आदिवासी पहलवानों को गोपालगंज का बाबा खान दंगल में कुश्ति खेलने से क्यों रोक रहे ?
बाबा खान पर बाहर के पहलवानों को लाकर कमीशन लेने के लगाये आरोप
जान से मारने की धमकी देने पर आदिवासी पहलवान ने कानूनी कार्यवाही करने थाना में दिया आवेदन
देवरावेन भलावी गोंगपा जिला अध्यक्ष ने आदिवासी पहलवानों के साथ दुर्व्यवहार को लेकर उठाई आवज
छिंदवाड़ा/सिवनी। गोंडवाना समय।
दंगल का आयोजन प्रतिवर्ष कुश्ति-पहलावानी का शौक और रूची रखने वालों के द्वारा कराया जाता है। हालांकि चुनावी सीजन में दंगल का आयोजन सबसे ज्यादा होता है वहीं वास्तविक रूप से पहलवानी व कुश्ति में रूची रखने वाले पहलवानों के द्वारा इसे प्रतिवर्ष दंगल का आयोजन कराया जाता है।
दंगल में आसपास के जिले सहित अन्य प्रांतों के पहलवान भी कुश्ति खेलने के लिये आते है। दंगल आयोजन में खेल प्रेमी और कुश्ति में रूची रखने वालें भी गांव-गांव व शहर शहर से आयोजन स्थल पर पहुंचते है और दंगल का आनंद लेते है।
बाहर के पहलवानों को कमीशन पर लेकर आते है
वहीं दंगल के खेल में अब नया खुलासा सामने आ रहा है कि दंगल का खेल कराने वाले कुछ पहलवानों के द्वारा बाहर के पहलवानों को कमीशन पर लेकर आते है और जीतने पर अपना कमीशन लेते है इतना ही नहीं कुछ पहलवान तो उन्हें जिताने की भी गारंटी लेते है। इसके लिये आयोजन कमेटी के साथ उनकी बड़ी सांठगांठ रहती है ऐसे ही लोगों को निर्णायक भी बनाया जाता है।
छिंदवाड़ा जिले में चांद पुलिस थाना क्षेत्र में आयोजित एक दंगल में गोपालगंज सिवनी जिले के बाबा खान पहवान के द्वारा आदिवासी पहलवान व उसके साथी पहलवान को कुश्ति लड़ने से रोका गया। इतना ही नहीं दंगल स्थल से ही जान से मारने की धमकी भी दी गई है। जिसका वीडियों सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है।
गोपालगंज के बाबा खान के द्वारा कुश्ति दंगल लड़ने से रोका गया
उक्त मामले में गोंडवाना गणतंत्र पार्टी के जिला अध्यक्ष देवरावेन भलावी ने आपत्ति जताया है।
इसके साथ ही उन्होंने यह भी कहा है कि ईमानदारी से खेल की भावना के तहत कुश्ति दंगल का खेल का आयोजन कराया जाना चाहिये लेकिन देखा जा रहा है कि बाहर के पहलवानों को कमीशन के आधार पर लाया जा रहा है।
जिन पहलवानों को बाहर से लाया जाता है उनके साथ टक्कर देने वाले पहलवानों को कुश्ति नहीं लड़ाया जाता है। चांद पुलिस थाना अंतर्गत आदिवासी पहलवान व उसके कुछ साथी पहलवान के साथ गोपालगंज के बाबा खान के द्वारा कुश्ति दंगल लड़ने से रोका गया है। वहीं उन्हें गोली से जान से मारने की धमकी भी दी गई है। इस पर गोंगपा ने प्रशासन के ध्यानाकर्षण में लाया है एवं कार्यवाही की मांग किया है।
चांद पुलिस थाना में 26 सितंबर को आवेदन दिया
वहीं पीड़ित आदिवासी पहलवान शिवा भलावी ने चांद पुलिस थाना में 26 सितंबर 2025 को आवेदन दिया है जिसमें उल्लेख किया है कि गोपलगंज सिवनी जिले के निवासी बाबा खान पहलवान काफी दिनों से मुझे एवं मेरे साथ के 4-5 पहलवानों को जिले के किसी अखाड़े में लड़ने नहीं दे रहा है।
इसके लिये धमकी भी दी जाती है कि यदि अखाड़े में कुश्ति लड़ेंगे तो जान से मार दुंंगा। वहीं जब हिवरा जयसिंग का अखाड़ा लड़ने गये तो आदिवासी पहलवान के साथ अपमानजनक व्यवहार किया। इस संबंध में कानूनी कार्यवाही की मांग किया है।


