विवाह प्रमाण पत्र के लिए तहसील के चक्कर कब तक ?
क्या मोहन सरकार इस मांग को गंभीरता से लेकर जल्द कोई फैसला लेगी?
एमपी ऑनलाइन से मिले गांव में ही सुविधा
अजय नागेश्वर,
विशेष संवाददाता
मध्यप्रदेश। गोंडवाना समय।
प्रदेश में विवाह प्रमाण पत्र बनवाने के लिए अब भी ग्रामीण क्षेत्रों के लोगों को बार-बार तहसील कार्यालय के चक्कर काटने पड़ रहे हैं। कई बार दस्तावेजों की कमी, कर्मचारी की अनुपस्थिति और लंबी लाइनें आमजन के लिए परेशानी का सबब बनती हैं। खासकर दूर-दराज़ के गांवों से आने वाले लोग इस प्रक्रिया से बेहद परेशान हैं। ऐसे में आमजन की मांग है कि विवाह प्रमाण पत्र की प्रक्रिया को 'एमपी ऑनलाइन' माध्यम से जोड़ दिया जाए, जिससे लोग अपने नजदीकी एमपी ऑनलाइन सेंटर या ग्राम पंचायत स्तर पर ही आवेदन कर सकें।
लोगों का कहना है कि जब स्थानीय मूल निवास प्रमाण पत्र, आय प्रमाण पत्र और चरित्र प्रमाण पत्र जैसे जरूरी दस्तावेज़ ऑनलाइन बन सकते हैं, तो विवाह प्रमाण पत्र के लिए तहसील की बाध्यता क्यों?मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव की सरकार जहां “डिजिटल गवर्नेंस” और “गांव-गांव सेवा” के संकल्प के साथ आगे बढ़ रही है, ऐसे में यह सुधार न सिर्फ समय और धन की बचत करेगा, बल्कि लोगों की सरकार पर भरोसा भी और मज़बूत करेगा। अब सवाल सरकार से है क्या मोहन सरकार इस मांग को गंभीरता से लेकर जल्द कोई फैसला लेगी ?