साफ-सफाई, सुरक्षा, कम्पूटर आॅपरेटर सेवा की निविदा प्रक्रिया पर उच्च न्यायालय ने जारी किया नोटिस
मृत्यूंजय ट्रैडर्स को लाभ पहुंचाने सीएमएचओ सिवनी पर गड़बड़ी करने का आरोप
सिवनी। गोंडवाना समय।
मुख्य चिकत्सा एवं स्वास्थ अधिकारी कार्यालय सिवनी में साफ-सफाई, सुरक्षा, कम्पूटर आॅपरेटर की सेवा के लिए ई निविदा प्रक्रिया में की गई गड़बड़ी का मामला माननीय उच्च न्यायालय पहुंच गया है, जहां पर माननीय उच्च न्यायालय ने न्यू जय अंबे सिकुरिटी सर्विस के संचालक की याचिका पर स्वास्थ्य विभाग के राज्य स्तर के अधिकारी सहित सिवनी कलेक्टर व मुख्य चिकित्सा अधिकारी सिवनी को नोटिस जारी किया है।
वहीं इस संबंध में न्यू जय अंबे सिकुरिटी सर्विस के संचालक ने मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव को भी सीएमएचओ सिवनी द्वारा निविदा प्रक्रिया में की गई गड़बड़ी को लेकर शिकायत करते हुये निविदा प्रक्रिया को निरस्त करने की मांग किया है।
कई कम्पनियो के दस्तावेज पूर्ण नहीं है
प्राप्त जानकारी के अनुसार मुख्य चिकत्सा एवं स्वास्थ अधिकारी कार्यालय सिवनी में आउटसोर्स के माध्यम से साफ-सफाई सुरक्षा कम्पूटर आॅपरेटर की सेवा के लिए ई निविदा जारी की गई थी। उक्त आमंत्रित निविदा में मुख्य चिकत्सा एवं स्वास्थ अधिकारी कार्यालय सिवनी के द्वारा निष्पक्षता से परीक्षण नहीं किया गया है। जबकि तकनीकी प्रशिक्षण में कई कम्पनियो के दस्तावेज पूर्ण नहीं है और निविदा प्रक्रिया से बाहर हो सकती थी, जिन्हें मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी कार्यालय सिवनी के द्वारा पात्र कर दिया गया है।
8 नवंबर कोे खोल लिये निविदा और 20 नवंबर मैसेज भेजकर दी जानकारी
मुख्य चिकत्सा एवं स्वास्थ अधिकारी कार्यालय सिवनी के द्वारा 08 नवंबर 2024 को कंपनियों को बिना सूचना दिए वित्तीय दर खोली गई है और इसकी जानकारी कम्पनी को 20 नवंबर 2024 को शाम 6:46 बजे मैसेज के द्वारा कम्पनी को जानकारी दी गई।
अब सवाल यह उठता है कि जब सीएमएचओ कार्यालय सिवनी के द्वारा 08 नवंबर 2024 को वित्तीय दर खोल ली गई थी तो कम्पनी को 20 नवंबर 2024 के पहले जानकारी क्यों नहीं दी गई, जो कि निविदा शर्तों के अनुसार गलत है। पूरी निविदा प्रक्रिया में यह स्पष्ट दिख रहा है कि मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी कार्यालय सिवनी के द्वारा आमंत्रित निविदा में पारदर्शिता नहीं दिख रही है।
2.5 करोड़ की निविदा प्रक्रिया में कलेक्टर के कोई प्रतिनिधि को नहीं किया शामिल
मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय सिवनी की साफ-सफाई, सुरक्षा व कम्प्यूटर आॅपरेटर के लिये निकाली गई निविदा प्रक्रिया जो कि लगभग 2.5 करोड़ के ऊपर की थी। इसके बाद भी टेंडर प्रक्रिया में सिवनी जिला के मुखिया होने के नाते कलेक्टर का कोई भी प्रतिनधि को शामिल क्यों नहीं किया गया है, आखिर ऐसा क्यों किया गया है। इतने बड़ी राशि की निविदा में प्रक्रिया में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी सिवनी के द्वारा कलेक्टर के प्रतिनिधि के रूप में किसी को शामिल नहीं करना ऐसा पहली बार हुआ है जो कि विचारणीय है।
गलत तरीके से दूसरी कंपनी कोे निविदा प्रक्रिया से बाहर किया
प्राप्त जानकारी के अनुसार साफ-सफाई की निविदा से कंपनी को किसी एक फर्म को फायदा पहुंचाने के लिए गलत तरीके से दूसरी निविदाकर्ता कम्पनी को बाहर करने का जो कारण दशार्या गया है। वह भी विचारणीय है जबकि वर्तमान समय में न्यू जय अंबे सिकुरिटी सर्विस कंपनी के द्वारा प्रस्तुत मासिक बिल में अंशकालिक कर्मचारियों पर ईपीएफ की राशि बिल में प्रस्तुत कर रही है, जिसका भुगतान भी मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी के द्वारा किया जा रहा है तो कंपनी को 15 जुलाई 2019 के का उल्लेख करते हुए बाहर क्यों कर दिया गया है।
मृत्यूंजय ट्रेडर्स को लाभ पहुंचाने झाबुआ में भी नियम विरूद्ध कार्य किया था
इन छह फर्म में से मात्र मृत्युंजय ट्रेडर्स इंदौर एक ऐसी फर्म है, जिसने अंशकालिक कर्मचारियों पर ईपीएफ की राशि कोड नहीं की है। इस साफ सफाई की निविदा में स्पष्ट दिख रहा है कि सीएमएचओ सिवनी के द्वारा मृत्युंजय ट्रेडर्स को लाभ पहुंचाने के लिए नियम विरुद्ध आदेश कर रहे हैं। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी इससे पहले झाबुआ में थे तो झाबुआ में भी मृत्युंजय ट्रेडर्स इंदौर को लाभ पहुंचाने के लिए नियम विरुद्ध कार्य दिया गया था।
सिवनी स्थानांतरण के बाद यहां भी मृत्यूंजय ट्रेडर्स को पहुंचा रहे लाभ
वर्तमान में पदस्थ मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी के झाबुआ से सिवनी स्थानांतरण के बाद मृत्युंजय ट्रेडर्स इंदौर ने सिवनी में भी टेंडर डाला। जबकि इससे पहले आज तक मृत्युंजय ट्रेडर्स इंदौर ने सिवनी जिला चिकित्सालय या मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी कार्यालय सिवनी में निविदा नहीं डाला था। झाबुआ से सिवनी स्थानांतरण होने के बाद ही मृत्युंजय ट्रेडर्स इंदौर ने टेंडर डाला है। इससे यह स्पष्ट दिख रहा है कि मृत्युंजय ट्रेडर्स इंदौर को मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी का संरक्षण है। इस मामले में न्यू जय अंबे सिकुरिटी सर्विस कंपनी के संचालक ने निविदा प्रक्रिया को निरस्त करने की मांग किया है।