20 हजार लोगों का विश्व आदिवासी दिवस कार्यक्रम में शामिल होने का अनुमान
विश्व आदिवासी दिवस कार्यक्रम मानने हेतु ग्राम थांवरी में हुई बैठक
कलारबाकी/सिवनी। गोंडवाना समय।
सिवनी जिले के अंतर्गत ग्राम थांवरी (कलारबाकी) में 25 जुलाई 2025 को रात्रि 08 बजे से क्षेत्रीय आदिवासी सामाजिक बैठक रखी गई। जिसमें आगामी माह 9 अगस्त को विश्व आदिवासी दिवस महापर्व को सामूहिक रूप से ग्राम कलारबांकी में मनाए जाने हेतु रणनीति बनाई गई। जिसमें आस पास के ग्रामों से बड़े बुजुर्गों एवं युवा साथी उपस्थित हुए।
पूर्व में 12 से 15 हजार लोग सम्मिलित होते रहे है
विगत एक माह से क्षेत्र के युवा साथी गांव गांव में बैठक कर विश्व आदिवासी दिवस कार्यक्रम को लेकर लोगों को जागरूक कर रहे हैं और इस पर्व को जिले का सिवनी ब्लॉक स्तरीय कार्यक्रम ग्राम कलारबांकी में मनाया जाएगा। इसको लेकर रणनीतिक चर्चा कर रहे है।
जिसमे लगभग 20 हजार लोगों के सम्मिलित होने का अनुमान है क्योंकि विगत तीन वर्ष से हम देखते चले आ रहे है इस कार्यक्रम में 12 से 15 हजार लोग सम्मिलित होते है, उसी को देखते हुए इस बार क्षेत्र के एवं सिवनी ब्लॉक के युवा एवं सामाजिक कार्यकतार्ओं में उत्साह जोश जुनून के साथ तैयारी में जुटे हुए हैं। जिससे अधिक से अधिक लोग कार्यक्रम में शामिल हो सके।
युवाओं पर ज्यादा फोकस किया जाएगा
सिवनी ब्लॉक से कान्हीवाड़ा क्षेत्र पलारी क्षेत्र बंडोल क्षेत्र भोमा क्षेत्र एवं अन्य ब्लाक से बड़ी संख्या में लोग आते है उसी की देखते हुए क्षेत्रीय आयोजक समिति तैयारी में लगी हुई है। बैठक में उपस्थित हमारे वरिष्ठ सामाजिक कार्यकतार्ओं ने कहा कि इस बार का कार्यक्रम हमारे समाज के युवाओं पर ज्यादा फोकस किया जाएगा और हमारे युवा कार्यकर्ता सामाजिक वेषभूषा के साथ कार्यक्रम में शामिल होना चाहिए।
2 अगस्त को कलारबांकी में अंतिम रूप देने होगी बैठक
विश्व आदिवासी दिवस कार्यक्रम को अंतिम रूप देने के लिए आगामी बैठक 2 अगस्त को रात्रि 08 बजे से बड़ा देव पेनठाना सामुदायिक भवन कलारबांकी में होना निश्चित की गई है। इस अंतिम बैठक में सिवनी ब्लॉक के सभी सामाजिक शुभचिंतकों से उपस्थित होने की अपील की गई है।
बैठक में प्रमुख रूप से ये रहे मौजूद
बैठक में मुख्य रूप से गया प्रसाद कुमरे, कृष्ण कुमार धुर्वे, आशाराम मर्सकोले, पवन धुर्वे, रमेश कुवेर्ती, सियाराम भलावी, तामसिंह उईके, रामेश्वर भलावी (शिक्षक), राजा उईके, धर्मेंद्र इरपाचे, ओमकार उईके, संदीप उईके, आनंद कुवेर्ती, कैलाश इनवाती, संदीप धुर्वे, सुमत धुर्वे, ब्रजमोहन उईके, राजा भलावी, बखत मर्सकोले, राजेंद्र धुर्वे, रामेश्वर कुमरे, दशरथ ककोड़िया, भरत इनवाती आदि अन्य सगाजन उपस्थित रहे।


