साइबर क्राइम भोपाल के नाम पर युवक को आया संदिग्ध कॉल, फजीर्वाड़े की आशंका
डर और भ्रम का जाल : साइबर ठगों की नई चाल
सिवनी। गोंडवाना समय।
जिले के एक पत्रकार को हाल ही में एक संदिग्ध मोबाइल नंबर 8795123931 से फोन आया, जिसमें कॉल करने वाले ने खुद को साइबर क्राइम भोपाल से बताया। कॉल की भाषा और तरीका ऐसा था कि यह किसी फजीर्वाड़े की ओर इशारा करता है। कॉल करने वाले ने खुद को सरकारी अधिकारी बताते हुए संभावित साइबर अपराध की बात की और गंभीर लहजे में बातचीत की।
पत्रकार ने बताया कि कॉल में उन्हें डराने की कोशिश की गई, जैसे कोई शिकायत उनके खिलाफ दर्ज है या किसी जांच में उनका नाम आया है। हालांकि कॉल करने वाले ने न तो कोई आधिकारिक दस्तावेज भेजा और न ही अपनी पहचान की पुष्टि की।
यह पूरा घटनाक्रम शक के घेरे में आता है। कॉल का नंबर 87951-23931 जब Truecaller और अन्य माध्यमों से चेक किया गया, तो वह किसी व्यक्ति के निजी मोबाइल नंबर के रूप में सामने आया, न कि किसी अधिकृत सरकारी विभाग के। यह साफ संकेत देता है कि इस कॉल का उद्देश्य आम नागरिकों को भ्रमित करना और संभावित रूप से ठगी करना हो सकता है।
तुरंत 1930 पर कॉल कर शिकायत दर्ज करा सकता है
इस मामले के सामने आने के बाद पत्रकार ने लोगों से अपील की है कि वे ऐसे किसी भी कॉल पर भरोसा न करें जिसमें उनसे आधार, बैंक खाता, डळढ या किसी भी प्रकार की व्यक्तिगत जानकारी मांगी जाए। साइबर सेल भोपाल और राष्ट्रीय साइबर अपराध रिपोर्टिंग पोर्टल (www.cybercrime.gov.in) के अनुसार, कोई भी सरकारी अधिकारी या विभाग फोन पर इस तरह की संवेदनशील जानकारी नहीं मांगता। यदि किसी व्यक्ति को ऐसा कॉल आता है, तो वह तुरंत 1930 पर कॉल कर शिकायत दर्ज करा सकता है।
सावधानी जरूरी
कोई भी OTP, पासवर्ड, बैंक विवरण साझा न करें। कॉल को रिकॉर्ड करें और स्क्रीनशॉट सुरक्षित रखें। संदिग्ध नंबर की जानकारी तुरंत साइबर सेल को दें। नजदीकी थाने में लिखित रिपोर्ट भी दर्ज कराएं। इस घटना ने एक बार फिर यह साबित किया है कि साइबर ठग अब अपने तरीकों को और चतुर बना चुके हैं। वे आम नागरिकों के मन में डर और भ्रम पैदा कर उन्हें शिकार बनाते हैं। ऐसे में हर नागरिक को सतर्क और जागरूक रहना अत्यंत आवश्यक है।