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संतोष बकोेड़े भृत्य ने अंग्रेजी बालक आश्रम धनौरा के अधीक्षक व संस्था को बदनाम करने रचा षड़यंत्र

संतोष बकोेड़े भृत्य ने अंग्रेजी बालक आश्रम धनौरा के अधीक्षक व संस्था को बदनाम करने रचा षड़यंत्र 

पालक समिति के अध्यक्ष के मोबाईल से आश्रम के बच्चों से काम करवाकर वीडियों मीडिया तक पहुंचाया

धनौरा। गोंडवाना समय। 

बीते दिनों नवीन अंग्रेजी माध्यम आदिवासी बालक आश्रम धनौरा, जिला-सिवनी के बच्चों द्वारा कार्य करने का वीडियों वायरल हुआ था। जिसे मीडियाकर्मियों तक भी पहुंचाया गया था। जिसे समाचार पत्रो ंमें भी प्रकाशित किया गया था।
                


इसमें अंग्रेजी माध्यम बालक आश्रम धनौरा के ही भृत्य संतोष बकोेड़े व उनके कुछ साथी कर्मचारियों की मिलीभगत थी। इनके द्वारा ही बच्चों से काम कराकर फर्जी वीडियों बनाया गया था जिसे सोशल मीडिया में भी वायरल किया गया था। वहीं छात्रावास के अधीक्षक को हटाने के लिये संतोष बकोड़े के द्वारा यह षड़यंत्र रचा गया था। 

संतोष बकोड़े ने पालक समिति अध्यक्ष परसराम परते के मोबाईल से बनाया था वीडियों 

नवीन अंग्रेजी माध्यम आदिवासी बालक आश्रम धनौरा, जिला-सिवनी में पालक समिति अध्यक्ष परसराम परते ने लिखित बयान देते हुये बताया कि एक दिन मैं कोमत अहिरवार की दुकान में बैठकर कैरम खेल रहा था। उसी समय लगभग 7 बजे संतोष बकोड़े भृत्य अंग्रेजी आश्रम धनौरा में मेरा मोबाईल मांगकर ले गया और मेरे मोबाईल से छात्रावास के बच्चों से काम कराते हुये वीडियों बनाया।
                इसके बाद चुपचाप लाकर वापस दे दिया। इसके बाद मुझे कई बार सिवनी जाने तथा अधीक्षक की शिकायत करने की बात करते रहा। मैं टालामटोली करते रहा मजबूर होकर मुझेु इनके साथ सिवनी जाना पड़ा और इनके अनुसार जो भी पत्र बनाया गया मुझे पढ़कर नहीं सुनाया गया।
                पत्र में मेरे हस्ताक्षर करवा लिये आगे क्या कार्यवाही हुई मुझे नहीं पता यही लोग अधीक्षक के पीछे पड़े हुये है। ये चाहते है कि अहिरवार सर छात्रावास में नहीं रहना चाहिये। ऐसा संतोष बकोड़े और उनके साथी कहते है। 

अंग्रेजी बालक आश्रम धनौरा के कर्मचारी संस्था को कर रहे बदनाम 

नवीन अंग्रेजी माध्यम आदिवासी बालक आश्रम धनौरा, जिला-सिवनी के अधीक्षक का कहना है कि आश्रम के कुछ के कर्मचारी ही विभाग व संस्था के विरूद्ध गतिविधि को अंजाम देकर विभाग व संस्था को बदनाम कर रहे है। अधीक्षक का कहना है कि वह अधिकांश समय आश्रम में रहते है।
                स्कूल समय को छोड़कर मेस संचालन सामग्री या अन्य आवश्यक सामग्री की व्यवस्था क्रय करने के संबंध में ही सुबह शाम उपस्थित नहीं रह पाता हूं। इसी समय का फायदा उठाकर कर्मचारियों द्वारा वीडियों बनाया गया है। संस्था के कर्मचारियों के द्वारा यह वीडियों जानबूझकर बनाया गया है। 

संतोष बकोड़े भृत्य ने हमें खाना परोसने के लिये कहां था 

वहीं अंग्रेजी माध्यम आदिवासी बालक आश्रम धनौरा के बालकों ने भी यह जानकारी विभाग में दी है कि संतोष बकोड़े भृत्य ने हमें खाना परोसने के लिये कहां था और उसने अपने मोबाईल से हमें खाना परोसते हुये हमारा वीडियों बनाया है। हम मना भी कर रहे थे तो बोला कुछ नहीं होता रे ऐसा कहा। 


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