप तिरुमाल शाम सिंह उईके, राष्ट्रीय सदस्य गोंडवाना गोंड महासभा महाराष्ट्र तथा तिरुमाय डॉक्टर हीरा मीणा द्वारा गोंडी भाषा को जीवित रखने एवं अपनी संस्कृति का पालन करने हेतु व्यक्तव्य दिये। 

प्राथमिक स्कूल में गोंडी भाषा पाठ्यक्रम में रखा जावे 


सभा के समापन के पश्चात तिरुमाल रामचंद्र नेताम की अध्यक्षता में सभी राज्यों से आये सगा समाज के साथ बैठक का आयोजन किया गया। जिसमें निम्न लिखित मांग प्रस्तुत किया गया है। छत्तीसगढ़ राज्य में जहां-जहां पर गोंडी बोली जाती है, वहां पर कक्षा 1 से कक्षा 5 वी तक पाठक्रम के रुप में गोंडी भाषा से विद्यालय में पढ़ाई जाती है।
             इसी तरह महाराष्ट्र भी जहां जहां पर गोंडी बोली जाती है। वहां वहां पर कक्षा 1 से कक्षा 5 वी तक पाठ्यक्रम के रुप में बच्चो को शिक्षा दिया जाये। जिससे गोंडी भाषा संरक्षित  हो सके। गोंडी भाषा को संविधान के 8 वी अनुसूचि में सम्मलित करने हेतू महाराष्ट्र विधान सभा से प्रस्ताव पारीत कर केंद्र सरकार को भेजा जाये।

भुमका कोे 10 हजार रूपये मानदेय दिया जावे 

ग्राम में पेसा नियम लागु है वहां पेसा नियमो का अक्षत: पालन किया जाये। आदिवासी क्षेत्रो में देवालय का पुजन भुमकों के द्वारा किया जाता है। भुमकों को मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ, दिल्ली में उनको प्रति माह 10, 000 रुपया मानदेय दिया जावे, ताकी अपने परिवार का भरण पोषण कर सके ।

गोटूल विद्यालय संचालित भवन बनाया जावे

गोंविदपुर देवठाणा स्थल पर गोटूल विद्यालय संचालित करने हेतू सर्वसुविधा युक्त भवन बनाये जाये। किसी भी नौकरी में भर्ती के समय आदिवासियों को प्राप्त आरक्षण नियमो का अक्षरश: पालन किया जाये।

द्वितीय दिवस का प्रथम सत्र में महिलाओं ने दिया वक्तव्य


आदिवासी संस्था के नाम पर शिक्षण संस्थायें संचालित है, वहां पर गोंडी भाषा एवं संस्कृतिक की जानकारी प्रदान की जाये। कार्यक्रम के द्वितीय दिवस के प्रथम सत्र में मातृशक्तियों का रहा। जिसमें मुख्य वक्ता के रूप में तिरुमाय दुर्गा उइके, डॉक्टर सुनीता पेंन्द्रो मध्य प्रदेश, फुला ताई मुंबई, सवर्णना वरकड़े महाराष्ट्र, तिरुमाल सुनंदा बाबा राव कुमरे, महासचिव महाराष्टÑ, तिरुमाय किरण नेताम छत्तीसगढ़, तिरुमाय डॉक्टर हीरा मीना राजस्थान सभी ने अपनी भाषा, धर्म, संस्कृति को बचाने का आवाहन किया।  कार्यक्रम का संचालन राष्ट्रीय उपाध्यक्ष मंगला ताई ने किया।

2 एकड़ जमीन आबंटन कराने का प्रयास करेंगे 

कार्यक्रम के द्वितीय सत्र में उद्घाटक के रूप में पहुचे बड़नेरा विधायक के बड़े भाई उनके प्रतिनिधि के रूप में उपस्थित रहे उनके द्वारा गोटूल विद्यालय के स्थापना हेतु 25 लाख रूपये की राशि तथा 2 एकड़ शासकीय जमीन को आबंटन करने हेतु घोषणा किया।  

मंचस्थ अतिथियों के साथ ज्ञापन दिया गया 

मुख्य वक्ता के रूप में छत्तीसगढ़ से पधारे प्रदेश अध्यक्ष तिरुमाल अखबर राम कोराम, कार्यकारी अध्यक्ष रमेश चंद्र श्याम, उपाध्यक्ष जे. एल. मरई, कोषाध्यक्ष मोहन कोमरे तिरूमाल  प्रकाश  सलामे राष्ट्रीय अध्यक्ष गोंडी साहित्यकार द्वारा संकल्पित भाव से संगठित होकर भाषा, धर्म, संस्कृति को संरक्षित करने हेतु अपने अपने विचार व्यक्तत किये। अंत में कार्यक्रम के अध्यक्ष द्वारा सामाजिक व्यवस्था के माध्यम से ही समाज को संगठित किया जा सकता है। इस पर अपना विचार व्यक्त किये तथा समाज द्वारा दिये गए मांग पत्र को बड़Þनेरा विधायक के ज्येष्ठ भाई को सभी मंचस्थ अतिथियों के साथ ज्ञापन दिया गया।

