लव जिहाद में आदिवासी लड़कियों व महिलाओं को ही क्यों किया जा रहा टारगेट ?
भाजपा की सरकार में सबसे ज्यादा बढ़ रहे लव जिहाद के मामले
लव जिहाद की शिकार आदिवासी महिलाओं का जमीन खरीदने के लिये किया जा रहा उपयोग
सिवनी। गोंडवाना समय।
भाजपा के राज में कहें या भाजपा के शासनकाल में मिलने वाले संरक्षण का फायदा उठाकर आदिवासी लड़कियों और महिलाओं को टारगेट करते हुये जमीन खरीदने के लिये लव जिहाद के मामले सर्वाधिक बढ़ रहे है आखिर क्यों ? यह सवाल इसलिये उठ रहा है क्योंकि भाजपा की सरकार में सबसे ज्यादा लव जिहाद का खेला खुलकर खेला जा रहा है।
लव जिहाद की शिकार की लड़कियां और महिलाओं का शारीरिक शोषण के साथ साथ उन्हें अपने घरों में नौकरानी बनाकर रखा जाता है जिनसे झाड़ु, पौंछा, बर्तन साफ कराने से लेकर उनका उपयोग सिर्फ घरेलू कार्यों में किया जाता है उनसे दिन में काम कराया जाता है और रात में अपना बिस्तर गर्म कराने और हवस पूरी करने का साधन बना लिया गया है। इसके साथ साथ लव जिहाद की शिकार आदिवासी लड़कियों व महिलाओं के नाम पर जमीन खरीदी करके धंधा व्यापार करने का खेला भी खुलकर किया जा रहा है।
सिवनी जिले में ही इसके अनेकों प्रमाण मिल जायेंगे
आदिवासी बाहुल्य मध्यप्रदेश के अधिकांश आदिवासी बाहुल्य जिलों में आदिवासी लड़कियों व महिलाओं को लव जिहाद का शिकार बनाया जा रहा है। वहीं जब से मध्यप्रदेश में भाजपा की सरकार बनी है तब से लेकर यदि अब तक की जांच हो जाये तो जो आंकड़े आयेंगे वह चौकाने वाले होंगे, सर्वाधिक संख्या लव जिहाद के मामलों की सामने आयेंगी। लव जिहाद के लिये आदिवासी लड़कियों और महिलाओं को टारगेट बनाया जाकर उन्हें शिकार बनाया जा रहा है। आदिवासी बाहुल्य सिवनी जिले में ही इसके अनेकों प्रमाण मिल जायेंगे।
डरी सहमी लड़कियां व महिलायें शिकायत नहीं कर पाती है
लव जिहाद की शिकार महिलाओं का शारीरिक शोषण तो किया ही जा रहा है। इसके साथ में उन्हें धर्म परिवर्तन के लिये दबाव बनाया जाता है। डरी सहमी आदिवासी लड़कियां व अन्य समाज की महिलाओं को अपने घरों में कैद करके रखा जाता है। लव जिहाद के मामले में जिसमें विशेषकर एससी, एसटी वर्ग की लड़कियों व महिलाओं को टारगेट किया जा रहा है।
उन्हें डरा धमकाकर रखा जाता है, उनके अश्लील वीडियों बनाये जाते है और उसे वायरल करने की धमकी दी जाती है जिसके कारण डरी सहमी लड़कियां उनका खुलकर विरोध नहीं कर पाती है। यहां तक लड़कियों व महिलाओं के परिवारजनों को जान से मारने की धमकी दी जाती है जिसके कारण डर सहमी लड़कियां व महिलाएं शिकायत तक नहीं कर पाती है।
हवसी प्रवृत्ति के व्यक्तियों का समर्थन भी कुछ समाजसेवी खुलकर करते है
एक शादी करने के बाद 3-4 बच्चे होने के बाद भी अपनी हवस पूरी नहीं कर पाने वाले हवसी तत्व के कुछ लोग अपनी हवस मिटाने के लिये विवाहित होने के बाद भी अपने प्रेम जाल में फंसाकर लव जिहाद का शिकार लड़कियों व महिलाओं को बनाने का काम खुलेआम कर रहे है।
इनके जाल में फंसने वाली लड़कियां व महिलाएं इनका शिकार होने के बाद अपनी, परिवार की इज्जत बचाने के कारण और डर के कारण इनका ही समर्थन मजबूरी में करती है। विवाहित होने वाले और 3 बच्चों का बाप बनने के बाद भी शारीरिक भूख मिटाने वाले ऐसे हवसी प्रवृत्ति के व्यक्तियों का समर्थन भी कुछ समाजसेवी खुलकर करते है।