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आदिवासी युवक उसके पिता को फर्जी प्रकरण दर्ज कर जेल भेजने का आदेगांव पुलिस पर लगाया आरोप

आदिवासी युवक उसके पिता को फर्जी प्रकरण दर्ज कर जेल भेजने का आदेगांव पुलिस पर लगाया आरोप 

20 प्रतिशत ब्याज वसूल कर आदिवासियों को कर्जदार बनाकर आर्थिक शोषण करने का आदेगांव क्षेत्र में चल रहा कारोबार 

आदिवासी महिला के घर में घुस कर अक्षय राय के परिजनों ने मुकेश धुर्वे के साथ किया मारपीट 

किराना दुकान की आड़ में कच्ची पक्की शराब बेचने का भी लगाये आरोप 

आदेगांव पुलिस पर जनजाति वर्ग के साथ अन्याय व अत्याचार करने की भी हुई शिकायत 


आदेगांव/सिवनी। गोंडवाना समय। 

आदिवासी पीड़ित महिला छोटी बाई धुर्वे ने अपने पुत्र व पति को फर्जी प्रकरण दर्ज कर जेल भेजे जाने के मामले में आदेगांव पुलिस थाना प्रभारी की शिकायत जनजाति आयोग सहित महामहिम राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, महामहिम राज्यपाल मध्यप्रदेश, मुख्यमंत्री, जनजाति कार्य मंत्री, पुलिस महानिदेशक की ओर अन्य स्थानों पर न्यायोचित कार्यवाही के लिये किया है।
            


पीड़ित आदिवासी महिला ने अक्षय राय, शोभाराम राय, कपिल राय शारदा राय, भवानीशंकर राय, गुलाब राय, अमन राय, मधु विश्वकर्मा ग्राम पिण्डरई, पुलिस थाना-आदेगांव, तहसील लखनादौन जिला-सिवनी, के निवासी पर मारपीट करने के बाद आदेगांव पुलिस थाना प्रभारी के साथ सांठगांठ करके झूठा प्रकरण दर्ज कराने का आरोप लगाई है। 

जनजाति वर्ग के सदस्यों को फंसाया जाकर जेल भेजा जाता है 


लखनादौन विकासखंड में जनजाति वर्ग की सर्वाधिक जनसंख्या है और लखनादौन तहसील के अंतर्गत आदेगांव पुलिस थाना आता है। वहीं आदेगांव पुलिस थाना अंतर्गत भी जनजाति वर्ग की सर्वाधिक जनसंख्या है। आदेगांव पुलिस थाना में पदस्थ थाना प्रभारी पूजा चौकसे के कार्यकाल में जनजाति वर्ग के साथ अत्याधिक अन्याय, अत्याचार, शोषण बढ़ रहा है।
                आदेगांव पुलिस थाना में जनजाति वर्ग के सदस्यों व आवेदकों की सुनवाई नहीं होती है वरन उल्टा झूठे प्रकरणों में जनजाति वर्ग के सदस्यों को फंसाया जाकर जेल भेजा जाता है जिसके कारण जनजाति वर्ग के सदस्य परेशान प्रताड़ित है उनका भविष्य बर्बाद हो रहा है।
             पीड़ित आदिवासी महिला छोटी बाई धुर्वे के पुत्र मुकेश धुर्वे व पति धरम सिंह धुर्वे को झूठे प्रकरण में फंसाकर जेल भिजवा दिया गया है। जिससे जनजाति वर्ग का पूरा परिवार मानसिक, शारीरिक व आर्थिक रूप से परेशान हो रहा है। 

5 हजार का 8 हजार रूपये ब्याज सहित लेने के बाद फिर मांग रहा था 5 हजार रूपये 


आदिवासी विकासखंड लखनादौन जहां पर पेसा एक्ट लागू है उसी के अंतर्गत आदेगांव पुलिस थाना क्षेत्र के ग्राम पिण्डरई में कुछ लोगों के द्वारा पिण्डरई गांव में व आसपास के गांव में 10 से 20 प्रतिशत ब्याज में रुपए देकर कर्जदार बनाकर जनजाति वर्ग का आर्थिक, मानसिक शोषण किया जा रहा है।
         पीड़ित आदिवासी महिला ने आरोप लगाया है कि उसके पुत्र मुकेश धुर्वे को भी अक्षय राय के द्वारा 5 हजार रुपए कर्ज में दिया गया था। इसके बदले में एक महिने में ही अक्षय राय द्वारा 8 हजार रुपए ब्याज सहित ले लिया गया था लेकिन इसके बाद भी अक्षय राय व उसके परिवारजनों के द्वारा ब्याज और मूलधन की राशि 5 हजार रुपए मांग रहे थे। 

