रजिस्ट्री शून्य करने व धोखाधड़ी करने वालें गिरोह पर एफआईआर दर्ज करने की मांग
रीता पति आकाश खंडेलवाल, कोमल मालू, प्रहलाद डहरवाल ने किया खेला
पटवारी अजय गजभिये ने रूपये के बदले राजस्व रिकार्ड बदल दिये
कूटरचित दस्तावेज से फजीर्वाड़ा करवाई गई रजिस्ट्री को शून्य किया जावे
धोखाधड़ी करने वाले गिरोह पर कानूनी कार्यवाही मांग
कुरई/सिवनी। गोंडवाना समय।
सिवनी जिले के कुरई तहसील के अंतर्गत ग्राम सिवनकन्हार ग्राम पंचायत रमपुरी में एक व्यक्ति मुन्ने पिता कन्हैया की मृत्यु 1987-88 में गांव में ही हो गई थी। अब एक अन्य व्यक्ति जिसके पिता का नाम मुन्ने था उसकी मृत्यु 4 जनवरी 2008 को ग्राम रमपुरी में दिखाकर उसका मृत्यु प्रमाण पत्र बनवा लिया जाने का मामला सामने आया है।
इसके बाद फौती नामांतरण करवाकर और तुरंत-फुंरत में जमीन दूसरे को और दूसरे के द्वारा तीसरे को बेच दी जाती है। इस पूरे मामले में सूरत पिता मुन्ने पिता जगन, ग्राम मुकददम तथा कोटवार, पंचायत सरपंच तथा सचिव, दलाल प्रहलाद डहरवाल, स्थानीय पटवारी अजय गजभिये और नायब तहसीलदार कुरई शशांक मेश्राम के साथ खरीददार रीता पति आकाश खंडेलवाल और कोमल मालू शामिल हैं।
30-35 वर्ष पहले हुई थी मृत्यू
दिनांक 31/10/2023 के पूर्व खसरा क्रं. 66 की उक्त जमीन मुन्ने पिता कन्हैया के नाम से राजस्व रिकार्ड में पंजीकृत थी। जो कि वर्षों पहले मृत हो चुके है जिनके वारसान नहीं होने के कारण यह भूमि पड़त रही, इसकी मृत्यु ग्राम सेवनकन्हार में ही लगभग 30-35 वर्ष पहले हुई और उसका अंतिम संस्कार भी गांव वालों ने मिलकर किया था।
प्रहलाद डहरवाल ने दलाल बनकर किया षड़यंत्र
वर्तमान में सूरत पिता मुन्ने निवासी ग्राम रमपुरी द्वारा मुन्ने पिता कन्हैया के पुत्र और प्रपौत्र होने का दावा कर पटवारी, नायब तहसीलदार, कोटवार तथा सचिव ने स्थानीय दलाल प्रहलाद डहरवाल के साथ मिलकर षडयंत्र पूर्वक सूरत के नाम जमीन का हस्तांतरण कराया और सूरत को थोड़ा सा लालच देकर पुन: भूमि को श्रीमती रीता खंडेलाल को विक्रय कर दिया।
सरपंच सचिव ने बना दिया मृत्यू प्रमाण पत्र तो पटवारी राजस्व रिकार्ड में चढ़ा दिया
इस षड्यंत्र में समस्त जानकारी होते हुए भी सरपंच और सचिव ने फर्जी कूटरचित मृत्यु प्रमाण पत्र जारी कर दिया। वहीं स्थानीय पटवारी जो कि इसके पूर्व में भी ऐसी धोखाधड़ी के मामले में जिले की छपारा तहसील में निलंबित रहा है। पुन: उसने यहाँ आकर ऐसी ही धोखाधड़ी को अंजाम देने का प्रयास किया। जबकि उसके पास इसकी पूर्ण जानकारी थी। वहीं इसके साथ ही राजस्व के रिकार्ड में भी सूरत के पिता का नाम मुन्ने और मुन्ने के पिता का नाम जगन दर्ज है और दोनों ग्राम इसी पटवारी के हल्के में आते है।
धोखाधड़ी व फर्जीवाड़ा किया गया
