आदिवासी बेगम साहिबा की क्यों कराया था गुमशुदगी की रिपोर्ट ?
लव जिहाद में संतुष्टी, खुशी के बीच गुमशुदगी की रिपोर्ट का कौन है जिम्मेदार
बिरयानी में बिकने वाले पत्रकार से क्यों नहीं बताया गुमशुदगी रिपोर्ट की जानकारी
एससी, एसटी को गोली मारने की सलाह देने वाला पत्रकार बन रहा हितेषी
सिवनी। गोंडवाना समय।
मियां बीबी राजी तो क्या करेगा काजी, हओ 100 प्रतिशत सही है अंधभक्त समर्थकों की ये बात लेकिन पहले बहन बोलकर घर में घुसे और बाद में उसी को बीबी बना ले तो ऐसे हवसी प्रवृत्ति व्यक्ति का भी अंधभक्त समर्थन ही करेंगे क्योंकि बिरयानी के लिये जो लार टपकती है उसे कुछ लोग पौछने में मदद करते है और डकारते औकते तक खिलाते है।
लव जिहाद की आड़ में कुछ हवसी प्रवृत्ति के व्यक्ति एक विवाह होने के बाद और दो तीन बच्चों का पिता बनने के बाद भी बिरयानी में बिकने वाले कुछ समाजसेवकों, पत्रकारों की मदद से लव जिहाद को सक्सेसफुल करते हुये जमीन जिहाद का भी खेला खेलने के लिये आदिवासी लड़कियों व महिलाओं को विशेषकर इसमें नौकरी पेशा को निशाना बनाया जा रहा है।
स्कूल, कॉलेज की लड़कियों को भी बना रहे निशाना
लव जिहाद की जिद पूरी करने वालों को यदि आदिवासी महिला व युवती नौकरी पेशा हाथ नहीं लगती है तो फिर स्कूल, कॉलेज में गांव से पढ़ने वाली आदिवासी युवती व लड़कियों को तक रोजी रोजगार, सोशल मीडिया में लुभावने तरीके से फंसाने का खेल भी किया जा रहा है।
हालांकि इसके लिये पुलिस प्रशासन बार-बार सुझाव संदेश भी जारी करती है लेकिन लव जिहाद के लक्ष्य को पूरा करने का मिशन लेकर चलने वाले इतने शातिर होते है कि सोशल मीडिया और चमक धमक दिखाकर आधुनिकता व फैशन का लालच व प्रलोभन में फंसाने में सफल हो जाते है।
प्रशासन के कुछ अधिकारी जमीन के लिये तलुआ तक चाटने को तैयार है
इसके अनेकों प्रमाण आदिवासी बाहुल्य मध्यप्रदेश में मिल सकते है। यह सब वर्ष 2003 की भाजपा सरकार आने के बाद ही सबसे ज्यादा संख्या में हो रहा है। इसके लिये सरकार, शासन, प्रशासन का संरक्षण भी लव जिहाद सक्सेस करने वालों को मिलता रहा है।
यही कारण है कि उनका लव जिहाद का मिशन सक्सेसफुल होकर तरक्की और प्रगति पर है। सिवनी जिले में प्रशासन में गैर आदिवासी वर्ग के कुछ अधिकारी ऐसे है जो आदिवासियों की जमीन अपने नाम कराने के लिये खुलकर इनका समर्थन व संरक्षण कर रहे है जबकि मध्यप्रदेश में सरकार भाजपा की है लेकिन विचारधारा जिनकी विपरीत है आदिवासियों की जमीन के लिये उनके तलुए तक चाटने को तैयार है।
डूण्डासिवनी पुलिस थाना में मार्च 2025 माह में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई गई क्यों ?
डूण्डासिवनी पुलिस थाना अंतर्गत एक पत्नि और दो तीन बच्चों का पिता बनने के बाद भी लव जिहाद की योजना के तहत एक आदिवासी महिला को निशाना बनाकर उसके साथ दूसरा निकाह कर लिया। इसके बाद दोनो इतने खुश और संतुष्ट थे कि सौहर को अपनी दूसरी आदिवासी बेगम की गुमशुदगी की डूण्डासिवनी पुलिस थाना में रिपार्ट दर्ज कराना पड़ा।
जिसका सच सोशल मीडिया में और बिरयानी में बिकने वाले पत्रकारों को क्यों नहीं बताया गया और उन्होंने भी क्यों छिपाया। सवाल यह उठता है कि यदि लव जिहाद से खुश और संतुष्ट थे तो बेगम साहिबा की गुमशुदगी की रिपोर्ट क्यों दर्ज कराई गई।