2661 की शादी में उपाध्यक्ष-सीईओ ने लगाए ठुमके,अव्यवस्थाओं ने कर दी किरकिरी
घंटों इंतजार करते रहे 2661 जोड़े, 15 मिनिट में फेरे लेकर वापस घर लौटे
सिवनी। गोंडवाना समय।
सिवनी नगर के पॉलीटेक्निक कॉलेज में आयोजित हुए 2661 जोड़ों के विवाह से 02 मार्च का दिन ऐतिहासिक होते हुए इतिहास में जुड़ गया है। 2661 जोड़ों की इस शादी में जनपद पंचायत सिवनी के उपाध्यक्ष रामजी चंद्रवंशी और जनपद सीईओ श्रीमति सुमन खातरकर,इंजीनियर अरविंद अहरवाल,श्रीमति तृप्ति पटले सहित जनपद और पंचायत के अमले ने गाजे-बाजे में जमकर ठुमके लगाए और थिरके।
वहीं जिला प्रशासन की अव्यवस्थाओं ने जिले की इस ऐतिहासिक शादी की किरकिरी कर दी है। सामूहिक विवाह कार्यक्रम में जमकर अव्यवस्थाऐं हावी रही। वर-वधु और उनके परिजनों को समझ नहीं आ रहा था कि उन्हें कहां जाना है। वहीं भोजन को भी तरसे और उन्हें आसपास की दुकानों में चाट-फुलकी और समोसे खाकर पेट भरना पड़ा। हालांकि इस सामूहिक विवाह में अव्यवस्थाओं के बीच गीत-संगीत और बरसाए गए फूलों ने प्रशासन का दिल जीत लिया।
सीईओ की अगुवाई में जनपद सिवनी की बारात ने मचाई धूम
वहृद स्तर में शादी होने के चलते जिला प्रशासन ने हर विकासखंड के वर ओर वधु पक्ष को शहर सहित आसपास गांव की लॉन में उन्हें ठहरवाया था। जैसे ही घोड़े और बग्घी पहुंची उसके बाद दूल्हे सज-धजकर गाजे-बाजे के साथ पॉलीटेक्निक कॉलेज पहुंचे थे लेकिन जनपद पंचायत सिवनी की सीईओ श्रीमति सुमन खातकर की अगुवाई में निकली सिवनी जनपद क्षेत्र के दूल्हों की बारात ने धूम मचा दिया। दो-दो बग्घी में सवार दूल्हों के साथ घराती-बराती और जनपद के कर्मचारियों की भीड़ का एक बड़ा रैला रहा।
वहीं गाजे-भाजे की धुन पर जनपद पंचायत की सीईओ सुमनखातरकर,जनपद उपाध्यक्ष रामजी चंद्रवंशी,इंजीनियर अरविंद अहरवाल,इंजीनियर श्रीमति तृप्ती पटले,पंचायत सचिव श्रीमति अंजली अवधिया,जनपद के कम्प्यूटर आॅपरेटर प्रदीप चौरसिया,रोजगार सहायक गोलू बघेल सहित बड़ी संख्या में जनपद और पंचायत के कर्मचारियों ने रॉयल लॉन से लेकर पॉलीटेक्निक कॉलेज तक डांस किया।
वर-वधु और बरातियों पर बरसे फूल
विवाह कार्यक्रम के दौरान बहारों फूल बरसाओं गीत बजते रहा और आरईएस विभाग के एई एनके सूर्यवंशी सहित अभिनव प्रयास संस्था की टीम वर-वधु सहित आते-जाते घराती-बरातियों पर फूल बरसाते रहे। बताया जाता है कि एक दर्जन बोरे से ज्यादा फूलों की वर्षा की गई थी।
पुलिस रही चौकस
वृहद स्तर पर विवाह और लोगों की आवाजाही के लिए सिवनी पुलिस चाक-चौकंध और चौकस रही। पुलिस के जवान टावर पर खड़े होकर दूरबीन से देखते भी रहे और कैमरे से रिकार्डिंग भी करते रहे। बड़ी संख्या में मुख्यालय सहित जिले के कई थाना-चौकी का अमला तैनात रहा।
15 मिनिट में फेरे लेकर वापस घर लौटे
शनिवार को वृहद स्तर पर आयोजित सामूहिक विवाह कार्यक्रम में अव्यवस्थाएं हावी रहीं। सात जन्मों के पवित्र बंधन में जोड़ने के लिए गांव गांव से बुलाए गए 2661 दुल्हा-दुल्हन के जोड़ों को विवाह रस्म के लिए घंटों मंडप में इंतजार करना पड़ा। शाम करीब पांच बजे सामाजिक न्याय विभाग के मंत्री लखन घनघोरिया के उदबोधन के बाद अव्यवस्था और देरी से परेशान परिजनों ने दुल्हा-दुल्हन के फेरे लगवाकर औपचारिकताएं पूरी कीं। 15 से 20 मिनिट में रस्में पूरी कर परिजन दुल्हा-दुल्हन को साथ लेकर घर रवाना हो गए।