ग्राम रमपुरी निवासी सूरत के पिता का नाम मुन्ने है तथा मुन्ने के पिता का वास्तिविक नाम जगन है जबकि नायब तहसीलदार के आदेश में सूरत के पिता का नाम कन्हैया अंकित कर दिया गया है जो पूर्णत: फर्जी एवं धोखाधड़ी है। वास्तव में उक्त भूमि पर 31/10/2023 के पूर्व भूस्वामी के रूप में अंकित नाम मुन्ने पिता कन्हैया ग्राम सेवनकन्हार का निवासी था परन्तु कूटरचित दस्तावेजों के आधार पर जिस सूरत पिता मुन्ने के नाम पर भूमि हस्तांतरित कर दी गई। वह ग्राम रमपुरी का निवासी है। इस पूरे षडयंत्र में करीब 25 लाख का लेनदेन तथा कूटरचित दस्तावेजों से जालसाजी की गई है। जिसमे सभी पक्षों को धन खंडेलवाल दंपति द्वारा मुहैया कराया गया और इन सब के बीच की कड़ी के रूप में प्रहलाद डहरवाल निवासी ग्राम रमपुरी की भूमिका रही है।
भूमाफियाओं ने रचा पूरा षड़यंत्र, इन्हें कौन पहुंचायेगा जेल
भूमि विवरण में खसरा क्रमांक-66 रकबा- 1.90 हेक्टेयर जो कि प.ह.नं. 59 (रमपुरी) तह. कुरई, जि. सिवनी के अंतर्गत है। वहीं यह भूमि रकबा 1.9 हेक्टयर को नायब तहसीदार के प्रकरण क्र. 0402/अ-6/2023-24 आदेश दि. 14/8/23 के अनुसार सूरत पि. मुन्नेलाल निवासी रमपुरी के नाम से अवैध तरीके से पटवारी, तहसीलदार तथा स्थानीय दलाल प्रहलाद डहरवाल निवासी रमपुरी द्वारा कुट रचित दस्तावेजों के माध्यम से हस्तांतरित कर धोखाधड़ी की गई है। इस प्रकरण में स्थानीय ग्राम सचिव ने भी कुटरचित मृत्यु प्रमाण पत्र जारी किया है जिस पर सरपंच ने भी हस्ताक्षर किये हैं। इसके पश्चात भूमि को दिनांक 13/10/2023 को पीपरवानी निवासी रीता खंडेलवाल को विक्रय किया जाकर पंजीकृत रजिस्ट्री कर दी गई। जिसमें नायब तहसीलदार के प्रकरण क्र. 1031/अ-6/2023-24, के आदेश दिनांक 11/03/24 के अनुसार भूमि श्रीमति रीता खंडेलवाल के नाम से अधनित कर दी गई। यही जमीन दिनांक 5/08/2024 को पुन: श्रीमति रीता खंडेलवाल ने श्रीमति कोमल मालू निवासी सिवनी को विक्रय कर दी है।
मुख्यमंत्री सहित संबंधितों को कार्यवाही के दी गई शिकायत
सिवनी जिले में जिस तरह से भूमाफियाओं द्वारा जमीन का गौरखधंधा को अंजाम दिया जा रहा है। जिन्हें शासन प्रशासन का संरक्षण भी मिलते रहता है। यही कारण है कि ये बड़े बड़े धोखाधड़ी को भी बेखौफ होकर अंजाम दे रहे है। ऐसी ही बड़ी धोखाधड़ी की निष्पक्ष और त्वरित जांच कर इस कुकृत्य को करने वाले समस्त आरोपियों के मोबाइल डिटेल आदि की भी जांच की जाए कि इनके व्दारा गिरोह बनाकर पूरे सिवनी जिले में इस तरह की लावारिस जमीनों को खरीदा-बेचा जा रहा है। इनके खिलाफ पुलिस कार्रवाई कर माननीय न्यायालय से सख्त सजा दिलवाने की अपील है। इस संबंध में शिकायत मुख्यमंत्री, मुख्य सचिव, आयुक्त राजस्व विभाग, संभागआयुक्त जबलपुर, कलेक्टर सिवनी, सीईओ जिला पंचायत सिवनी, पुलिस अधीक्षक सिवनी से की गई है।