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पटवारी सतीश जंघेला ने आदिवासी किसानों से सीमाकंन बंटवारा के नाम पर लिये 48 हजार रूपये

पटवारी सतीश जंघेला ने आदिवासी किसानों से सीमाकंन बंटवारा के नाम पर लिये 48 हजार रूपये 

आदिवासी किसानों ने जेबर गिरवी रखकर और बकरी बेचकर पटवारी सतीश जंघेला को दिये 48 हजार रूपये 

जनसुनवाई में आदिवासी किसानों ने की शिकायत तो त्वरित संज्ञान लेकर बंटवारा व सीमांकन के दस्तावेज दिखाये गये 

छतरपुर ग्राम के आदिवासी किसानों ने पटवारी के साथ कोटवार संतोष डेहरिया की भी किया शिकायत 


सिवनी। गोंडवाना समय। 

आदिवासी किसान चेतराम परते, नेतराम परते, शोभाराम परते, सुन्दरलाल परते ने पटवारी हल्का नंबर 56 ग्राम छतरपुर के पटवारी सतीश जंघेला व ग्राम कोटवार संतोष डेहरिया पर भूमि के बंटवारा व सीमाकंन कराये जाने के नाम पर आदिवासी किसानों से 48 हजार रुपए लेने के बाद कार्य न करने पर 48 हजार रुपए वापस कराये जाने और पटवारी सतीश जंघेला व कोटवार संतोष डेहरिया को निलंबित कर विभागीय जांच कर कानूनी कार्यवाही किये जाने की मांग किया है। 

52 हजार रुपए लगेंगे तब तुम्हारा सीमांकन व बंटवारा का काम हो पायेगा 


आदिवासी किसान जिनकी पैतृक भूमि ग्राम छतरपुर में है जिसका सीमाकंन व बंटवारा के लिये उन्होंने विधिवत नियमानुसार लोकसेवा केंद्र के माध्यम से आवेदन 28 मार्च 2025 को लगाया गया था। इसके बाद हम आदिवासी किसानों को पटवारी सतीश जंघेला के द्वारा उनके घर निवास स्थान सिवनी मुंगवानी रोड पर बुलवाया गया था। वहां पर पटवारी सतीश जंघेला ने कहा कि सीमाकंन बंटवारा दोनो काम के लिये 52 हजार रुपए लगेंगे। इसके बाद ही तुम्हारा सीमांकन व बंटवारा का काम हो पायेगा।

सरकार तुम्हें किसान सम्मान निधि 6 हजार दे रही है उसी में से दे देना 


आदिवासी किसानों ने कहा कि इतने रूपया कहां से देंगे तो पटवारी सतीश जंघेला ने कहा कि ठीक है 4 हजार रुपए कम दे देना लेकिन 48 हजार रुपए दे देना। पटवारी ने यह भी कहा कि सरकार तुम्हें किसान सम्मान निधि 6 हजार दे रही है उसी में से दे देना तुम्हारे घर के भी पैसा नहीं देना पड़ेगा। बिना 48 हजार रुपए दिये जमीन का सीमाकंन भी नहीं होगा और न ही बंटवारा होगा। आदिवासी किसानों को जमीन का बंटवारा व सीमाकंन करना था इसलिये मजबूरी में पटवारी सतीश जंघेला को 48 हजार रुपए देना पड़ा।

21 अप्रैल को 24 हजार और 3 मई को दिये 24 हजार रूपये 

आदिवासी किसानों ने जेबर गिरवी रखकर और बकरी बेचकर पटवारी सतीश जंघेला को 21 अप्रैल 2025 को सामुदायिक भवन छतरपुर में 24 हजार रुपए दिये थे इस दौरान वहां पर पटवारी व ग्राम कोटवार सतीष डेहरिया उपस्थित थे दोनो ने 24 हजार रुपए लिये थे। इसके बाद 3 मई 2025 को मुंगवानी रोड पेट्रोल पंप पर पटवारी सतीश जंघेला के द्वारा भेजे गये दो व्यक्तियों जिनसे फोन पर बात करने के बाद दोपहर में 1 से 2 बजे के बीच में 24 हजार रुपए दिया है। इस संबंध में कॉल डिटेल निकालने पर सत्यता सामने आ सकती है। 

जनसुनवाई में बंटवारा के दस्तावेज व पंचनामा में हस्ताक्षर दिखाये गये 

आदिवासी किसान जब जनसुनवाई में कलेक्टर कार्यालय सिवनी में शिकायत देने पहुंचे तो आदिवासी किसानों को शिकायत के मामले में निराकरण करते हुये बंटवारा होने की जानकारी दी गई एवं उन्हें इससे संबंधित दस्तावेज भी उपलब्ध कराये गये। वहीं सीमाकंन के दौरान पंचनामा में उनके हस्ताक्षर भी दिखाये गये। वहीं आदिवासी किसानों का कहना है कि पटवारी द्वारा अधूरा सीमाकंन किया गया है किसकी जमीन कहां पर है यह भी नहीं बताया गया है। इसके साथ साथ पटवारी के द्वारा सीमांकन व बंटवारा के नाम पर 48 हजार रूपये लिया गया है जिसे वापस दिलाने की मांग की गई है। 

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