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नहीं मिल रहा संवैधानिक अधिकार तो निकले पड़े पैदल भोपाल

नहीं मिल रहा संवैधानिक अधिकार तो निकले पड़े पैदल भोपाल 

जनजातिय मंत्री के गृह जिला डिंडौरी से भोपाल तक करेंगे पदयात्रा

शांति मार्च जन आंदोलन पदयात्रा के माध्यम से भोपाल में रखेंगे मांग

डिंडौरी। गोंडवाना समय। 
संविधान में जनजातियों के लिये जो संवैधानिक हक अधिकार दिये गये है । उन संवैधानिक हक अधिकारों सरकार द्वारा नहीं दिया जा रहा है और न ही उनका पालन किया जा रहा है । वहीं यदि जनजातियों के लिये संविधान में लिखित अधिकार क्या-क्या है उसकी जानकारी जनजातियों को दिये जाने, बताने या प्रशिक्षण देने या संदेश देकर जनजागृति का जिनके द्वारा कार्य किया जा रहा है तो उन्हेें संविधान विरोधी कार्य करने का आरोपल लगाकर उन पर कानूनी कार्यवाही की जा रही है । ऐसी अनेक जनजातिय वर्गों को लेकर जो पदयात्रा प्रारंभ की गई है उसमें जो मांग रखी गई है उनमें विशेषकर पांचवी अनुसूचि, वन अधिकार अधिनियम आदि अन्य मांगों को लेकर मध्य प्रदेश के जनजातिय कल्याण मंत्री ओमकार मरकाम के गृह क्षेत्र डिंडौरी से भोपाल की पदयात्रा 9 फरवरी 2019 शनिवार को प्रारंभ की गई है । उक्त पदयात्रा डिंडौरी से प्रारंभ करने वाले प्रमुख संगठन भारतीय संविधान के अनुच्छेद 13(3) क, 244(1) अनुसूचित क्षेत्र एवं अनुसूचित जनजातियां, आदिवासी एबओरजिन, इण्डीजिनियश के प्रशासन और उन्नति, नियंत्रण के तहत रूढ़ी प्रथा, पारंपरिक ग्राम सभा स्थाई समिति आदिवासी महापंचायत मध्य प्रदेश के डिंडौरी के बैनर तले जिला मुख्यालय डिंडौरी से 9 फरवरी 2019  को संवैधानिक हक अधिकार के अंतर्गत पांचवी अनुसूची का पूर्ण रूपेण परिपालन, वन अधिकार अधिनियम का पूर्ण क्रियान्वयन, विस्थापन एवं पुर्नवास तथा चुटका परमाणु परियोजना एवं अन्य विभिन्न मांगों को लेकर शांति मार्च जन आंदोलन पदयात्रा डिंडौरी से वीरांगना रानी दुर्गावती मड़ावी प्रतिमा स्थल से प्रारंभ की गई है । उक्त यात्रा डिंडौरी के समाजिक कार्यकर्ता हरी सिंह मरावी के नेतृत्व में प्रारंभ की गई है । डिंडौरी से भोपाल तक पदयात्रा के लिये जाने वाले सदस्यों को यह सूचना भी दी गई है कि वे यात्रा में अपने साथ 5 किलो चावल, एक किलो दाल एवं सहयोग करें, इसके साथ ही यात्रा में जाने वाले सदस्य अपने पास पांच सौ रूपये रख कर चले ताकि भोपाल से वापस आना आसान हो सके वहीं यात्रा में बुजुर्ग सदस्यों को शामिल नहीं किये जाने को पदयात्रा के प्रमुख द्वारा कहा गया है ।

डिंडौरी से भोपाल तक पदयात्रा का यह होगा रूट चार्ट  

संवैधानिक हक अधिकारों की मांगों को लेकर डिंडौरी से भोपाल तक पदयात्रा जो 9 फरवरी को डिंडौरी से प्रारंभ होगी और हर्राटोला में रात्रि विश्राम करेंगे वहीं 10 फरवरी को हर्राटोला से प्रारंभ होगी जो कि सुड़गांव/पौड़ी जिला मण्डला में विश्राम करेंगे । इसके बाद 11 फरवरी को पौड़ी से मण्डला कारीकोन जिला मण्डला पहुंचेगी और वहीं विश्राम करेगी । इसके बाद 12 फरवरी को 2019  को मण्डला से निकलकर वह भिलाई/घंसौर पहुंचेगी । इसी तरह वह घंसौर से लखनादौन होते हुये, मुंगवानी/गोटेगांव जिला नरसिंहपुर से हर्रई जिला-छिंदवाड़ा होते हुये केसली जिला होशंगाबाद से औब्दुलागंज सिलवानी जिला रायसेन से भोपाल पहुंचेगी ।

पदयात्रा के शुभारंभ में शामिल हुये पूर्व विधायक कमल मर्सकोले

डिंडौरी से संवैधानिक मांगों को लेकर पदयात्रा के प्रारंभ होने पर भाजपा के पूर्व विधायक कमल मर्सकोले व भागोपा के राष्ट्रीय संयोजक गुलजार सिंह मरकाम भी शामिल हुये । पदयात्रा शुभारंभ अवसर पर डिंडौरी जिला सहित अन्य जिलों से भी जनजाति समुदाय के सगाजन मौजूद रहे । पदयात्रा के दौरान पूर्व विधायक कमल मर्सकोले भी साथ में पैदल चलते हुये शामिल हुये ।

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