सांस्कृतिक कार्यक्रम भी आयोजित किया गया 

कार्यक्रम का संचालन तिरुमाल तरुण नेताम, राष्ट्रीय महासचिव एवं तिरुमाल दिनेश टेकाम, प्रदेश महासचिव महाराष्ट्र द्वारा  किया गया कार्यक्रम के तृतीय सत्र में तिरुमाल विवेक ध्रुव, राष्ट्रीय अध्यक्ष के नेतृत्व में कार्यक्रम संचालित हुआ, जिसमें मुख्य वक्ता के रूप में अजय उईके महाराष्ट्र, मनदीप धुर्वे उत्तर प्रदेश, अजय ठाकुर, मध्य प्रदेश, पवन चादेकर महाराष्ट्र, नागेश पंद्रे महाराष्ट्र के साथ-साथ विविध सांस्कृतिक कार्यक्रम भी आयोजित किया गया।

संवैधानिक अधिकारो के बारे मे जानकारी दिया गया 

कार्यक्रम के अंतिम दिवस में कार्यक्रम का उद्घाटन तिरुमाल मधुकर उईके, राष्ट्रीय अध्यक्ष आॅल इंडिया आदिवासी एम्पलाइज एसोसिएशन के द्वारा शिक्षा एवं संवैधानिक अधिकारों के बारे में जानकारी प्रदान किया गया। मुख्य वक्ता के रूप में  शेरसिंह आंचला राष्ट्रीय अध्यक्ष गोंडी भाषा सृजन  समिति, अरका मानिक राव राष्ट्रीय उपाध्यक्ष गोंडवाना गोंड महासभा तेलंगाना, कमलेश ध्रुव राष्ट्रीय उपाध्यक्ष उत्तर प्रदेश, तिरुमाल शिव शंकर गोंड भूमका संघ अध्यक्ष उत्तर प्रदेश, तिरूमाल प्रमोद गेडाम के द्वारा भी भाषा धर्म संस्कृति को संरक्षित करने तथा संवैधानिक अधिकारो के बारे मे जानकारी दिया गया। 

स्वरोजगार, स्वालंबन एवं उद्योग से संबंधित बातो पर प्रकाश डाला 

कार्यक्रम का अध्यक्षता तिरुमाल तरुण नेताम महासचिव गोंडवाना गोंड महासभा द्वारा किया गया। जिसमें उन्होंने अपने उदबोधन में समाज के विकास हेतु शासकीय कर्मचारियों का योगदान के साथ में समाज की आर्थिक विकास हेतु स्वरोजगार, स्वालंबन एवं उद्योग से संबंधित बातो पर प्रकाश डाला। कार्यक्रम का संचालन तिरुमाय मंगला ताई राष्ट्रीय उपाध्यक्ष गोंडवाना गोंड महासभा महाराष्ट्र द्वारा किया गया। अंत में कार्यक्रम को सफल बनाने हेतु युवाओं, महिलाओं एवं बच्चों को पुरस्कार से सम्मानित किया गया। उक्त कार्यक्रम का आभार व्यक्त प्रदेश अध्यक्ष प्रहलाद सिडाम ने किया। 

रेला पाटा के माध्यम से मंचस्थ अतिथियों का विदाई किया गया

तत्पश्चात रेला पाटा के माध्यम से मंचस्थ अतिथियों का विदाई किया गया। कार्यक्रम में भोजन एवं रहने की उत्तम व्यवस्था का प्रबंध किया गया। शासन द्वारा मेडिकल तथा पुलिस प्रशासन का सहयोग रहा। जिससे किसी प्रकार की अप्रिय घटना नहीं घटी, वहीं शुरू से अंत तक तिरूमाय  मंगला ताई का मंच का संचालन अच्छा रहा। जिसके कारण सभी दिन का कार्यक्रम संपन्न करने किसी भी प्रकार की बाधा नहीं आई। गोंडवाना गोंड महासभा का राष्ट्रीय अधिवेशन को संपन्न कराने में कुँवारा भीमालपेन शक्ति का महासभा को आशिर्वाद मिला जिसके कारण उक्त अधिवेशन का सफल आयोजन रहा। 


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