बगैर इस्तेमाल रखी रही पूजन सामग्री
पॉलीटेक्निक ग्राउंड में आठ विकासखंडों से आए ढाई हजार से ज्यादा दुल्हा-दुल्हन का विवाह कराने अलग अलग टेंट लगाए गए थे। विकासखंडवार लगाए गए टेंटों में एक साथ चार-चार जोड़ों का विवाह कराने का इंतजाम किया गया था। यहां पर विवाह के लिए खाम, पूजन व फेरे के लिए वेदी और सामग्री भी सजाई गई थी। सुबह 10 बजे से जोड़ों के कार्यक्रम स्थल पर पहुंचने का क्रम शुरू हो गया था। लेकिन अतिथियों के विलंब से पहुंचने के कारण दुल्हा दुल्हन पूरे दिन मंडप में बैठकर विवाह कार्यक्रम शुर्स् होने और अतिथियों के पहुंचने का इंतजार करते रहे। कार्यक्रम स्थल पर विवाह संपन्न् कराने रखी गई सामग्री शाम तक वैसे ही रखी रही। अंतिम समय में दुल्हा-दुल्हन के फेरे करवाने की औपचारिकता पूरी की गई। जबकि कई जोड़े बगैर फेरे लिए ही कार्यक्रम स्थल से वापस लौट गए।
गर्मीसे हलाकान रहे लोग
2661 जोड़ों का विवाह कराने किए गए जिला प्रशासन व सामाजिक न्याय विभाग के इंतजाम पॉलीटेक्निक ग्राउंड में कम नजर आए। तेज धूप व उमस के बीच दुल्हा-दुल्हन और परिजन गर्मी में हलाकान होते दिखाई दिए। पंडाल के बीच से झांकते सूरज की तीखी धूप से बचने के लिए दुल्हा दुल्हन को बार- बार जगह बदलनी पड़ी।
घंटों सफर कर पहुंचे कार्यक्रम स्थल
घंसौर, लखनादौन, धनौरा, कुरई, बरघाट, छपारा जनपदों से बुलाए गए जोड़ों व परिजनों के कार्यक्रम स्थल पहुंचने के कोई इंतजाम नहीं किए गए थे। इस वजह से लोगों को अपने निजी साधन और किराया देकर बस से सिवनी पहुंचना पड़ा। इसके बाद लोगों को मीलों चलकर कार्यक्रम स्थल और वापस घर लौटने के लिए मजबूर होना पड़ा। शाम पांच बजने से पहले ही सैकड़ों की संख्या में दुल्हा दुल्हन और परिजन कार्यक्रम स्थल से घर की ओर रवाना हो गए। घंसौर के बिनैकी गांव निवासी होमलाल कुड़ोपा ने बताया कि वे विवाह कार्यक्रम में शामिल होने सुबह 7 बजे घर से निकल गए थे। बस में किराया देकर उन्हें सिवनी आना पड़ा हे। इसके बाद विवाह कार्यक्रम कब शुरू होगा यह बताने वाला भी कार्यक्रम स्थल पर कोई नहीं है। खैरापलारी से आए दुल्हे कमलेश के पिता गणेश डहेरिया ने बताया कि वे घंटों से विवाह कार्यक्रम शुरू होने का इंतजार करते रहे।
आधा घंटे में लौट गए मंत्री सुखदेव पांसे
तय कार्यक्रम से करीब 3 घंटे देरी से पहुंचे मंत्री लखन घनघोरिया के साथ जिले के प्रभारी मंत्री सुखदेव पांसे कार्यक्रम स्थल पहुंचे। केवलारी में आयोजित किसान ऋण माफी कार्यक्रम में शामिल होने की बात कहकर प्रभारी मंत्री सुखदेव पांसे ने मुख्यमंत्री कमलनाथ द्वारा बीते दो माह मेें लिए गए जनहितैषी फैसलों का मंच से बखान किया। उन्होने कहा कि महंगाई को देखते हुए मुख्यमंत्री ने कन्यादान विवाह योजना की राशि 51 हजार करने का एहतिहासिक फैसला लिया है। अपनी बात उपस्थितजनों के सामने रखकर वे कार्यक्रम में शामिल होने रवाना हो गए। इससे पहले मां सरस्वती की वंदना कर कार्यक्रम की शुरूआत की गई। बाद में कार्यक्रम को बरघाट विधायक अर्जुन सिंह काकोड़िया और सामाजिक न्याय विभाग के मंत्री लखन घनघोरिया ने भी संबोधित किया।