Type Here to Get Search Results !

लापरवाही: ड्राइंग के विपरीत 27 करोड़ की बिल्डिंग!

लापरवाही: ड्राइंग के विपरीत 27 करोड़ की बिल्डिंग!

सिवनी। गोंडवाना समय। 
27 करोड़ की लागत से बोरदई टेकरी में बन रहे कन्या शिक्षा परिसर की एक बिल्डिंग का ढांचा पीआईयू के इंजीनियरों ने ले आऊट के विपरीत खड़ा करवा दिया है। हैरानी की बात तो यह है कि भोपाल से एप्रूव ड्राइंग व डिजाइन में हुई गड़बड़ी को तत्कालीन अधिकारी नहीं पकड़ पाए और ठेकेदार एसएन गोयल कंस्ट्रक्शन कंपनी को 20 लाख रूपए के रनिंग बिल का भुगतान भी कर दिया गया। बाद में गड़बड़ी का पता लगने पर  फ्रंट की बजाए बैक फेस में तैयार हो रहीं इन दोनों  एफ साइज की  बिल्डिंग के ढांचों को तोड़ने के निर्देश पूर्व कार्यपालन यंत्री ने दिए थे। अब इस गड़बड़ी को छिपाने में पीआईयू का विभागीय अमला जुट गया है। अधिकारी बिल्डिंग के रॉंड फेस में बनने की बात तो स्वीकार कर रहे हैं लेकिन इसे सुधारने के बजाए एप्रोच रोड बनाकर बिल्डिंग को यथावथ बनाए रखने की दलील दी जा रही है। बालिकाओं के लिए बन रहे इस एफ साइज बिल्डिंग का फेस सभी बिल्डिंगों के लिए बनाए गए परिसर के बजाए बाउंड्रीवॉल की ओर कर दिया गया है।

तत्कालीन एसडीओ व सब इंजीनियर जिम्मेदार

जानकारी के मुताबिक मई 2018 में बिल्डिंग का ले आऊट तत्कालीन सब इंजीनियर डीके मड़ावी व एसडीओ एसएस चौकसे की मौजूदगी में दिया गया था। भोपाल से मिली ड्राइंग  डिजाइन के विपरीत एफ साइज क्वार्टर  में बनने वाली करीब 3600 वर्ग फिट के दो स्ट्रेक्चर का फेस ग्राउंड की बजाए बाउंड्रीवाल की तरफ कर दिया गया है। जी प्लस थ्री पेटर्न में बन रहे इन एफ साइज क्वार्टर में कन्या परिसर की बालिकाएं रहेंगी। पूर्व एसडीओ व सब इंजीनियर  द्वारा दिए गए ले आऊट पर कंस्ट्रक्शन कंपनी ने नींव भरकर कालम भर दिए हैं।  पिलिंथ लेवल तक बिल्डिंग तैयार हो चुकी है लेकिन इसके आगे का काम इसी गड़बड़ी के कारण रूका हुआ है। हालांकि पूर्व एसडीओ का कहना है कि भोपाल से मिली डिजाइन के मुताबिक ले आऊट दिया गया था इसमें किसी तरह की त्रुटि नहीं हुई है। वे दावा कर रहे है कि अगर गड़बड़ी होगी तो वे अपनी नौकरी छोड़ देंगे।

धीमी गति से चल रहा निर्माण कार्य 

27.47 करोड़ की लागत से बोरदई में तैयार हो रहे आदिवासी  कन्या शिक्षा परिसर का निर्माण कार्य 8 मार्च 2019 तक पूरा होना है, लेकिन अभी 50 प्रतिशत काम भी पूरा नहीं हुआ है। लोक निर्माण विभाग के पीआईयू ने निर्माण एजेंसी को 9 मार्च 2017 को वर्क आर्डर जारी कर दो साल में काम पूरा करने के निर्देश दिए थे। बिल्डिंग का काम बेहद धीमी गति से चल रहा है। अधिकारियों के मुताबिक बिल्डिंग में लोहा लगाने में भी गड़बड़ी की बात सामने आई थी हालाकि इसमें सुधार करवा दिया गया है। बिना तराई किए  कांक्रीट की बिल्डिंग ठेकेदार द्वारा तैयार की जा रही है। इसकी गुणवत्ता को लेकर भी सवाल उठ रहे हैं।

बिल्डिंग व बाउंंड्रीवाल से  लगी है झोपड़ पट्टी  

एफ साइज र्क्वाटर की जिन दो  बिल्डिंग का फेस बाउंड्रीवाल की तरफ बनाया गया है उसके ठीक बाहर से बोरदई टेकरी पर अतिक्रमणकारियों द्वारा तैयार की गई झोपड़ पट्टी बसी है।   इस बस्ती से बालिकाओं के  छात्रावास का मुख्य द्वार सीधा नजर आता है। बिल्डिंग बनने के बाद सुरक्षा के लिहाज से भी यह  ठीक नहीं है। इसी महीने लोक निर्माण विभाग की परियोजना क्रियान्वयन इकाई में पदस्थ कार्यपालन यंत्री गोमती ठाकुर ने गड़बड़ी सामने आने के बाद ठेकेदार व संबंधित तकनीकी अमले को नोटिस जारी कर जरूरी सुधार करने के निर्देश दिए थे। इसके बावजूद इसमें कोई बदलाव नहीं किया गया है।

बिल्डिंग के ढांचे उसी स्थिति में यथावत बने हुए हैं। 

एफ साइज क्वार्टर के ले आऊट में गड़बड़ी नहीं है। लोहा बंधाई में गड़बड़ी सामने आई थी। पुराने लोहे की जगह नया लोहा बंधवा दिया गया है।  भोपाल से पहले जैसी डिजाइन मिली थी उसी हिसाब से ले आऊट दिया गया था। इन दो ढांचों का  फेस ग्राउंड की जगह बैक साइड में बाउंड्रीवाल की तरफ हो गया है। एप्रोच रोड बनाकर वहां तक पहुंचने की व्यवस्था की जा रही है।

एलपी सिंगोरे कार्यपालन यंत्री
पीआईयू सिवनी 


अगर बिल्डिंग निर्माण में किसी तरह की गड़बड़ी या लापरवाही बरती गई तो इस पर जांच कर कार्रवाई की जाएगी। मैं कल ही दल को भेजकर इसे चैक करवाता हूं।
प्रवीण सिंह अढ़ायच कलेक्टर सिवनी

Post a Comment

0 Comments
* Please Don't Spam Here. All the Comments are Reviewed by Admin.