खतरे में 71 बच्चों की जिंदगी, कुंभीटोला के सरकारी स्कूल का मामला
छत को गिरने से बचाने के लिए लकड़ियों का सहारा
क्या जनप्रतिनिधियों और प्रशासन की आँखें तब खुलेंगी जब कोई मासूम दब जाएगा ?
पांडिया छपारा। गोंडवाना समय।
जिला सिवनी की जनपद पंचायत केवलारी के अंतर्गत ग्राम पंचायत नसीरपुर के कुंभीटोला कुंडलपुर स्थित शासकीय प्राथमिक विद्यालय की हालत बेहद खतरनाक हो चुकी है। स्कूल की छत जगह-जगह से टपक रही है, पंखे झूल रहे हैं, और दीवारें नमी व सीलन से पूरी तरह कमजोर हो चुकी हैं।
छत को गिरने से बचाने के लिए लकड़ियों का सहारा लिया गया है, जो खुद एक दिन मौत का कारण बन सकते हैं। यहाँ 71 बच्चे प्रतिदिन इसी जर्जर भवन में पढ़ाई करने आते हैं एक ऐसी जगह जहाँ हर पल उनकी जान पर बन सकती है।
इस स्कूल भवन को तुरंत असुरक्षित घोषित किया जाए। बच्चों की पढ़ाई के लिए वैकल्पिक व्यवस्था की जाए। नई बिल्डिंग स्वीकृत कर निर्माण कार्य प्राथमिकता पर शुरू हो।
ये तस्वीरें सवाल कर रही हैं
क्या बच्चों की जिदगी की कोई कीमत नहीं? क्या किसी हादसे का इंतजार किया जा रहा है? क्या जनप्रतिनिधियों और प्रशासन की आँखें तब खुलेंगी जब कोई मासूम दब जाएगा?
बारिश के मौसम में स्थिति और भी भयावह हो जाती है। स्कूल की छत से पानी टपकता है, जिससे फर्श फिसलन भरा हो जाता है और बिजली के तारों के संपर्क में आने का भी खतरा बना रहता है।




