छुआई गांव में पानी का संकट, डेढ़ किलोमीटर से लाते हैं पानी
नरेला में दो हैंडपंप बुझा रहा पूरे गांव की प्यास
सिवनी। गोंडवाना समय।
गर्मी शुरू होते ही जिले में पानी के संकट ने आगाज दे दिया है। मुख्यालय से लगे हुए नरेला गांव में जल स्त्रोत सूखने लगे हैं मात्र दो हैंडपंप किसी तरह से गांव की प्यास बुझा पा रहे हैं। वहीं 12 किलोमीटर दूर गरठिया ग्राम पंचायत के छुआई गांव में पानी का घोर संकट छा गया है। ग्रामीणों को पानी के लिए डेढ़ से दो किलोमीटर दूर गंगाजी के पास स्थित जल स्त्रोत से लाना पड़ रहा है।
सुबह से दोपहर तक डिब्बो की कतार-
नरेला गावं में नलजल योजना पूरी तरह से ठप्प पड़ी हुई है। वहीं दो हैंडपंप से भी बमुश्किल पानी उगल रहे हैं। ऐसे में सुबह से लेकर दोपहर तक दोनों हैंडपंप में डिब्बों की लम्बी-लम्बी कतार लगी रहती है। पानी के लिए कई बार तो लोगों में विवाद की स्थिति भी निर्मित हो रही है। पानी के संकट की यह आहट एक तो जल स्तर का तेजी से नीचे चले जाना है और दूसरी तरफ गांव के आसपास किसानों ने बोर करा लिए हैं। ऐसे में हैंडपंप सूखने की कगार पर पहुंचने लगे हैं।
कुंआ सूखा, बारिश का पानी भरा-
छुआई गांव की प्यास बुझाने वाला कुंआ गर्मी के आते ही सूख गया है। हालांकि कुछ दिन पहले हुई बारिश से थोड़ा बहुत पानी जमा हो गया है लेकिन उसमें गंदगी भर गई है। जिससे चलते उक्त पानी पीने के योग्य नहीं है।
दोपहर तक सूना रहता है पूरा गांव-
छुआई गांव में पानी का इस कदर संकट छाया हुआ है कि ग्रामीणजन और महिलाऐं सुबह से ही बैलगाड़ी में पानी लेने के लिए डेढ़ से दो किलोमीटर दूर गंगाजी की तट पहुंच जाते हैं। भर गर्मी में लोग पानी के लिए भटकते रहते हैं। जानकारी के मुताबिक पूरा गांव दोपहर तक सूना रहता है। खासकर महिलाऐं पानी की जुगत में रहती हैं। ग्रामीण बताते हैं कि पानी की समस्या को हल करने के लिए ग्राम पंचायत के सरपंच राजू सेन सहित पीएचई विभाग से गुहार लगा चुके हैं लेकिन कोई ध्यान नहीं दे रहा है।