कमिश्नर को भाए बांस के कंगन और हाथ की कलाकृति
जैविक अलसी का भी लिया जायका
जिला पंचायत के दौरे में पहुंचे जबलपुर कमिश्नर राजेश बहुगुणा को आजीविका मिशन के अंतर्गत कुरई माटी कला केन्द्र में बने मिट्टी के बर्तन और बांस से बने कंगन भा गए। आजीविका मिशन के स्वसहायता समुह द्वारा बनाई गई कलाकृतियों को निशानी के तौर अपने साथ ले गए। वहीं जैविक और नमकीन अलसी का जायका लेकर उसकी जमकर तारीफ की। उन्होंने जिले में बन रहे इन उत्पादों की अच्छी मार्केटिंग हो इसके लिए कलेक्टर और जिला पंचायत सीईओ को समूह को दुकान खोलने के लिए खाली पड़े स्कूल व अन्य भवन चिन्हित कर उपलब्ध कराने के निर्देश दिए हैं।
सिवनी। गोंडवाना समय।लोकसभा निवार्चन का जायजा लेने शुक्रवार को सिवनी आए जबलपुर कमिश्नर राजेश बहुगुणा ठीक चार बजे कलेक्टर प्रवीण अढ़ायच,जिला पंचायत सीईओ श्रीमति मंजूषा विक्रांत राय के साथ जिला पंचायत कार्यालय पहुंचे। जहां कामकाज छोड़कर एक-डेढ़ घंटे से इंतजार कर रहे जिला पंचायत के अधिकारी-कर्मचारियों ने उनका स्वागत किया।
इसके बाद कमिश्नर और कलेक्टर सीधे जिला पंचायत सीईओ श्रीमति मंजूषा विक्रांत राय के कक्ष में पहुंच गए थे जहां उनके कक्ष में रखे हुए मिट्टी के आकर्षक बर्तन व कलाकृति के साथ-साथ बांस के कंगन बेहद प्रसन्न आए।
आजीविका मिशन की महिला कर्मचारी से उन्होंने मिट्टी से बनी हुई कलाकृति के मार्केटिंग और कहां से बनाए जा रहे हैं उसकी जानकारी ली। उसके पूर्व कमिश्नर राजेश बहुगुणा जिला पंचायत सीईओ के कक्ष में चार बजे से शाम सवा पांच बजे तक बैठे रहे। उसके बाद जैविक रूप से मसरूम,चना,मूंग,अलसी,जैविक चावल व अन्य उत्पाद का उत्पादन करने वाले स्वसहायता समूह की महिलाओं से बातचीत की।
मसरूम के ड्राई करने की सलाह, अलसी का लिया जायका
स्वसहायता समूह द्वारा उत्पाद कर भूंजी हुई नमकीन अलसी का कमिश्नर साहब और कलेक्टर ने जायका लिया। जिसकी उन्होंने तारीफ की। कलेक्टर प्रवीण अढ़ायच ने तो पैकिंग किए गए अलसी के पाउच की कीमत भी पूछी। वहीं कमिश्नर साहब ने जैविक रूप से उगाई जा रही मसूरम के लिए ड्राई कर बेचने की सलाह दी। उन्होंने मशरूम ड्राई करने वाली मशीन के लिए बालाघाट क्षेत्र से जानकारी लेने की बात कही। उन्होंने कहा कि ताजा मसरूम तो हर जगह उपलब्ध हो जाता है लेकिन अगर ड्राई मसरूम बनाया जाए तो इसकी मार्केटिंग में आसानी होगी। हर एक किराना दुकान ड्राई मसरूम को रख सकता है।वहीं समूह द्वारा बनाए गए मसरूम के आचार को लेकर भी उन्होंने कहा कि इसकी मार्केटिंग और प्रचार-प्रसार करने पर ही अच्छी तरह से सेल किए जाने की बात कही। इसके बाद कमिश्नर ने मिटिंग हॉल देखा जहां जिला पंचायत सीईओ ने कमिश्नर से ढाई से तीन सौ लोगों की बैठक के लिए एक नया हाल बनाए जाने की मांग रखी। हस्तकला कृति और जैविक उत्पाद बेचने के लिए स्वसहायता समूह को खाली पड़े स्कूल व सामुदायिक भवन उपलब्ध कराए जाएंगे। कमिश्नर राजेश बहुगुणा ने कलेक्टर प्रवीण अढ़ायच और जिला पंचायत सीईओ श्रीमति मंजूषा विक्रांत राय को चिन्हित करने के लिए निर्देशित कर दिया है।