मनोज तिवारी रोजगार सहायक से रूपदौन रैय्यत के आदिवासी प्रताड़ित, हटाने की मांग
उपसरपंच चाचा और रोजगार सहायक मिलकर पंचायत की योजनाओं में लगा रहे सेंध
आदिवासियों का हक अधिकार छीनने में माहिर मनोज तिवारी को कौन दे रहा संरक्षण
घंसौर जनपद पंचायत में आदिवासियों के साथ बढ़ रहा अत्याचार-अन्याय व शोषण
सिवनी। गोंडवाना समय।
घंसौर जनपद पंचायत आदिवासी बाहुल्य क्षेत्र है, पांचवी अनुसूची में आता है, आदिवासियों के विकास, कल्याण, उत्थान के लिये अरबों खरबों रूपये का बजट आजादी के बाद से सरकार द्वारा स्वीकृत कर भेजा गया है लेकिन सरकारी बजट को लूटकर डाका डालकर अपनी तिजोरी भरने वाले अफसरों व प्रशासनिक ईकाईयों में पदस्थ रहे कर्मचारियों के द्वारा ईमानदारी से बजट का उपयोग धरातल तक नहीं किया गया है।
यहां तक कि आदिवासियों के साथ दुर्भावनापूर्वक द्वेषवश भी उन्हें उनके हक अधिकारों से दूर करने का षड़यंत्र किया गया है और आज भी अनवरत जारी है।
ऐसा करने के लिये संरक्षण और कोई नहीं आदिवासी जनप्रतिनिधि ही देते आ रहे है अन्यथा आदिवासियों के साथ होने वाले अन्याय, अत्याचार, शोषण व उनके हक अधिकारों को छीनने वालों के खिलाफ सड़क से लेकर सदन तक बुलंद आवाज उठाते और कागजी कार्यवाही भी कराते लेकिन घंसौर क्षेत्र में जनप्रतिनिधित्व करने वालों की अनदेखी का फायदा मनोज तिवारी जैसे रोजगार सहायक भरपूर उठाकर आदिवासियों को ्रप्रताड़ित कर रहे है मजबूरन उन्हें मनोज तिवारी जैसे रोजगार सहायक को हटवाने के लिये भूखे प्यासे जिला कलेक्टर कार्यालय के चक्कर लगाना पड़ रहा है।
100 किलोमीटर से भी अधिक दूरी से जनसुनवाई में पहुंचे आदिवासी
मनोज तिवारी रोजगार सहायक मनोज तिवारी को तत्काल सेवा से पृथक किये जाने, ग्राम पंचायत रुपदौन माल में किये गये निर्माण कार्य में भ्रष्टाचार शासकीय राशि का गबन किये जाने पर जांच कर कार्यवाही किये जाने की मांग को लेकर सौ किलोमीटर से भी दूर ग्रामीण अंचल से आदिवासी समुदाय के लोग सिवनी मुख्यालय में कलेक्टर कार्यालय में जनसुनवाई में पहुंचकर शिकायत दिया है।
हम आपको बता दे कि घंसौर जनपद पंचायत के अंतर्गत ग्राम पंचायत रुपदौनमाल में 3 ग्रामों में रुपदौन रैयत, रुपदौन गाल, मुनहेरी आते है जिसमें रोजगार सहायक मनोज तिवारी की मनमानी के चलते ग्रामवासी विशेषकर आदिवासी सर्वाधिक परेशान व प्रताड़ित है।
रूपदौन माल की 250-350 से बढ़ाकर 1133 कर लिया जनसंख्या
ग्राम रुपदौन माल की कुल जनसंख्या 250 से 350 तक है, वार्ड 3 है। रोजगार सहायक द्वारा जातिगत दुर्भावना के कारण साजिश के तहत ग्राम आईडी में फेरबदल करके जनसंख्या 1133 कर लिया गया है। इस कारण रुपदौन रैय्यत के निवासी भी रुपदौन माल में दिखाये जा रहे हैं। इस कारण गांव के लोगों को भारी समस्याएं एवं दिक्कत आ रही है। रूपदौन रैय्यत के ग्रामीणों को शासकीय योजनाओं का लाभ नहीं मिल पा रहा है, यह गल्ती रोजगार सहायक द्वारा जान बूझकर की गई है।
रूपदौन रैय्यत की 700-800 की जनसंख्या को कर दिया 64
ग्राम रुपदौन रैय्यत की कुल जनसंख्या 700 से 800 है। गांव में 5 वार्ड है रोजगार सहायक मनोज तिवारी द्वारा आईडी में फेरबदल करने के कारण ग्राम की जनसंख्या 64 दिखायी रही है। जनसंख्या कम दर्शाने के कारण शासन की विभिन्न योजनाओं का फायदा रूपदौन रैय्यत के ग्रामीणों को नहीं मिल पा रहा है। रोजगार सहायक मनोज ितवारी की लापरवाही एवं गल्ती के कारण दोनों गांव के लोग बेहद परेशान है