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रंगारी के उस्तादों ने धान से भरे ट्रक को छोड़ा

 रंगारी के उस्तादों ने धान से भरे ट्रक को छोड़ा

मौके पर ट्रक के दस्तावेज नहीं मिले थे,

तथाकथित किसानों से अधिकारी ने मांगे दस्तावेज

सिवनी। गोंडवाना समय। 

मुखबिर की सूचना पर देर रात लखनवाड़ा पुलिस थाना की गोपालगंज पुलिस चौकी ने धान से भरा हुआ ट्रक पकड़ा था। जिसे नान और फूड विभाग ने बिना पुख्ता जांच के ही छोड़ा दिया है। जिसको लेकर सांठगांठ की चर्चा चल रही है। 

गोपालगंज स्थित राइस मिल में बिकने के लिए पहुंची थी धान 


सिवनी में 650 बोरी धान से भरे ट्रक को पकड़ने के बाद सिविल सप्लाई ओर फूड विभाग की प्रभारी डीएसओ ने बिना पुख्ता जांच किए ही खुर्दबुर्द कर धान से भरे ट्रक को छोड़ दिया है।

खबासा सोसायटी क्षेत्र से निकले धान से भरे इस ट्रक को मुखबिर की सूचना पर लखनवाड़ा थाना क्षेत्र की गोपालगंज चौकी पुलिस ने गोपालगंज बायपास के समीप रात डेढ़ बजे पकड़ा था। सुबह इसकी सूचना सिविल सप्लाई और फूड विभाग को सूचना दी। 

किसानों की निजी धान विक्रय की पुष्टि व जांच पर उठ रहे सवाल 


जहां ट्रक को छुड़ाने की कवायद में पहुंचे खबासा धान खरीदी केंद्र प्रभारी ओर उनके कर्मचारी द्वारा लाए गए तथाकथित किसानों के किसान होने संबंधित समस्त दस्तावेज खंगाले बिना ही उनके बयान के आधार पर किसानों की निजी धान विक्रय की पुष्टि ओर जांच को खुर्दबुर्द कर ट्रक को छोड़ दिया गया। जिसको लेकर नॉन और फूड विभाग की कार्यप्रणाली सवालों में घिर गई है। 

खबासा खरीदी केंद्र की धान तो नहीं खप रही थी 


इस मामले को लेकर फूड विभाग की प्रभारी डीएसओ ने जवाब देने से बचती रही। वहीं सिविल सप्लाई के जांच अधिकारी दुष्यंत सोनकेशरिया बिना दस्तावेज खंगाले ट्रक में पांच किसानों की धान की पुष्टि कर उनके बयान के आधार पर ट्रक छोड़ने की बात कर रहे हैं।
             वहीं गोपालगंज चौकी प्रभारी नानकराम पॉल ने बताया कि देर रात सूचना मिलने पर ट्रक को पकड़ा था। ट्रक के पास बिल्टी भी मौजूद नहीं थी। फूड विभाग की अधिकारी रीता मर्सकोले के निर्देश पर ट्रक को छोड़ दिया गया है।
            वहीं सूत्र बताते है खबासा खरीदी केंद्र से धान के गोलमाल होने की चर्चा चल रही है क्योंकि ट्रक के पकड़ाने के बाद खबासा खरीदी केंद्र के प्रभारी व कर्ताधर्ता गोपालगंज चौकी से लेकर नॉन, फूड विभाग के अधिकारियों के चक्कर लगाते हुये गुपचुप भी करते नजर आ रहे थे। 

इन सवालों में घिर रहे धान के कर्णधार 

गोपालगंज उष्मा चावल बनाने वाली राईस मिल्स में पिछले साल भी 126 बोरी धान की पकड़ी गई थी। ट्रक धान रात में डेढ़ बजे क्यों भेजी जा रही थी। ट्रक किसानों की थी तो बिना बिल्टी ओर मंडी टेक्स के कैसे ट्रक जा रहा था। गोपालगंज में जांच के दौरान खबासा खरीदी प्रभारी ओर उसके गुर्गे क्यों मौजूद थे।
            अकेले में ब्लू शर्ट वाला सख्श डीसीओ से क्या गुपचुप कर रहा था। नॉन की जांच टीम का एकाउंटेंट डीसीओ से बातचीत करने वाले सख्श से कार में बैठकर मोबाइल में क्या आदान प्रदान कर रहे थे। गोपालगंज में जो ऊष्मा चावल बनाने की फैक्ट्री लगी है वहीं पर चोरी की धान खपाने का बड़ा खेल चल रहा है। 


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