कच्ची पक्की शराब के साथ ब्याज का अवैधानिक कारोबार कर लूट रहे

पीड़ित आदिवासी महिला का कहना है कि अक्षय राय के परिवारजनों के द्वारा किराना दुकान की आड़ में कच्ची पक्की शराब भी अवैध रूप से बेचा जाता है। वहीं किराना दुकान के आड़ में ब्याज का कारोबार किया जाता है जिसमें जनजाति वर्ग के सदस्यों को विशेषकर कर्ज देकर फंसाया जाकर उनसे 15 हजार के कर्ज के बदले में एक लाख पचास हजार तक वसूल लिया जाता है। कर्ज के बदले में जनजाति वर्ग के सदस्यों की जमीन व जेबर भी गिरवी रखकर आर्थिक शोषण करते है। 

पुलिस को जानकारी होने के बाद भी नहीं करती कार्यवाही 

आदिवासी विकासखंड लखनादौन जहां पेसा एक्ट लागू है उसी ब्लॉक के अंतर्गत गांव में अवैधानिक रूप से ब्याज के कारोबार, कर्ज देकर 20 प्रतिशत से भी अधिक की राशि वसूलने का ध्ांधा व्यापार अवैध रूप से किये जाने की जानकारी व गांव में अवैध रूप से कच्ची व पक्की शराब बेचने की जानकारी आदेगांव पुलिस थाना प्रभारी को भी रहती है लेकिन कोई कानूनी कार्यवाही नहीं की जाती है वरन उल्टा आदेगांव पुलिस थाना प्रभारी द्वारा विरोध व शिकायत करने वाले जनजाति वर्ग के सदस्यों को ही उल्टा झूठे पुलिस प्रकरण व कानूनी धाराओं में फंसाया जाता है। 

घर में घुसकर मुकेश धुर्वे को बाहर लाकर आंगन में बुरी तरह से पीट रहे थे 


पीड़ित आदिवासी महिला ने बताया कि 30 मई 2025 को सुबह के समय उसके पुत्र मुकेश धुर्वे से मूल धन की राशि 5 हजार रुपए अक्षय राय जबरदस्ती मांग रहा था जबकि अक्षय राय ब्याज सहित 8 हजार रुपए ले चुका था अब कोई पैसा देना बाकी नहीं थी।
                 इसके बाद भी अक्षय राय दिनांक 30 मई 2025 को सुबह के समय लगभग 9 से 10 बजे के बीच में अपने परिवार सहित इक्कठे होकर एक साथ जनजाति वर्ग की महिला छोटी बाई धुर्वे के घर में लाठी लण्डा, कुल्हाड़ी लेकर घुस गये और घर के अंदर से मुकेश धुर्वे को पकड़कर बाहर खींचकर लाये और घर के आंगन में गंदी गंदी गालियां बककर और जातिगत रूप से अपमानित करते हुये मारपीट करने लगे। पीड़ित परिवार के पास 30 मई 2025 को अक्षय राय के परिवारजनों के द्वारा मारपीट, लाठी डण्डे लेकर दहशत फैलाने का वीडियों भी है। 

आदिवासी महिला के साथ भी किया मारपीट व अभद्रता 

इस दौरान पीड़ित महिला जब अपने पुत्र को बचाने के लिये जब बीच बचाव करने लगी तो अक्षय राय के परिवारजनों के द्वारा जनजाति वर्ग की महिला के साथ भी मारपीट किये व छेड़छाड़ करते हुये जमीन पर पटक कर नीचे गिरा दिये थे और कपड़े भी फाड़ दिये थे और मंगलसूत्र भी तोड़ दिये थे जिसके गले में निशान आज भी है। 

अक्षय राय की लाठी से अमन राय को सिर पर लगी थी चोट 

पीड़ित महिला का कहना है कि उसके पुत्र मुकेश धुर्वे के साथ जब अक्षय राय के परिवार वाले लाठी डण्डे से मारपीट कर रहे थे। इस दौरान अक्षय राय की लाठी से उसका ही भाई अमन राय के सिर पर लग गया था जिसके कारण वह लहुलुहान हो गया था। इसके बाद अक्षय राय के परिवारजनों के द्वारा गांव में की जा रही मारपीट व झगड़ा से घबराकर व दहशत व डर के कारण पास में पानी भर रही महिला संतोषी विश्वकर्मा भी गिरने से चोटिल हो गई थी।

आदेगांव पुलिस थाना में पीड़ित आदिवासी महिला की नहीं हुई सुनवाई

पीड़ित आदिवासी महिला का कहना है कि इसके बाद अक्षय राय के परिवारजनों के द्वारा आदेगांव पुलिस थाना प्रभारी पूजा चौकसे जो कि उन्हीं की जाति व समाज वर्ग की है उनके साथ सांठगांठ करके उल्टा जनजाति वर्ग के सदस्य मुकेश ध्ुार्वे व धरम सिंह धुर्वे पर झूठा प्रकरण बनाकर उन्हें जेल भिजवा दिया है। जबकि पीड़ित महिला स्वयं अपने पुत्र के साथ व स्वयं के साथ की गई मारपीट के संबंध में आदेगांव पुलिस थाना में रिपोर्ट दर्ज कराने गई थी लेकिन उसकी कोई सुनवाई नहीं हुई और न ही एफआईआर दर्ज की गई। वरन उल्टा झूठा प्रकरण में जनजाति वर्ग की महिला के पुत्र व पति को ही जेल भिजवा दिया गया है।

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