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1 लाख 60 हजार क्विंटल धान उठाकर गायब हैं बालाघाट-मंडला के मिलर्स

1 लाख 60 हजार क्विंटल धान उठाकर गायब हैं बालाघाट-मंडला के मिलर्स

सिवनी। गोंडवाना समय।
सिवनी के मिलर्स की तरह बालाघाट और मंडला जिले के मिलर्स सिवनी जिले की 400 लाट का एक लाख 60 हजार क्विंटल से ज्यादा धान का उठाव कर दो महीने से गायब हैं। नागरिक आपूर्ति विभाग और सरकारी गोदाम चावल की आस लगाए बैठे हुए हैं कि धान मिलिंग के बाद चावल कब जमा होगा लेकिन उन्हें ब्लेक लिस्टेड नहीं किया जा रहा है सिर्फ नोटिस पर नोटिस देने की कार्रवाई कर जिम्मेदारी पूरी की जा रही है। मिलर्स से जुड़े सूत्र तो यह भी बताते हैं कि दो माह पूर्व धान का उठाव करने वाले बालाघाट-मंडला के मिलर्स पर सख्त कार्रवाई करने की बजाय सिवनी जिले के मिलर्स से राशि वसूलने का दबाव बनाया जा रहा है जिसको लेकर मिलर्स तिमतिमाऐ हुए हैं।

कार्यालय में छुपाई जा रही जानकारी और नाम

नागरिक आपूर्ति निगम कार्यालय के अधिकारी से लेकर कर्मचारी तक मिलर्स में मेहरबान है। यहीं वजह है कि विभाग ने जिन मिलर्स को नोटिस जारी किया है उन मिलर्स के नाम देने में पसीने छूट रहे हैं। बताया जाता है कि कुछेक रसूखदार और राजनैतिक संरक्षण मिलर्स भी शामिल हैं जिन्होने धान का उठाव करने के बाद अभी तक चावल जमा नहीं किया है।

ऐसा तो नहीं कहीं बार से करवा रहे मिलिंग-

धान उठाव के एक महीने से ज्यादा समय गुजर जाने के बाद भी मिलर्स द्वारा चावल गोदामों में जमा न करने से ऐसा प्रतित होता है कि सिवनी जिले के अधिकांश मिलर्स अपने यहां नहीं बल्कि पड़ोसी जिले से धान की मिलिंग करवा रहे हैं। अगर इस मामले की बारिकी से जांच हो जाए तो मिलर्स के कारनामे और फर्जीवाड़ा उजगार हो सकता है।

अनुबंध तोड़ने पर ब्लेकलिस्टेड का है नियम

नान से जुड़े हुए सूत्र बताते हैं कि मिलर्स और नागरिक आपूर्ति विभाग के बीच शर्तो पर धान मिलिंग करने का अनुबंध होता है। अनुबंध पर साफ लिखा होता है कि अगर मिलर्स अनुबंध के खिलाफ कार्य करते हैं या समय पर धान मिलिंग करके चावल जमा नहीं करते हैं तो उनके खिलाफ ब्लेक लिस्टेड या कानूनी कार्रवाई की जा सकती है लेकिन जिले के नागरिक आूपर्ति विभाग के अधिकारी-कर्मचारी अनुबंध तोड़ने वाले मिलर्स के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं कर रहे हैं। नागरिक आपूर्ति विभाग के प्रबंधक दिलीप सक्सेना द्वारा 31 अक्टूबर तक चावल जमा करने और उनसे जुर्माना वसूलने का फरमान जारी किया जा चुका है लेकिन अक्टूबर माह की आखिरी तारीख समाप्त हो जाने के बाद भी बालाघाट-मंडला जिले के मिलर्स से 20 हजार क्विंटल भी चावल सरकारी गोदाम में जमा नहीं हुआ है। वहीं सिवनी मिलर्स ऐसोसिएशन के अध्यक्ष आशीष अग्रवाल सिवनी जिले के मिलर्स द्वारा 90 प्रतिशत चावल सरकारी गोदाम में जा हो जाने की बात कह रहे हैं। जाबकि विभागीय सूत्रों की मानें तो अभी भी सिवनी जिले के मिलर्स द्वारा 47 लाट धान मिलिंग होकर सरकारी गोदाम में जमा नहीं किया गया है।



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